-तीन बार MLA रह चुके हैं BJP (UP) के Vice President सलिल विश्नोई

-BJP ने विधान परिषद के लिए 6 और प्रत्याशियों के नाम का किया ऐलान

-बीजेपी ने कुल 10 प्रत्याशियों के नाम की अब तक घोषणा की

 


Yogesh Tripathi

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) परिवार से गहरा ताल्लुक रखने वाले Kanpur के Ex.MLA सलिल विश्नोई को Uttar Pradesh के विधान परिषद चुनाव के लिए हाईकमान ने प्रत्याशी बनाया है। सलिल विश्नोई वर्तमान में BJP (UP) के Vice President हैं। श्रीविश्नोई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बनारस लोकसभा संसदीय क्षेत्र के प्रभारी रह चुके हैं। 


BJP के राष्ट्रीय महासचिव तथा केंद्रीय कार्यालय प्रभारी Arun Singh ने शनिवार को 6 और प्रत्याशियों के नाम Final कर List जारी की।  इसमें Kanpur के कद्दावर नेता Salil Vishnoi का भी नाम है। BJP ने शनिवार को जो सूची जारी की है, उसमें प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला, कुंवर मानवेंद्र सिंह, सलिल विश्नोई, अश्वनी त्यागी, डॉ. धर्मवीर प्रजापति तथा सुरेंद्र चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। गोविंद नारायण शुक्ल भाजपा के प्रदेश संगठन में कार्य कर रहे हैं और उनको सदन में भेजे जाने की लंबे समय से चर्चा की जा रही थी।

 


उल्लेखनीय है कि सलिल विश्नोई के पिता जी भी जनसंघ से जुड़े रहे थे। वह लंबे समय तक संघ के ताकतवर पदाधिकारी भी रहे। खुद सलिल विश्नोई की "प्राइमरी पाठशाला" भी RSS ही रही है। सलिल विश्नोई को बीजेपी ने पहली बार 2002 के विधान सभा चुनाव में जनरलगंज (वर्तमान में आर्यनगर) सीट से प्रत्याशी बनाया था। सलिल ने इसके बाद 2007 और 2012 का विधान सभा लगातार जीतकर हैट्रिक बनाई लेकिन 2017 के चुनाव में वह सिर्फ कुछ हजार वोटों से हार गए। हार के बाद भी BJP में उनका कद काफी प्रभावी रहा। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस के वह प्रभारी रहे। साथ ही साथ प्रदेश संगठन में भी उनको समायोजित कर दो बार महामंत्री बनाया गया। वर्तमान में वह बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं। करीब दो दशक से भाजपा की राजनीति में सक्रिय सलिल विश्नोई एक बड़े व्यापारी नेता भी हैं। व्यापारी वर्ग में उनकी काफी तगड़ी पकड़ है। 

2022 के चुनाव में आर्यनगर सीट पर मचेगा घमासान

सलिल विश्नोई को विधान परिषद का प्रत्याशी बनाए जाने के बाद ये बात बिल्कुल साफ हो गई है कि 2022 में आर्यनगर सीट से विधायकी का चुनाव अब कोई और लड़ेगा। कौन लड़ेगा ? यह किसी को नहीं मालुम लेकिन दावेदारों की संख्या काफी लंबी होगी। जानकारों की मानें तो एक पूर्व विधायक समेत करीब दर्जन भर दावेदार सक्रिय होंगे। जिसमें कुछ "माननीय" के परिजन भी शामिल हैं। हालांकि एक बात ये भी सही है कि टिकट जिसे भी मिलेगी, उसमें स्वीकृति सलिल विश्नोई की अवश्य रहेगी। 

 


 


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