- यूपी में भी कई हत्याओं को अंजाम दे चुका है सरफराज अहमद
- लंबे समय से फरार चल रहा था 50 हजार रुपए का इनामी
- UPSTF ने सटीक मुखबिरी पर आजमगढ़ में किया Arrest
Yogesh Tripathi
Murder के बाद शव के साथ हैवानियत कर उसकी बोटी-बोटी कर फेंकने वाले खूंखार अपराधी को UPSTF (Lucknow) की एक टीम ने आजमगढ़ जनपद में Arrest कर लिया। गिरफ्तार अपराधी का नाम सरफराज अहमद उर्फ राजा है। उसके सिर पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था। STF के मुताबिक मुंबई के भिवंडी में सरफराज अहमद ने एक व्यक्ति की हत्या कर उसके साथ दरिंदगी की थी। आजमगढ़ में भी एक व्यक्ति का Murder करने के बाद उसने बोटी-बोटी कर शव को फेंक दिया था। दो राज्यों की पुलिस को लंबे समय से सरफराज अहमद की तलाश थी। शातिर गैंगस्टर पर आजमगढ़ में ही दर्जन भर से अधिक मुकदमें पंजीकृत हैं। अहिरौली के माहुल कस्बे से STF की टीम ने मुखबिर की सूचना के बाद उसे Arrest कर लिया।
STF (ADG) अमिताभ यश के निर्देश और DIG (STF) अनंत देव तिवारी के कुशल पर्यवेक्षण में DY.SP (STF) संजीव दीक्षित के मार्गदर्शन में STF (Lucknow Unit) की टीम ने Inspector घनश्याम यादव की अगुवाई वाली टीम ने मुखबिर की सूचना पर खूंखार क्रिमिनल सरफराज अहमद को Arrest किया।
इंस्पेक्टर घनश्याम यादव (एसटीएफ) |
सरफराज उर्फ राजा ने पूछताछ में STF Team को बताया कि वर्ष 2005 में पहली बार अपने गांव के बसरे आलम, अल्लन & असलन, फैसल डब्लू के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा। जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद उसके कदम रुके नहीं बल्कि उसके कदम बढ़ते चले गए। एक अन्य साथ अख्तर सैफ के साथ मिलकर उसने लैस नाम के व्यक्ति की आजमगढ़ के कोटिला में गोली मारकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं उसने लाश की बोटी-बोटी कर उसे फेंक दिया। थाना जहानागंज में पुलिस ने इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर उसे Arrest कर जेल भेजा। करीब 17 महीने तक जेल में रहने के बाद कोर्ट से उसे जमानत मिल गई।
यूपी एसटीएफ टीम (लखनऊ मुख्यालय) |
बकौल सरफराज अहमद जेल से छूटने के बाद वह मुंबई चला गया। मुंबई के भिवंडी में उसने वर्ष 2009 में बेहद की निर्मम तरीके से गुफरान नाम के व्यक्ति की अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी। इस बार भी उसने शव के साथ हैवानियत की। भिवंडी के थाना पडगा में पुलिस ने FIR दर्ज कर उसे Arrest कर लिया। इस मामले में वह वर्ष 2014 तक मुंबई की जेल में बंद रहा। कोर्ट से जमानत मिली तो उसके बाद मुंबई के ही चारकोप नाका में रहकर अपराध की दुनिया में सरफराज उर्फ राजा सक्रिय रहा।
2017 में सरफराज उर्फ शेखू Uttar Pradesh वापस लौटा। इस बार उसने भूमि विवाद में जौनपुर निवासी नन्हे नाम के व्यक्ति की अपने दोस्तों जावेद और सफर के साथ मिलकर आजमगढ़ के दीदारगंज थाना एरिया में कत्ल कर दिया। इस मामले में भी सरफराज अहमद जेल गया। जमानत से बाहर आने पर उसकी अपराधिक गतिविधियां लगातार जारी रहीं। जिसकी वजह से आजमगढ़ पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत उस पर कार्रवाई की। लेकिन इसके बाद भी सरफराज की अपराधिक गतिविधियां जारी रहीं। जिसके बाद IG (Range) ने सरफराज को जिंदा या मुर्दा गिरफ्तार करने पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया।
STF (Team) के मुताबिक सर्विलांस सेल को Active करन के साथ-साथ मुखबिरों का जाल भी सरफराज को गिरफ्तार करने के लिए बिछाया गया। 19 जून की दोपहर अहिरौल थाना एरिया के कस्बा माहुल में इमामबाड़े के नजदीक, माहुल से फूलपुर जाने वाले मार्ग पर सरांयमीर पुलिस की मदद से उसे Arrest कर लिया गया।
सरफराज को गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर घनश्याम यादव, सब इंस्पेक्टर आशुतोष त्रिपाठी, हेड कांस्टेबल राकेश मिश्रा, दिलीप यादव, कुलदीप सिंह, विनोद कुमार सिंह, गिरजा शंकर, शिवभोला शुक्ला शामिल थे। गैंगस्टर सरफराज अहमद ग्राम लभरिया, थाना गंभीरपुर जनपद आजमगढ़ का निवासी है। उसके पास से 330 रुपए की नकदी और एक मोबाइल फोन तलाशी में बरामद हुआ है।
Post A Comment:
0 comments: