सितंबर 2017

फतेहपुर जनपद के किशनपुर थाना एरिया के ग्रामीण यमुना नदी में गए थे मूर्ति विसर्जन के लिए। नदी में नहाने के दौरान एक बच्चे के डूबने पर पास में मौजूद अन्य बच्चे मदद के लिए कूद पड़े। समाचार लिखे जाने तक तीन बच्चों का कोई सुराग नहीं मिल सका है। एक का शव प्रशासन ने बरामद कर लिया है। जबकि दो बच्चों को सकुशल बचा लिया गया।


[caption id="attachment_17512" align="aligncenter" width="640"]fatehpur-yamuna_river- Six Child drowned Yamuna Fatehpur[/caption]

फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद में दशहरा पर्व पर शनिवार की दोपहर दुर्गा पूजन के बाद हवन सामग्री और मूर्ति विसर्जन करने गए श्रद्धालुओं की खुशियां अचानक मातम में बदल गईं। मूर्ति विसर्जन के दौरान यमुना नदी में 6 बच्चे डूब गए। बच्चों के डूब जाने से चीख-पुकार मच गई। समाचार लिखे जाने तक गोताखोरों के साथ भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंच चुका था।


Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing Institutionदो को बचाया गया, एक की मौत, तीन का अब तक पता नहीं

फतेहपुर के यमुना में 6 बच्चों के डूबते ही श्रद्दालुओं की खुशियां मातम में बदल गईं। हर तरफ सिर्फ चीख-पुकार मची रही। वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह प्रयास कर दो बच्चों को शकुशल बाहर निकाल लिया। एक बच्चे की मौत हो गई। जबकि तीन बच्चों का समाचार लिखे जाने तक कोई पता नहीं चल सका था। मौके पर मौजूद प्रशासनिक अफसर गोताखोरों की मदद से बच्चों की तलाश करते रहे। काफी दूर तक जाल भी डलवाया गया लेकिन नतीजा सिफर ही रहा।

किशनपुर के रायपुर भसरौल के हैं यमुना में डूबे सभी बच्चे

फतेहपुर जनपद के किशनपुर थाना एरिया के मालिन का डेरा मजरे रायपुर भसरौल निवासी सियाराम की बेटी प्रीती (10) व बेटा प्रिंस (12), राजेन्द्र की बेटियां भूरी (15) व प्रभा (12) और राजेश के बेटे अंकित (10) व रानू (15) परिवार और ग्रामीणों के साथ सुबह मूर्ति विसर्जन के लिए गए थे। विसर्जन के दौरान सभी बच्चे यमुना नदी में नहाने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अचानक एक बच्चा स्नान करते हुए गहरे पानी की तरफ बढ़ा और डूबने लगा। उसे बचाने की कोशिश में अन्य बच्चे कूद पड़े। देखते ही देखते एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में सभी डूब गए । घाट पर खड़े गोताखोरों और स्थानीय लोग जब तक मदद के लिए पहुंचते चार बच्चे पानी के तेज बहाव में बह गए।

काफी मशक्कत के बाद अंकित और रानू को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। बच्चों के नदी में डूबने की सूचना पर गांव में कोहराम मच गया। रोते-बिलखते परिजन और ग्रामीण घाट पर पहुंचे। वहीं SDM खागा अमित भट्ट, सीओ खागा समेत स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच कर स्थानीय गोताखोरों की मदद से नदी में जाल डालकर बच्चों की खोजबीन शुरू की। समाचार लिखे जाने तक तीन बच्चों का पता नहीं चल सका था। गोताखोरों की मदद से पुलिस प्रशासन बच्चों की तलाश में जुटा है। SDM खागा अमित भट्ट का दावा है जल्द ही बच्चों को खोज लिया जाएगा।

शिक्षा के क्षेत्र में "दिव्य दीप" जलाने के बाद Aryan Chaudhary अब परिवार के राजनीतिक विरासत को भी संभालने की पूरी कोशिश में जुटे हुए हैं। यह विरासत उन्हें परिवार से मिली है। बाबा चौधरी राम गोपाल सिंह यादव ने परिवार को राजनीतिक दिशा दी। चौधरी राम गोपाल  सिंह यादव के बाद उनके अनुज चौधरी हरमोहन सिंह यादव ने उनकी विरासत को आगे बढ़ाया। खुद चौधरी हरमोहन सिंह यादव भी राज्यसभा सांसद रहे। इसके बाद परिवार की राजनीतिक विरासत को चौधरी हरमोहन सिंह के बेटे चौधरी सुखराम सिंह ने आगे बढ़ाया। MLC रहने के साथ वह विधान परिषद के सभापति भी रहे। वर्ष 2016 में वह राज्यसभा के लिए चुने गए। तीसरी पीढ़ी के तौर पर यह विरासत अब चौधरी सुखराम सिंह के बेटे आर्यन चौधरी संभाल रह रहे हैं।


[caption id="attachment_17496" align="aligncenter" width="750"] Aryan Chaudhary with Ex. UPCM Akhilesh Yadav & Father Sukhram Singh Yadav[/caption]

YOGESH TRIPATHI


कानपुर। विरासत मिलना तो बेहद आसान है पर उसे सफलता के उच्चतम शिखर पर ले जाना बेहद दुश्वारियों भरा काम है। लेकिन इससे हटकर देश के पहले सिविलियन (शौर्यचक्र) विजेता पूर्व सांसद चौधरी हरमोहन सिंह के पौत्र और राज्यसभा सांसद चौधरी सुखराम सिंह के सुपुत्र Aryan Chaudhary अपने बाबा और पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए कामयाबी की नई इबारत लिख रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में “दिव्य दीप” जलाकर गरीब छात्र-छात्राओं के साथ समाज के हर वर्ग के लिए मिशाल बन चुके आर्यन चौधरी राजनीति के क्षितिज पर “धूमकेतु” की तरह उभर चुके हैं।


[caption id="attachment_17497" align="aligncenter" width="799"]Aryan Chaudhary with Ex. UPCM Akhilesh Yadav, redeyestimes.com Aryan Chaudhary with Ex. UPCM Akhilesh Yadav[/caption]

