- Tisas Zigana” पिस्टल से ही सिद्धू मूसेवाला की भी हत्या हुई थी
- चित्रकूट जेल में मुकीम काला की भी हत्या में प्रयुक्त हुई थी पिस्टल
- पिस्टल से एक बार में की जा सकती है 18 राउंड फायरिंग
- 8-10 लाख रुपए में बिकती है .9MM बोर की प्रतिबंधित पिस्टल
- हत्यारोपितों के अपराधिक इतिहास की “कुंडली” बांच रही है STF
- अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा दर्ज करवा सकती हैं हत्याकांड की FIR
- प्रयागराज की इंटरनेट सेवा को फिलहाल बंद कर दिया गया है
Yogesh Tripathi
पुलिस कस्टडी में मारे गए माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या विदेशी हथियार से की गई। पुलिस के मुताबिक Turkish Made “Tisas Zigana” पिस्टल से दोनों भाइयों पर हमलावरों ने प्वाइंट ब्लैक रेंज पर फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया। दुनिया की सबसे बेहतरनी पिस्टल में एक Tisas Zigana से 18 राउंड तक फायरिंग की जाती है। इस पिस्टल की फायरिंग रेंज 50 मीटर से अधिक है। खास बात ये है कि पिछले साल पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी Tisas Zigana पिस्टल का ही प्रयोग हत्यारों ने किया था। इस विदेशी पिस्टल को Pakistan से तस्करी कर पंजाब के रास्ते ड्रोन की मदद से भारत में लाया जाता है। हालांकि YouTube पर Made in Pakistan (Zigana) भी है। जो पूरी तरह से पाकिस्तान में तैयार की जाती है। STF इस बिन्दु पर भी गहराई से छानबीन कर रही है।
अतीक-अशरफ का हत्यारोपी बांदा निवासी लवलेश तिवारी। |
खास बात ये है कि मई 2021 में जब चित्रकूट जेल परिसर के अंदर Shoot Out हुआ था तब भी इसी Tisas Zigana पिस्टल का प्रयोग किया गया था। बेहद घातक किस्म की इस पिस्टल से अंशू दीक्षित नाम के एक खूंखार बदमाश ने West UP के दुर्दांत अपराधी मुकीम काला और मेराजुद्दीन पर अंधाधुंध गोलियां चलाकर दोनों को मार डाला था। कुछ महीना पहले ही पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की भी हत्या की गई। शूटर्स ने सिद्धू की हत्या में भी इसी Tisas Zigana पिस्टल का प्रयोग कर मूसेवाला के सीने में तमाम गोलियां उतार दीं। मूसेवाला की भी मौके पर ही मौत हो गई थी। करीब 18 राउंड फायरिंग करने वाली .9MM बोर की Tisas Zigana पिस्टल इस समय देश के बड़े-बड़े खतरनाक गैंगस्टर्स की पहली पसंद बनी हुई है।
अतीक-अशरफ का दूसरा हत्यारोपी कासगंज निवसी अरुण मौर्या |
अतीक-अशरफ मर्डर केस में सबसे बड़ी बात ये है कि तीनों हत्यारे छुटभैया हैं लेकिन उनके हाथों में Tisas Zigana खतरनाख पिस्टल आई कहां से...? किसने तीनों को ये पिस्टल मुहैया करवाई...? चूंकि इस पिस्टल की कीमत भी काफी अधिक है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं सुपारी देकर तो नहीं अतीक और अशरफ को मरवा दिया गया।
उधर, Police & STF फिलहाल तीन हत्यारोपितों की अपराधिक कुंडली बांच रही हैं। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि तीनों पर कब और कहां केस रजिस्टर्ड हुए हैं। पूछताछ में तीनों ने स्वीकार किया है कि वे बड़ा माफिया बनना चाहते थे, इस लिए वारदात को अंजाम दिया। तीनों ने कहा कि आखिर कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे, बड़ा माफिया बनना है इस लिए वारदात को अंजाम दिया। पुलिस का अफसरों का कहना है कि तीनों के बयानों में विरोधाभाष है इस लिए अभी तक पूछताछ जारी है। गौरतलब है कि रात्रि में एक हत्यारोपी ने कहा था कि अतीक और अशरफ उनके भाइयों की हत्याएं कर जमीनों पर कब्जा कर रहे थे इस लिए हत्या कर दी। उसने ये भी कहा कि हम फिदाइन बनकर पहुंचे थे, मार भी दिए जाते तो कोई गम नहीं था।
पुलिस सूत्रों की मानें तो हमीरपुर निवासी सन्नी सिंह पर करीब 17 मुकदमें दर्ज हैं। सनी करीब 10 साल से फरार चल रहा था। सनी हमीरपुर के कुरारा थाना एरिया के एक मोहल्ले में रहता है। बताया जा रहा है कि सन्नी सिंह के कनेक्शन सुंदर भाटी गैंग से हैं। जबकि अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है। पुलिस की एक टीम उसके घर पर मौजूद है। अरुण मौर्य पर भी मुकदमें हैं। पुलिस उसके परिवारीजनों से पूछताछ कर रही है। वहीं बांदा निवासी लवलेश तिवारी ड्रग्स का लती है। उसके परिवार के लोगों ने उससे संबंध तोड़ रक्खे हैं। लवलेश की फेसबुक खंगालने पर पता चला कि वह खुद को बजरंग दल का पदाधिकारी भी लिखे हुए है। लवलेश के पिता का कहना है कि एक लड़की से छेड़छाड़ और सरेराह उसकी पिटाई के आरोप में लवलेश जेल जा चुका है। वह लंबे समय तक घर के बाहर ही रहता रहा है।
दूसरी तरफ प्रयागराज जनपद को पूरी तरह से छावनी में तब्दील करने के बाद अतीक और अशरफ के शवों का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी चल रही है। संभावना है कि दोपहर तक पोस्टमार्टम होने के बाद शवों को उसी कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा, जहां 24 घंटा पहले असद की लाश को दफनाया गया था। पोस्टमार्टम से लेकर कब्रिस्तान तक भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। धारा 144 रात्रि में ही लागू कर दी गई थी। अफवाहों पर रोकथाम के लिए प्रयागराज में इंटरनेट सेवा फिलहाल रोक दी गई है।
Media Report’s की मानें तो अतीक और अशरफ की हत्या के मामले में अशरफ की बेगम जैनब फातिमा FIR रजिस्टर्ड करवा सकती हैं। उनकी तरफ से तहरीर देने की तैयारी चल रही है। थोड़ी देर में वकील तहरीर लेकर शाहगंज थाने पहुंच सकते हैं। चूंकि उमेश पाल मर्डर केस में पुलिस ने अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन को भी नामजद कर 50 हजार का इनाम घोषित किया है। इस लिए जैनब फातिमा की तरफ से ही मुकदमा पंजीकृत करवाए जाने की संभावना है।
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