Lok Sabha Election 2019 :  अकबरपुर लोकसभा सीट से BJP प्रत्याशी और वर्तमान सांसद देवेंद्र सिंह (भोले) को “चुनाव जिताने और ब्राम्हणों को मनाने” के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने फॉयर ब्रांड नेता और BJP (UP)  के Ex. President लक्ष्मीकांत बाजपेयी को “मोर्चे” पर तैनात कर दिया है। मंगलवार दोपहर Kanpur पहुंचे श्रीबाजपेयी ने Kanpur BJP (North) के अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी के साथ पत्रकारों से बातचीत की। वे पांच दिनों तक अकबरपुर लोकसभा में कैम्प कर ब्राम्हण मतदाताओं की प्रत्याशी से बढ़ी नाराजगी को दूर करने का हरसंभव प्रयार करेंगे। गौरतलब है कि संडे को www.redeyestimes.com (News Portal) ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित करते हुए लिखा था कि बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र सिंह (भोले) की चुनावी नाव “ब्राम्हण मतदाताओं की नाराजगी, जातिवाद की राजनीति और भीतरघात” “भंवर” में फंसती नजर आ रही है। इस खबर को केंद्रीय चुनाव समिति ने बेहद गंभीरता से लेने के बाद लक्ष्मीकांत बाजपेयी को भेजने का फैसला लिया है।


YOGESH TRIPATHI


सिर्फ नाराज ही नहीं बेहद गुस्से में है ब्राम्हण मतदाता


अकबरपुर लोकसभा सीट की चाबी करीब 2.95 लाख ब्राम्हण मतदाताओं के पास ही है। ये सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशी भली भांति जान रहे हैं। पिछली बार बड़ी संख्या में ब्राम्हण मतदाताओं ने बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र सिंह (भोले) के पक्ष में मतदान किया था। जिसकी वजह से उनकी बंपर जीत हुई थी। सूत्रों की मानें तो इसके बाद “भोले” एक खास तरह के “सिंडीकेट” और ठाकुर बिरादरी के लोगों के बीच घिरे रहे। पांच साल तक ब्राम्हण वोटों की सुध तक नहीं ली। हर स्तर पर ब्राम्हण वर्ग के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और मतदाताओं को अपमान सहना पड़ा। 2019 के चुनाव की बेला आई तो उसके साइड इफेक्ट तुरंत दिखने शुरु हो गए। ब्राम्हण मतदाताओं के साथ कुछ कार्यकर्ता और संगठन के पुराने नेता भोल के खिलाफ लामबंद हो गए। जिसकी वजह से उनका “चुनावी समीकरण” पूरी तरह से गड़बड़ा गया।

“कोढ़ में खाज” वाली स्थित तब आ गई जब कुछ “माननीय” अंदर ही अंदर भीतरघात में जुट गए। कुछ “माननीय” के परिवारीजन और रिश्तेदार सजातीय प्रत्याशियों के लिए खुल्लम-खुल्ला वोट मांगने लगे। इसमें प्रदेश सरकार की पूर्व मंत्री प्रेमलता कटियार के भाई जगविजय कटियार का नाम सबसे ऊपर है। वे दो दिन पहले ख्यौरा एरिया में सपा-बसपा गठबंधन की प्रत्याशी निशा सचान के लिए जनसंपर्क कर वोट मांगते दिख चुके हैं। फोटो के साथ उनकी भी खबर www.redeyestimes.com (News Portal) ने मंडे को प्रकाशित की थी।


भोले को जिताने और ब्राम्हणों को मनाने” के मिशन पर आए हैं लक्ष्मीकांत बाजपेयी


बड़े सूत्रों की मानें तो Portal में प्रकाशित इस महत्वपूर्ण और अहम खबर को केंद्रीय चुनाव समिति ने बेहद गंभीरता से लेकर इस पर मंथन किया। इस बीच लोकल स्तर से भी शिकायतें भेजी गईं। जिसके बाद BJP हाईकमान ने तुरंत लक्ष्मीकांत बाजपेयी को अकबरपुर लोकसभा में पहुंचने का निर्देश जारी किया। इसमें कोई दो राय नहीं है कि लक्ष्मीकांत बाजपेयी के एक मझे हुए राजनीतिक खिलाड़ी हैं। ब्राम्हण नेताओं, कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के बीच उनकी मजबूत पकड़ है। जमीनी नेता के तौर पर श्रीबाजपेयी की पहचान होती है। अपनी इन्हीं खूबियों के चलते लक्ष्मीकांत बाजपेयी ब्राम्हण वर्ग की भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह (भोले) से बढ़ी नाराजगी को दूर करेंगे।

खबरों की मानें तो सबसे पहले वे स्थानीय संगठन के कद्दावर ब्राम्हण नेताओं के साथ गोपनीय बैठक करेंगे। किस एरिया, गांव और तहसील में विरोध अधिक है, इसकी जानकारी लेने के बाद वे रणनीति बनाएंगे। साथ ही साथ वे कई जगहों पर खुद भी पहुंचेगें। खबर ये भी है कि उनकी मौजूदगी की वजह से जो “माननीय” अंदर ही अंदर बीजेपी प्रत्याशी के “जड़” में “माठा” डाल रहे हैं, उन पर भी श्रीबाजपेयी नकेल कसने का काम करेंगे।


कांग्रेस प्रत्याशी से है मुकाबला


मीडिया से बातचीत के दौरान लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने दो टूक शब्दों में कहा कि मुकाबला कांग्रेस के साथ है। उन्होंने कहा कि सपा का अत्याचार जनता को पूरी तरह से याद है। श्रीबाजपेयी ने कहा कि सपा का अत्याचार ही उसका पेनाल्टी कार्नर है। उन्होंने कहा कि बीजेपी यूपी में इस बार 74 से अधिक सीटें जीतेगी।

[caption id="attachment_19366" align="alignnone" width="695"] अकबरपुर लोकसभा सीट से सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी निशा सचान के समर्थन में वोट मांगते पूर्व मंत्री प्रेमलता कटियार के भाई जगविजय कटियार।[/caption]

सांसद देवेंद्र सिंह (भोले) ने हाईकमान से शिकायत की


भीतरघात से जूझ रहे अकबरपुर के वर्तमान सांसद और भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह (भोले) ने कुछ वर्तमान और पूर्व “माननीयों” की शिकायत बीजेपी हाईकमान से की है। सूत्रों की मानें तो करीब दर्जन भर नेताओं की शिकायत की गई है। ये वो लोग हैं जो बीजेपी में रहकर विरोधी दलों के लिए “विभीषण” बन चुके हैं। कई दिग्गजों के रिश्तेदारों की भी शिकायत की गई है। शिकायत में Portal की निष्पक्ष खबरों को भी आधार बनाया गया है। गौरतलब है कि सोमवार को पोर्टल ने प्रदेश सरकार की पूर्व कैबिनेट मंत्री के भाई और कल्याणपुर से बीजेपी की वर्तमान विधायक नीलिमा कटियार के मामा जगविजय कटियार की फोटो के साथ में खबर प्रकाशित की थी। जिसमें वे गठबंधन प्रत्याशी निशा सचान के साथ चुनाव संपर्क कर वोट मांग रहे हैं।

 

 
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