जाति-धर्म और पार्टी की “दीवार” को तोड़कर समाज के हर वर्ग की सहायता करने का जो मिशन आर्यन चौधरी ने शुरु किया है, वह सिर्फ कानपुर ही नहीं बल्कि आसपास के जनपदों में भी चर्चा का विषय बन चुका है। बेहद कम समय में अपनी मेहनत और लगन के बल पर उन्होंने यह साबित कर दिया है कि यदि जज्बा और हौसला हो तो आसमां को भी मुट्ठी में किया जा सकता है। युवाओं के लिए आइकन बन चुके Aryan Chaudhary को राजनीति की सीढ़िया विरासत में भले ही मिली हों लेकिन अपनी कार्यशैली और मधुर व्यवहार के बल पर वह अपने बाबा चौधरी हरमोहन सिंह यादव, चौधरी राम गोपाल सिंह यादव और पिता चौधरी सुखराम सिंह के साथ-साथ Kanpur City का भी नाम रोशन कर रहे हैं।

[caption id="attachment_17498" align="aligncenter" width="645"]Aryan Chaudhary, redeyestimes.com Aryan Chaudhary[/caption]

www.redeyestimes.com के साथ बातचीत में Aryan Chaudhary ने कामयाबी और सफलता का श्रेय अपने बाबा चौधरी हरमोहन सिंह, चौधरी राम गोपाल यादव के आशीर्वाद और पिता चौधरी सुखराम सिंह यादव के साथ-साथ अपनी मां नीता सिंह के कुशल मार्गदर्शन को दिया। श्रीचौधरी ने कहा कि हर कदम पर माता-पिता ने उनका साथ दिया।

[caption id="attachment_17499" align="aligncenter" width="750"]Harmohan singh yadav Ex.MP, redeyestimes.com Harmohan singh yadav Ex.MP[/caption]

सिर्फ सेना के जवानों और अफसरों को ही मिलता है शौर्य चक्र

भारत सरकार की तरफ से बहादुरी के लिए दिया जाने वाला शौर्यचक्र सिर्फ सेना के जवानों और अफसरों को ही मिलता है लेकिन इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि शौर्यचक्र किसी सिविलियन को दिया गया। जी, हां यह सम्मान सन 84 के सिख दंगों में Kanpur के कई सिख परिवारों की जान बचाने वाले पूर्व सांसद चौधरी हरमोहन सिंह यादव को भारत सरकार ने 1991 में दिया था। Aryan Chaudhary बताते हैं कि 84 के सिख दंगों के दौरान उनके बाबा चौधरी हरमोहन सिंह यादव और पिता सुखराम सिंह यादव (राज्यसभा सांसद) ने दंगाइयों से मोर्चा लेकर कई सिख परिवारों की जान बचाई थी।

[caption id="attachment_17502" align="aligncenter" width="750"]Aryan Chaudhary with Akhilesh Yadav, redeyestimes.com Aryan Chaudhary with Akhilesh Yadav[/caption]

 बाबा के पदचिन्हों पर पहले पिता और अब नाती Aryan Chaudhary

कहते हैं की पूत के पांव पालने में ही मालुम हो जाते हैं। इस कहावत को Aryan Chaudhary चरित्रार्थ कर कर रहे हैं। चौधरी हरमोहन सिंह यादव 91 में पहली बार राज्यसभा में सांसद बनकर पहुंचे। वर्ष 98 में राष्ट्रपति ने उन्हें राज्यसभा के लिए मनोनीत किया। उसके बाद विरासत को उनके बेटे चौधरी सुखराम सिंह यादव ने बखूबी संभाला। उनके हर आदर्शों का पालन किया। चौधरी सुखराम सिंह यादव मुलायम सिंह की सरकार में विधान परिषद सदस्य (MLC) बनने के साथ राज्यमंत्री भी बनाए गए। सपा सरकार के कार्यकाल में वह विधान परिषद के सभापति भी बने और कुशलता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वाहन किया। साल 2016 में सपा ने उन्हें राज्यसभा में सांसद बनाकर भेजा। बाबा और पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए आर्यन चौधरी भी समाज की सेवा के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।

[caption id="attachment_17500" align="aligncenter" width="749"]ram gopal singh yadav Ex. MP Ram Gopal singh yadav Ex. MP[/caption]

बड़े बाबा चौधरी रामगोपाल यादव ने दी परिवार को राजनीतिक दिशा

Aryan Chaudhary कहते हैं कि परिवार में राजनीति की शुरुआत बड़े बाबा चौधरी राम गोपाल सिंह यादव ने न्याय पंचायत भीमसेन (सोना) से सरपंच का चुनाव जीतकर की थी। उन्होंने 1962 में बिल्हौर सीट से संसदीय चुनाव प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से लड़ा था लेकिन बेहद कम अंतर से वह चुनाव हार गए। इसके बाद वह 1974 में भा.क. दल से विधायकी का चुनाव सरसौल विधान सभा सीट से लड़े। यह चुनाव वह सिर्फ 22 वोटों से हारे। इमरजेंसी के बाद हुए चुनाव में वह फिर बिल्हौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और भारी अंतर से चुनाव में विरोधी को पटखनी देकर जीते। आर्यन चौधरी का कहना है कि सही मायनों में परिवार को राजनीतिक दिशा बड़े बाबा चौधरी राम गोपाल यादव ने दी है।

शिक्षा के क्षेत्र में मजबूती से जमाए अपने पांव

Kanpur के South City  स्थित तात्या टोपे नगर स्थित हरमोहन सिंह एजूकेशन सेंटर को अब तक एक बड़ी पहचान दे चुके Aryan Chaudhary ने लंदन से MBA की पढ़ाई की है। वह शार्टकट को सफलता की कुंजी नहीं मानते हैं। सीएचएस एजूकेसन सेंटर में पैरा मेडिकल, एलएलबी, डिग्री, बीएड और नर्सिंग से जुड़े कालेज प्रबंध के साथ कई इंटर कालेज की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और आधुनिक बनाने में आर्यन चौधरी जुटे हुए हैं। उनका कहना है कि स्कूल प्रबंधन के साथ-साथ छात्राओं की सुरक्षा पर उनका पूरा फोकस रहता है।

