ग्राम प्रधान बनना चाहता था गांव का संदीप उर्फ गुरु
बाधक थे ग्राम प्रधान का पति सत्येंद्र और पूर्व प्रधान भूरा सिंहसत्येंद्र की हत्या कर "एक तीर से दो शिकार" करना चाह रहा था गुरु
लैगिंग-कुर्ती और दुपट्टा पहन वकील का इंतजार करता रहा कातिल
गुरु को Arrest कर पुलिस ने “मर्डर मिस्ट्री” से उठाया पर्दा
Arrest किए गए संदीप उर्फ गुरु को मीडिया के सामने पेश कर जानकारी देते SSP (KNR) Anant Dev Tiwari। |
Yogesh Tripathi
Kanpur के Ghatampur स्थित रामसारी (ऊसर) गांव में अधिवक्ता सत्येंद्र सिंह
भदौरिया के हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। प्रधान बनने की ख्वाहिश में
गांव के ही शातिर संदीप उर्फ गुरु ने वकील की गोली मारकर हत्या की थी। ग्राम
प्रधान के वकील पति की हत्या कर वो पूर्व प्रधान को हत्याकांड में फंसाना चाहता था।
लड़की की पोशाक
पहनी फिर वकील को गोली से उड़ाया
शातिर किस्म के
संदीप उर्फ गुरु ने पुलिस को बताया कि गांव में किसी को शक न हो इस लिए उसने लड़की
की “वेश-भूषा” धारण कर रात के अंधेरे में हत्याकांड को अंजाम दिया। इसके
लिए उसने लैगिंग, कुर्ती और दुपट्टा खरीदा था। दुपट्टे से उसने मुंह को ढक लिया था
ताकि कोई पहचान न सके। बकौल संदीप वो रात के अंधेरे में यूकेलिप्टस पेड़ के नीचे
छिपकर बैठा था। रात को जब वकील सत्येंद्र सिंह लघु शंका के लिए बाहर निकले तो उसने
सीने में तमंचा सटाकर गोली मार दी। थोड़ी देर तड़पने के बाद संदीप की मौके पर ही
मौत हो गई थी।
“एक तीर से दो शिकार” का बनाया “ब्लूप्रिंट”
संदीप उर्फ गुरु
ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वो इस बार पंचायत चुनाव में हर कीमत पर ग्राम
प्रधानी चाहता था। लेकिन वर्तमान प्रधान पति सत्येंद्र सिंह और पूर्व प्रधान भूरा
सिंह सबसे बड़ी बाधा बने थे। योजना के तहत उसने सत्येंद्र सिंह का मर्डर कर उसके
पुराने दुश्मन भूरा सिंह को फंसान के लिए “चक्रव्यूह” बनाया। उसे विश्वास था कि सत्येंद्र की मौत के
बाद उसके परिजन और पुलिस पुरानी दुश्मनी के चलते हत्यारोपित बनाएंगे और उसके
रास्ते के दोनों कांटे बाहर हो जाएंगे।
हत्या में
प्रयुक्त आला कत्ल और कपड़े बरामद
14 सितंबर की रात
अधिवक्ता के सनसनीखेज हत्याकांड में पुलिस ने देर रात ही पुराने दुश्मन भूरा सिंह
के घर दबिश देकर उसे टांग लिया। उसके पास से तमंचा और कारतूस भी मिले लेकिन भूरा
हत्या में शामिल था इसका कोई ठोस प्रमाण पुलिस को नहीं मिला। इस लिए पुलिस खोजबीन
में जुटी रही। सुरागरशी के बाद पुलिस ने संदीप उर्फ गुरु को उठाया। सख्ती पर संदीप
टूट गया और हत्या का जुर्म स्वीकार कर पुलिस को पूरी “कहानी” बयां कर दी।
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