• धूमनगंज SHO ने शाहगंज थाने में लिखाई FIR
  • पुलिस ने कोर्ट से हत्यारोपितों का मांगा रिमांड
  • क्रॉस फायरिंग में लवलेश तिवारी के गोली लगने की खबर
  • डॉन बनने की चाहत में तीनों ने अतीक-अशरफ को मौत के घाट उतारा


Yogesh Tripathi

अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में स्वचालित हथियारों से गोलियों से भूनकर हत्या करने वाले तीन हत्यारोपितों को पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने तीनों हत्यारोपितों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। इससे पहले पुलिस ने तीनों आरोपितों की रिमांड मांगी थी लेकिन कोर्ट में उस पर सुनवाई नहीं हो सकी। गौरतलब है कि शनिवार रात्रि जब अतीक और उसके भाई को पुलिस मेडिकल के लिए ले जा रही थी तो उसी समय पहले से मौजूद तीनों हत्यारोपितों ने प्वाइंट ब्लैक रेंज पर टर्की मेड पिस्टल से फायरिंग कर दोनों को मौत के घाट उतार दिया। दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों मौका-ए-वारदात से भागे नहीं बल्कि सरेंडर कर धार्मिक नारेबाजी की। 


संडे की सुबह हत्यारोपितों लवलेश तिवारी (बांदा), अरुण मौर्य (कासगंज) और सन्नी सिंह (हमीरपुर) के खिलाफ प्रयागराज के शाहगंज थाने में IPC की धारा 302, हत्या के प्रयास की धारा 307 और आर्म्स एक्ट के तहत पुलिस ने FIR रजिस्टर्ड की। पुलिस के मुताबिक आरोपितों का कहना है कि वह लोग अतीक-अशरफ गिरोह का सफाया लंबे समय से करना चाहते थे। ताकि Uttar Pradesh में उन तीनों का नाम हो लेकिन पुलिस की तगड़ी घेराबंदी की वजह से मौका नहीं मिल पा रहा था। आखिर कब तक तीनों छुटभैया अपराधी बनकर रहते। तीनों ने पूछताछ में बताया कि हत्या के वक्त वह लोग पुलिस के घेरे का अंदाजा नहीं लगा पाए थे जिसकी वजह से पकड़े गए। इन बातों का उल्लेख पुलिस ने शाहगंज थाने में रजिस्टर्ड FIR में किया है। धूमनगंज थाने के SHO राजेश कुमार मौर्य ने शाहगंज थाने में लिखाई गई रिपोर्ट में लवलेश तिवारी के भी घायल होने की खबर है। पुलिस का कहना है कि क्रॉस फायरिंग में लवलेश तिवारी के भी गोली लगी है। जिसका उपचार स्वरूप रानी मेडिकल कालेज में कराया गया।

हमीरपुर जनपद की कुरारा पुलिस के मुताबिक सन्नी सिंह के खिलाफ संगीन अपराधों में कई मुकदमें दर्ज हैं। जिसमें हत्या के प्रयास, लूट, विस्फोटक अधिनियम के मुकदमें हैं। सन्नी सिंह की हिस्ट्रीशीट भी कुरारा पुलिस ने खोल रक्खी है। सन्नी सिंह लंबे समय से फरार था। वहीं सूत्रों की मानें तो सन्नी सिंह लंबे समय तक हमीरपुर की जेल में बंद रहा है। उसके कनेक्शन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खतरनाक गैंगस्टर सुंदर भाटी गिरोह से भी बताए जा रहे हैं। STF की टीमें हर बिन्दु पर छानबीन कर रही हैं। गौरतलब है कि अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच शासन ने STF को सौंपी है।

हत्यारोपी लवलेश तिवारी की ये फोटो Facebook Account से प्राप्त---पोस्ट वर्ष 2019

www.redeyestimes.com (News Portal) बांदा निवासी हत्यारोपी लवलेश तिवारी के Social Media Account को जब काफी बारीकी से खंगाला तो पूर्व में पोस्ट किए गए तमाम छायाचित्र हाथ लगे। इसमें कुछ भाजापा नेताओं के साथ सेल्फी तो कई में महंत, साधु-सन्यासियों के साथ आशीर्वाद वाली फोटो भी हैं। दो फोटो में वह पिस्टल लहराता दिखाई दे रहा है।

ये फोटो वर्ष 2019 की हैं। इतना ही नहीं एक बड़े भाजपा नेता के कार्यक्रम में मौजूदगी की सेल्फी भी उसने फेसबुक पर डाल रक्खी है। बांदा रिपोर्टर के मुतबाकि लवलेश के परिजनों को पुलिस ने सख्त हिदायत दे रक्खी है कि घर के बाहर न आएं और न ही मीडिया से किसी तरह की कोई बातचीत करें।

 

 

 

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