[caption id="attachment_17501" align="aligncenter" width="853"]Aryan Chaudhary with Wifw Shivangi, redeyestimes.com Aryan Chaudhary with Wife Shivangi[/caption]

ससुराल पक्ष का भी है मजबूत राजनीतिक बैकग्राउंड

Aryan Chaudhary का विवाह बुन्देलखंड के झांसी स्थित गरौठा से पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव की बेटी शिवांगी सिंह के साथ हुआ है। दीप नारायण सिंह की पत्नी मीरा सिंह भी मध्यप्रदेश के रिवाड़ी विधान सभा सीट से MLA रह चुकीं हैं।

[caption id="attachment_17507" align="aligncenter" width="640"]Dr. Meghna singh with her mother Neeta Singh, redeyestimes.com Dr. Megha singh with her mother Neeta Singh[/caption]

परिवार के सेवा भावना की बयार South Africa तक बह रही

Aryan Chaudhary बताते हैं कि वर्ष 2005 में उनकी बड़ी Sister डाक्टर मेघा सिंह हास्टल में रहकर पढ़ाई कर रही थीं। इसी दौरान उनके बाबू जी दीदी से मिलने पहुंचे तो वहां का माहौल उनको रास नहीं आया। उन्होंने डाक्टर मेघा  से पूछा कि बेटी यहां कैसे रहती हो ? इस पर डाक्टर मेघा सिंह ने जवाब दिया कि आपके संस्कार मुझे प्रेरणा और ताकत देते है।

शायद यह परिवार के संस्कार ही है कि आज डाक्टर मेघा सिंह MBBS की पढ़ाई पूरी करने के बाद दक्षिण अफ्रीका में एड्स पीड़ितों पर काफी काम कर रही है। दक्षिण अफ्रीका से पहले वह ब्राजील में स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी संस्थाओं के साथ वर्क कर चुकी हैं। डाक्टर मेघा सिंह के पति दक्षिण अफ्रीका में राजनायिक है। आर्यन चौधरी की छोटी बहन श्रुति चौधरी का विवाह दिल्ली के बड़े कारोबारी चौधरी बलवंत सिंह यादव के बेटे सुदीप से हुआ है। 

 

 

 

Kanpur के भीतरगांव ब्लाक में करीब 20 दिन में पागल हो चुके हैं डेढ़ दर्जन कुत्ते। घर से बाहर निकलते ही ग्रामीणों और बच्चों पर बोल रहे हैं हमला। अब तक करीब 50 लोग हमले में जख्मीं। टेम्पो चालक समेत दो लोगों की हो चुकी है मौत। ग्रामीण लगा रहे हैं अफसरों से गुहार लेकिन अभी तक प्रशासन ने समस्या से निजात दिलाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए।



YOGESH TRIPATHI


कानपुर। Kanpur जनपद के घाटमपुर कोतवाली एरिया स्थित भीतरगांव में पागल कुत्तों के आतंक से स्थानीय ग्रामीणों में दहशत फैल चुकी है। पिछले एक पखवारे में ये पागल कुत्ते करीब 59 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। एक मासूम की मौत भी हो गई लेकिन प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई सुध नहीं ली गई है। आलम यह है कि ग्रामीण अब कुत्तों को देखकर भागने लगे हैं।


Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing InstitutionKanpur के भीतरगांव ब्लाक में पागल हो चुके हैं करीब डेढ़ दर्जन आवारा कुत्ते

Kanpur नगर के भीतरगांव ब्लाक में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक कुत्तों के पागल होने की खबर है। स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक पागल हो चुके ये कुत्ते राहगीरों, खेतों पर काम करने वाले किसानों और स्कूल जाने वाले बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं। अब तक करीब 50 से अधिक लोगों को इन पागल कुत्तों ने काट खाया है। सिर्फ मंगलवार और बुधवार को ही डेढ़ दर्जन से अधिक लोग इन पागल कुत्तों के हमले में शिकार बन गए। ग्रामीणों की मानें तो कुत्ते के काटने से एक टेम्पो चालक की मौत हो चुकी है। मंगलवार को पांच साल के बच्चे की मौत हो गई। लेकिन उसके बाद भी Kanpur प्रशासन ने कोई सुध अब तक नहीं ली है।

15 दिन पहले आशीष को पागल कुत्ते ने काटा था

Kanpur के भीतरगांव स्थित तिवारी गांव में रहने वाले विश्वनाथ यादव के लड़के आशीष यादव(5) को करीब 15 दिन पहले घर के बाहर खेलते समय कुत्ते ने गर्दन और चेहरे में काट लिया था। आशीष को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसे रैबीज के चार इंजेक्शन भी चिकित्सों ने लगाए। इंजेक्शन लगने के बाद तेज बुखार आशीष को आया। वह अजीब सी हरकतें भी करने लगा। उपचार के दौरान ही मंगलवार को उसकी मौत हो गई।

UPSTF पिछले कई दिनों से वसीम काला की लोकेशन को ट्रेस कर रही थी। वसीम के सिर पर था 50 हजार रुपए का इनाम। मुकीम काला के जेल जाने के बाद वसीम ने संभाल रखी थी गिरोह की कमान। 24 घंटा पहले मेरठ पुलिस ने मुकीम के शूटर मंसूर पहलवान को एनकाउंटर में मार गिराया था।


[caption id="attachment_17488" align="aligncenter" width="835"]wasim kala encounter in meerut, redeyestimes.com wasim kala encounter[/caption]

YOGESH TRIPATHI


कानपुर। uppolice का Encounter अभियान जारी है। मेरठ में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UPSTF) ने जेल में बंद खूंखार अपराधी मुकीम काला के भाई वसीम काला को Encounter में मार गिराया। वसीम काला पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था। गौरतलब है कि मेरठ जनपद में 24 घंटे के अंदर यह दूसरा एनकाउंटर है। बुधवार को मेरठ पुलिस ने मुकीम काला गैंग के शातिर अपराधी मंसूर पहलवान को मार गिराया था। UPSTF को मौका-ए-वारदात से एक पिस्टल मिली है।


Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing Institutionवसीम काला के पीछे हाथ धोकर पड़ी थी UPSTF

शातिर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे Encounter अभियान को गति देते हुए UPSTF ने 24 घंटे के अंदर मुकीम काला गैंग के खतरनाक अपराधी और उसके भाई वसीम काला को ढेर कर गिरोह की कमर ही तोड़ दी। UPSTF सूत्रों की मानें तो वसीम काला व्यापारियों, बिल्डर से उगाही के कारोबार में लिप्त था। मुकीम के जेल जाने के बाद वसूली का काम वसीम ने पकड़ रखा था। गौरतलब है कि मुकीम काला गिरोह के बदमासों का यूपी, हरियाणा और दिल्ली समेत तीन राज्यों में तगड़ी दहशतगर्दी है। गिरोह का काम वसूली, रंगदारी और विवादित प्रापर्टी पर कब्जा कराने का है। भाड़े पर हत्याएं कराने में भी इस गिरोह को महारत हासिल है।

मेरठ के करनावल में UPSTF से हुई वसीम काला की मुठभेड़

UPSTF की मानें तो वसीम काला पिछले कई साल से सिरदर्द बना था। हत्या, लूट, डकैती, अपहरण और रंगदारी समेत कई संगीन मामले वसीम काला पर दर्ज थे। मुकीम के जेल जाने के बाद गिरोह के कई सदस्यों को वह आपरेट भी कर रहा था। उसकी बढ़ती गतिविधियों के कारण ही यूपी पुलिस ने उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था। उसके सिर पर रखी इनामी राशि को बढ़ाने के लिए डीजीपी सुलखान सिंह को संस्तुति फाइल भेजी गई थी। इस बीच कई दिनों से मुखबिरों के जरिए सूचनाएं जुटा रही UPSTF को पता चला कि मेरठ के करनावल में वसीम किसी वारदात के इरादे से पहुंचने वाला है। यूपी एसटीएफ ने जब वसीम की घेराबंदी की तो उसने पिस्टल से फायरिंग शुरु कर दी। जवाबी फायरिंग में वसीम को गोली लगी और वह गिर गया। यूपी एसटीएफ की टीम ने उसे गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

व्यापमं घोटाले के मामले ने जब तूल पकड़ा तो कई मौतें हुईं। यह मौतें आज भी राज बनी हुई हैं। इस बड़े घोटाले की जांच फिलहाल CBI कर रही है। घोटाले को लेकर BJP की शिवराज सरकार पर भी विरोधी दलों ने अंगुलियां उठाईं। कई बड़े नामी लोग जेल में हैं तो कई अब भी CBI को चकमा देकर फरार हैं।


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नई दिल्ली। पूरे देश को झकझोर देने वाले व्यापंम घोटाले का “जिन्न” एक बार फिर “बोतल” से बाहर आ गया है। इस घोटाले का खुलासा करने में अहम भूमिका निभाने वाले डाक्टर आनंद राय ने BJP के प्रवक्ता और राष्ट्रीय नेता संबित पात्रा को Notice दिया है। गौरतलब है कि डाक्टर आनंद राय को तब जान से मारने की धमकियां मिलीं थीं। संबित पात्रा ने एक टीवी चैनल के डिबेट में डाक्टर आनंद राय को “हत्यारा” जैसे शब्द कहे थे।


Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing Institutionव्यापंम घोटाले की CBI कर रही है जांच

डाक्टर आनंद राय के मुताबिक व्यापमं घोटाले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) कर रही है, इसलिए वे सभी बेचैन हैं। आरोप है कि सरकार सिर्फ मुझे डराने के लिए मुझ पर निशाना साध रही है और वे चाहते हैं कि मैं समर्पण कर दूं, लेकिन मैं किसी भी दबाव के आगे घुटने नहीं टेकूंगा। सरकार ने यह कार्रवाई व्यापमं और डीमेट के खिलाफ उनकी तरफ से लड़ी जा रही लड़ाई के चलते की है। लेकिन सरकार चाहे तबादले करे या कुछ और उनकी लड़ाई जारी रहेगी।

टीवी चैनल के डिबेट पर संबित पात्रा ने बोला था हत्यारा

व्यापंम घोटाले के मामले ने जब तूल पकड़ा तो तमाम से टीवी चैनल इस घटना से जुड़े लोगों की मौत पर डिबेट करने लगे। BJP के प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक  टी वी चैनल पर  डिबेट के दौरान डॉ आनंद राय को हत्यारा तक कह दिया था। संवित पात्रा ने इस तरह का शब्द व्यापम घोटाले में हो रही मौतों के बाद दिया था

आनंद राय ने संबित पात्रा को थमाया Notice

व्यापमं घोटाले को जनता के सामने लाने वाले डॉ आनंद राय ने BJP प्रवक्ता संबित पात्रा को 2015 में एक टेलीविजन समाचार बहस के प्रसारण के दौरान कथित तौर पर ‘एक खूनी’ बोले जाने के लिए एक मानहानि नोटिस जारी किया है। नोटिस ज़ारी करते हुए डॉ आनंद राय ने  कहा “मैंने बीजेपी और पात्रा को एक साल का समय दिया, ये साबित करने में कि मैं ख़ूनी हूं या ऐसा कोई भी मामला मेरे खिलाफ दायर हो। संबित पात्रा के आनंद राय को खूनी करार दिए जाने के बाद सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद शुभचिंतकों के फोन तक डाक्टर आनंद राय के पास आने लगे थे। यही वजह से कि आनंद राय बीजेपी लीडर संबित पात्रा के खिलाप मानहानि का नोटिस देने के लिए मजबूर हुए।

क्या है व्यापमं मामला

व्यापमं भर्ती घोटाला मध्यप्रदेश का ही नहीं बल्के देश का भी बड़ा घोटाला माना जाता है। इस घोटाले कई बड़े नाम सामने आए। इसमें कई लोग सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। खुद हाईकोर्ट इस मामले की जांच पुलिस की स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम से करवा रही है। आरोप है कि साठगांठ कर मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले में फर्जीवाड़ा कर भर्तियां की गईं। इस घोटाले के अंतर्गत सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार कर रेवड़ियों की तरह नौकरियां बांटी गईं।

दरअसल मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल का काम मेडिकल टेस्ट जैसे पीएमटी प्रवेश परीक्षा, इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा व शैक्षिक स्तर पर बेरोजगार युवकों के लिए भर्ती के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन कराना है। इन्ही चयनों एवम भारतीयों में व्यापक घोटाला सामने आया था।

सुलखान सिंह के uppolice के DGP का पद संभालने के कुछ महीने के दौरान ही पुलिस ने करीब 450 से अधिक Encounter किए। करीब डेढ़ दर्जन बदमाश मारे गए। बेहद ईमानदार छवि के सुलखान सिंह के कार्यकाल में मातहतों का मनोबल काफी बढ़ रहा।


[caption id="attachment_17475" align="aligncenter" width="573"]sulkhan singh dgp up with upcm yogi sulkhan singh dgp up with upcm yogi[/caption]

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह 30 सितंबर 2017 (शनिवार) को रिटायर हो रहे हैं। उनकी विदाई को यादगार बनाने के लिए uppolice की तरफ से पुलिस लाइन में रैतिक परेड का आयोजन किया जा रहा है। हालांकि यूपी सरकार ने DGP सुलखान सिंह को तीन महीने का सेवा विस्तार देने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है। यदि केंद्र ने यूपी गवर्नमेंट का यह प्रस्ताव मंजूर किया तो श्रीसिंह का कार्यकाल तीन महीने के लिए और बढ़ जाएगा।


Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing Institution



नए DGP को लेकर कई सीनियर IPS हैं रेस

uppolice का पुलिस महानिदेशक DGP बनने के लिए कई सीनियर IPS अफसर रेस में हैं। इसमें दो अफसर बिहार के हैं। बताया जा रहा है कि यदि सुलखान सिंह को केंद्र सरकार ने तीन महीने का एक्टेंशन नहीं दिया तो जिन नामों की चर्चा चल रही है, उन्हीं में से कोई एक सीनियर IPS डीजीपी की कुर्सी पर बैठेगा। यदि केंद्र सरकार ने सुलखान सिंह के एक्टेंशन दे दिया तो फिर तीन महीने के लिए चर्चा में बने हुए इन अफसरों को एक बार फिर मायूसी ही हाथ लगेगी।

रैतिक परेड की सलामी लेंगे DGP सुलखान सिंह

यूं तो शनिवार को uppolice के DGP सुलखान सिंह रिटायर हो रहे हैं। मातहतों ने रिजर्व पुलिस लाइन में उनके विदाई समारोह की तैयारी में करनी शुरु कर दी है। उनके रिटायरमेंट के मौके पर विभाग की तरफ से रैतिक परेड का आयोजन सुबह 8 बजे से किया जाएगा। इस मौके पर DGP सुलखान सिंह रैतिक परेड की सलामी लेने के साथ मातहतों को संबोधित भी करेंगे। इस समारोह में uppolice के कई पुलिस कर्मियों को उनकी विशिष्ट सेवा के लिए सम्मानित भी किया जाएगा।

[caption id="attachment_17476" align="aligncenter" width="640"] uppolice DGP sulkhan singh[/caption]

सुलखान सिंह के कार्यकाल में 450 Encounter, इस लिए खुश हैं CM योगी


कुछ महीने पहले ही uppolice के DGP की कमान संभालने वाले सुलखान सिंह सूबे के ईमानदार अफसरों में से एक हैं। यूपी के बुन्देलखंड स्थित बांदा जनपद के मूल निवासी सुलखान सिंह के कार्यकाल में मातहतों का मनोबल काफी बढ़ा रहा। श्रीसिंह के महज कुछ महीने के कार्यकाल में ही मातहतों ने पूरे यूपी में करीब 450 से अधिक मुठभेड़ कीं। जिसमें करीब डेढ़ दर्जन बदमाश मारे गए। कई पुलिस की गोलियों से घायल भी हुए। uppolice के मुताबिक करीब 1100 से अधिक शातिर अपराधियों को सलाखों के पीछे जेल भेजा गया। शायद यही वजह रही कि उनके कार्यकाल में अपराधियों पर कसी गई नकेल को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके सेवा विस्तार के लिए केंद्र की मोदी सरकार को पत्र भी लिखा।

BHU में धरने पर बैठीं छात्राओं पर आधी रात को हुए बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में Kanpur AAP (दक्षिण) के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर बड़ा चौराहा पर अपने बाल मुंडवाए। कांग्रेस के बाद किसी भी राजनीतिक दल की तरफ से BHU कांड को लेकर यह दूसरा विरोध प्रदर्शन था। नगर निकाय के चुनाव को देखते हुए Kanpur AAP के कार्यकर्ताओं का जोश दिन पर दिन देखते ही बन रहा है।


[caption id="attachment_17469" align="aligncenter" width="640"]kanpur AAP 27 sep2, redeyestimes.com kanpur AAP[/caption]

कानपुर। तीन दिन पहले BHU में छात्राओं पर हुए बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में Kanpur AAP के कार्यकर्ताओं ने शहर के बड़ा चौराहे पर सिर मुंडवा विरोध और प्रदर्शन किया। Kanpur AAP के कार्यकर्ताओं ने कहा कि हर मोर्चे पर यूपी की योगी सरकार फेल हो चुकी है। मंत्री और विधायक मौज कर रहे हैं। जनता और छात्र-छात्राएं लाठियां खा रहे हैं। गौरतलब है कि BHU लाठीचार्ज के विरोध में कांग्रेस और सपा पहले ही यूपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं।


[caption id="attachment_17470" align="aligncenter" width="720"]kanpur AAP 27 sep2, redeyestimes.com kanpur AAP[/caption]

Kanpur AAP के कार्यकर्ताओं ने बड़ा चौराहे पर मुंडवाए बाल

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत Kanpur AAP सोमनाथ पाल, प्रशांत त्रिपाठी और संदीप शुक्ला (राकी) की अगुवाई में कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए बड़ा चौराहा पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं ने अपने बाल मुंडवा BHU में छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज का विरोध किया।

Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing Institution“कन्याओं पर लाठी से वार लाचार है योगी सरकार”

Kanpur AAP के कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां लेकर बुधवार को बड़ा चौराहा पहुंचे। इन तख्तियों पर “कन्याओं पर लाठी से वार, लाचार है योगी सरकार” “BHU की बहनों के सम्मान में आम आदमी पार्टी मैदान में” जैसे स्लोगन लिखे हुए थे। कार्यक्रम में महिला कार्यकर्ताओं की भी भागीदारी कम नहीं थी।

बुधवार को हुए विरोध और प्रदर्शन के कार्यक्रम में Kanpur AAP के नेताओं ने कहा कि यूपी सरकार के मंत्री और विधायक मौज कर रहे हैं। जनता पहले मंहगाई के मार से बेहाल थी और अब सरकार इंसाफ और हक के लिए आवाज बुलंद करने वाली छात्राओं का मुंह बंद कराने के लिए आधी रात बर्बर तरीके से लाठीचार्ज करवा रही है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता चुप बैठने वाले नहीं है। यूपी सरकार की हर गलत नीतियों का कार्यकर्ता खुलेआम सड़कों पर विरोध करेंगे।

कार्यक्रम में विनय अवस्थी, धर्मेंद्र कुमार, नागेंद्र राणा, मुकेश झा, संजय झा, निशा निगम, ज्योति श्रीवास्तव, कृष्णा प्रजापति, प्रमोद बाबा, केसरी लाल गुप्ता, प्रमोद बाबा समेत कई दर्जन कार्यकर्ता मौजूद रहे।

अनोखे नाम के युवक ने Rape के आरोपी कथित महंत सियाराम दास की स्कूल प्रबंधिक रिंटू सिंह के हाथों युवती को बेंचा था। महंत को जेल भेजने के बाद रिंटू सिंह की तलाश में पुलिस दे रही है दबिश। पीड़िता के मुताबिक 8 महीने तक कैद में रख महंत के साथ कई अन्य लोगों ने भी किया Rape


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सीतापुर। भगवा चोला ओढ़कर भोली-भाली युवतियों से Rape करने वाले बाबाओं की अब आफत आ चुकी है। सीतापुर के नैमिषारण्य का कथित महंत सियाराम दास युवती को आठ महीने से कैद करके जबरन Rape कर रहा था। इस बात का खुलासा देर रात इंट्रोगेशन के दौरान युवती ने पुलिस के सामने किया। युवती के मुताबिक कथित महंत सियाराम के अलावा कई अनजान लोग भी उसका शारीरिक शोषण कर चुके हैं। फिलहाल कथित महंत को जेल भेजने के बाद पुलिस अब युवती का सौदा कर उसे खरीदने वाली स्कूल की प्रबंधिका रिंटू सिंह की तलाश में छापेमारी कर रही है।


Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing Institutionसीतापुर में मिश्रिख को बनाया था महंत ने अपना अड्डा

Rape के मामले में अरेस्ट किए गए कथित महंत सियाराम की उम्र करीब साठ साल के आसपास है। यह कथित महंत काफी रंगीन मिजाज का बताया जाता है। सूत्रों की मानें तो राजधानी लखनऊ से लेकर आगरा तक उसने काफी बेनामी संपत्ति बना रखी है। इसमें कई स्कूल और कालेज भी शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक Rape के मामले में गिरफ्तार किए गए कथित महंत सियाराम दास के स्कूल की प्रबंधिका रिंटू सिंह ने पीड़ित युवती को खरीदा था। कुछ लोग युवती को बेंच गए थे। उसके बाद युवती को बंधक बनाकर कथित महंत उसके साथ Rape कर रहा था। पुलिस के सामने बिलखती युवती ने बताया कि हर रोज कई अनजान लोग भी उसके साथ दुष्कर्म करते थे।

Rape पीड़ित युवती की सूचना पर सीतापुर पुलिस ने किया महंत को Arrest

सीतापुर पुलिस के मुताबिक मंडे की लेट नाइट युवती ने 100 नंबर पर घटना की जानकारी दी। मिश्रिख क्षेत्राधिकारी के निर्देश पर थाना पुलिस ने दबिश दी तो Rape के आरोपी कथित महंत सियाराम दास को मौके पर ही अरेस्ट कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक अनोखे नाम के व्यक्ति की भी तलाश की जा रही है। अनोखे ने ही युवती को स्कूल प्रबंधिका रिंटू सिंह के हाथों बेंच दिया था। पीड़िता के मुताबिक उस पर हर समय पहरा लगा रहता था ताकि वह बाहर भाग न सके।

बांग्लादेश के तीन आतंकी भाइयों को कुछ दिन पहले ATS ने लखनऊ चारबाग रेलवे स्टेशन से Arrest किया था। तीनों ने ATS को कई अहम जानकारियां दी थीं। खुफिया इकाइयों की मानें तो यह खूंखार आतंकी सहारनपुर में कई बार देखा जा चुका है।


[caption id="attachment_17459" align="aligncenter" width="850"]Tauheed BangladeshTerrorist, redeyestimes.com Tauheed BangladeshTerrorist[/caption]

लखनऊ। उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्कावयड (UP ATS) ने बांग्लादेश के Terrorist  तौहीद उर रहमान पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। तौहीद उर रहमान बांग्लादेश के आतंकी संगठन अंसार उल बांग्ला का सक्रिय सदस्य है। तौहीद बांग्लादेश के जिला चौडंगा के जीबान नगर का रहने वाला है। ATS की कई टीमें इस समय इस आतंकी के पीछे लगी हुई हैं लेकिन कामयाबी न मिलने पर उसके सिर 25 हजार का इनाम रखा गया।


Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing Institution यूपी के सहारनपुर में देखा जा चुका है बांग्लादेश का यह आतंकी

UP ATS के IG असीम अरुण के मुताबिक बांग्लादेश के आतंकी तौहीद उर रहमान का हाल पता सहारनपुर में बनहेड़ा खास थाना देवबंद है। उन्होंने  बताया कि तौहीद उर रहमान आतंकी को सहारनपुर में देखा जा चुका है। उन्होंने बताया है कि तौहीद वेष बदलने, असलहों का इस्तेमाल करने तथा मार्शल आर्ट में काफी महारत हासिल है। तौहीद उर रहमान एटीएस उत्तर प्रदेश के मुकदमा अपराध संख्या 11/2017 अंतर्गत धारा 420, 467, 468, 120 बी, 18/19 यूए (पी) एक्ट में वांछित है।

ATS के IG ने जनता से की अपील

ATS के IG  असीम अरुण ने जनता से अपील की है कि यदि बांग्लादेश के इस आतंकी के बारे में कोई सूचना या जानकारी मिलने उसे ATS के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर पर शेयर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि तौहीद को देवबंद सहारनपुर में कई बार देखे जाने की जानकारी मिली है।

UP Police की मेरठ पुलिस ने एक और बदमाश को Encounter में ढ़ेर कर दिया। मारा गया मंसूर पहलवान जेल में बंद मुकीम काला गिरोह का शार्प शूटर था। करीब चार से फरार चल रहे मंसूर पहलवान पर 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित था।


[caption id="attachment_17452" align="aligncenter" width="640"]meeruth encounter, redeyestimes.com Criminal manshoor Pahlwan Encounter[/caption]

मेरठ। UP Police ने मंगलवार देर रात Encounter में एक और क्रिमिनल का “विकेट” गिरा दिया। मारा गया शातिर बदमाश मंसूर पहलवान मुकीम काला गिरोह का शार्प शूटर बताया जा रहा है। Encounter की खबर मिलते ही मेरठ की SSP मंजिल सैनी मौका-ए-वारदात पर पहुंचीं। पुलिस के मुताबिक एनकाउंटर के दौरान मंसूर पहलवान को गोली लगी। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।


[caption id="attachment_17453" align="aligncenter" width="640"]meeruth encounter1, redeyestimes.com meeruth encounter[/caption]

Encounter में मारे गए मंसूर पहलवान पर था 25 हजार का ईनाम


मेरठ पुलिस के हाथों Encounter में ढ़ेर हुए मंसूर पहलवान पर यूपी पुलिस की तरफ से 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित था। मंसूर पश्चिमी यूपी के खतरनाक अपराधी मुकीम काला गैंग के लिए काम करता था। SSP मेरठ मंजिल सैनी के मुताबिक मंसूर पहलवान पर 25 मुकदमें पुलिस के अभिलेखों में पंजीकृत थे। वह काफी समय पहले सहारनपुर से फरार हुआ था। तब से पुलिस को मंसूर पहलवान की तलाश थी। मंसूर कई बार पुलिस को गच्चा देकर भागने में भी कामयाब हो चुका था लेकिन इस बार वह पुलिस की गोलियों से नहीं बच पाया। मंसूर पर मेरठ में भी कई मुकदमें दर्ज हैं।

Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing Institutionमुकीम काला को Arrest कर चुकी है STF

मेरठ की SSP मंजिल सैनी के मुताबिक मुकीम काला को साल 2015 में STF ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। Encounter में मारा गया मंसूर पहलवान जेल में बंद मुकीम काला के इशारे पर अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए हमेशा तैयार रहता था। मंसूर के पास से पुलिस ने एक विदेशी रिवाल्वर भी बरामद की है।

विदेशी रिवाल्वर किसकी है ? मंसूर ने रिवाल्वर को लूटा था या फिर किसी और स्रोत से उसे यह विदेशी रिवाल्वर मिली थी। इस बात का पुलिस पता लगाने की कोशिश की कर रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो रिवाल्वर जर्मनी की है। यह रिवाल्वर विश्व की टाप ब्रांडेड रिवाल्वर में से एक है।

 

पिछले साल जारी की गई सूची में 25वें पायदान पर थे बाबा रामदेव के "बालसखा" बालकृष्ण। सालाना वित्तीय वर्ष में 173 फीसदी संपत्ति की इजाफा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी लगातार छठवीं बार बने नंबर-1


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नई दिल्ली। बाबा रामदेव के “बालसखा” बालकृष्ण देश के टॉप 10 अमीरों की सूची में 8वें पायदान पर पहुंच गए हैं। पतंजलि कंपनी के CEO बालकृष्ण को हुरुन इंडिया ने देश के अमीरों की लिस्ट में उन्हें यह जगह दी है। हालांकि देश के सबसे बड़े अमीरों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी नंबर वन की पोजीशन पर बरकरार हैं। वह लगातार छठवीं बार अमीरों की सूची टॉप पर पोजीशन बरकरार रखमने में कामयाब रहे।


[caption id="attachment_17447" align="aligncenter" width="898"]balkrishna with ramdev balkrishna with ramdev[/caption]

70 हजार करोड़ के मालिक हैं बालकृष्ण

पतंजलि के CEO बालकृष्ण 70 हजार करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। बाबा रामदेव के बचपन के दोस्त बालकृष्ण पिछले साल इस सूची में 25वें पायदान पर थे। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष उनकी दौलत में बेहिसाब बढ़ोत्तरी हुई है। बताया जा रहा है कि उनकी दौलत में करीब 173 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।  पिछले सालाना वित्तीय वर्ष 2017 में पतंजलि का टर्नओवर 10561 करोड़ था। सूची में डीमार्ट के मालिक दमानी भी टॉप 10 में शामिल हैं। उनकी संपत्ति में 320 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है।
Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing Institutionयमन जैसे देश की GDP से अधिक है मुकेश अंबानी की दौलत

बाबा रामदेव के “बालसखा”  बालकृष्ण की संपत्ति में तो बेतहाशा वृद्धि हुई ही है लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मुकेश अंबानी की कंपनी के शेयरों की बढ़ी कीमतों ने उनकी संपत्ति में करीब 58 फीसदी का इजाफा किया है। उनकी दौलत यमन जैसे देश की जीडीपी से अधिक है. इस देश की जीडीपी से मुकेश अंबानी की दौलत 50 फीसदी ज्यादा है।

सीतापुर जनपद की रामपुर कलां थाने की पुलिस ने मौका-ए-वारदात पर पहुंच आरोपी महंत को किया अरेस्ट। महंत के स्कूलों की प्रबंधिका रिंटू सिंह पुलिस को गच्चा देकर मौके से फरार।


[caption id="attachment_17442" align="aligncenter" width="640"]siyaram das sitapur, redeyestimes.com siyaram das sitapur[/caption]

YOGESH TRIPATHI

सीतापुर आसाराम, राम रहीम और फलाहारी बाबा के बाद अब एक और संत पर Rape का बदनुमा इल्जाम लग गया। यूपी के सीतापुर जनपद स्थित विश्व प्रसिद्ध चक्रतीर्थ नैमिषारण्य के महंत सियाराम दास न सिर्फ रेप के आरोप में फंसे बल्कि पुलिस ने उनको Arrest भी कर लिया। उनके स्कूल के प्रबंधतंत्र का कामकाज देखने वाली प्रबंधिका के खिलाफ भी केस रजिस्टर्ड किया गया है। आरोपी प्रबंधिका रिंटू सिंह फिलहाल फरार है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।


Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing Institutionसीतापुर के रामपुर कलां थाने में दर्ज हुई सियाराम दास के खिलाफ FIR

सीतापुर के रामपुर कलां थाने में नैमिषारण्य के कथित महंत सियाराम दास के खिलाफ Rape की रिपोर्ट एक युवती ने मंडे को दर्ज कराई। तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर आरोपितों की तलाश में दबिश दी। पुलिस ने कथित महंत सियाराम दास को Arrest कर लिया लेकिन उसके स्कूलों के प्रबंधतंत्र का कामकाज संभालने वाली प्रबंधिका रिंटू सिंह फरार हो गई।

जूनियर हाईस्कूल से लेकर डिग्री कालेज का संचालन करता है महंत

सीतापुर पुलिस के हत्थे चढ़ा महंत सियाराम दास करोड़ों की बेनामी संपत्ति का मालिक है। पुलिस के मुताबिक जूनियर हाईस्कूल से लेकर इंटर कालेज खोल रखा है। साल 2015 में उसने ला कालेज भी खोल दिया। मिश्रिख के क्षेत्राधिकारी राधारमण सिंह के मुताबिक मंडे की लेट नाइट पीड़ित युवती ने यूपी डायल 100 पुलिस को मामले की सूचना दी। युवती की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी महंत को मौके पर ही अरेस्ट कर लिया। सीओ के मुताबिक प्रथम दृष्टया युवती के आरोप सही पाए गए हैं। पुलिस के मुताबिक सियाराम दास व उसके स्कूलों की प्रबंधिका के खिलाफ दुष्कर्म और एससी-एसटी की धाराओं में FIR रजिस्टर्ड कर ली।

डिग्री कालेज खोलने की तैयारी में लगा था आरोपी महंत

सीतापुर जनपद के मिश्रिख सर्किल के क्षेत्राधिकारी मुताबिक पकड़ा गया महंत सियाराम दास करोड़ों की संपत्ति का मालिक है। फिलहाल इन दिनों वह डिग्री कालेज खोलने की तैयारी में था। मौके से फरार हुई स्कूल प्रबंधिका रिंटू सिंह उसकी राजदार है। वह हर गलत काम में उसका साथ देती थी। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Kanpur में इलाहाबाद रेलवे क्रासिंग के पास हटिया-आनंद विहार एक्सप्रेस के पीछे दुरंतो और उसके ठीक पीछे उसी ट्रैक पर महाबोधि एक्सप्रेस भी पहुंच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तीनों ट्रेनों के बीच महज 100 का ही अंतर था। जरा सी लापरवाही होती तो सैकड़ों जिंदगियां तबाह हो जातीं।


kanpur train trac

कानपुर Kanpur में मंगलवार सुबह एक बड़ा रेल हादसा टल गया। एक ट्रैक पर तीन एक्सप्रेस ट्रेन लापरवाही के चलते आ गईं। तीनों ट्रेनों के बीच दूरी महज 100 की बची थी। खास बात यह रही कि समय रहते तीनों ट्रेनों को किसी तरह से रोक लिया गया। जिसके चलते तीनों ट्रेनों को समय रहते रोक दिया गया। जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।


Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing InstitutionKanpur के इलाहाबाद क्रासिंग के पास ट्रैक पर आईं तीन ट्रेन

Kanpur के इलाहाबाद क्रॉसिंग से सिर्फ एक किलोमीटर की दूरी पर बड़ा हादसा होने से बच गया। सुबह 10 बजे के करीब हुई। दुरंतो एक्सप्रेस, हटिया-आनंदविहार एक्सप्रेस और महाबोधि एक्सप्रेस एक दूसरे के पीछे आ गई। प्रत्यदर्शियों के मुताबिक तीनों ट्रेन करीब 100 की दूरी पर ही थीं। जरा सी लापरवाही बड़े हादसे की वजह बनती और सैकड़ों जिंदगियां काल के गाल में समां जातीं।

जिम्मेदारों ने मुंह पर जड़ा ताला

Kanpur में बड़ा रेल हादसा ईश्वर की कृपा से टल गया लेकिन गल्ती कहां और कैसे हुई ? इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है। कोई भी जिम्मेदार अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। हटिया-आनंदविहार एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्री के मुताबिक "इलाहाबाद क्रासिंग आने के पहले ट्रेन अचानक रुक गई। जब हम लोगों ने बाहर निकलकर देखा कि तो उसी ट्रैक पर दुरंतो खड़ी थी। महाबोधि भी हमारी ट्रेन के पीछे कुछ ही दूरी पर खड़ी है। ऐसे में बड़ा हादसा भी हो सकता था।"