- चकेरी में मालिक को जेल भेजवाया फिर मकान पर कब्जा करवाया
- जेल में बंद मकान मालिक की बेटी को भी उठवाया, अब तक सुराग नहीं
- Court के आदेश पर दर्ज मुकदमें में चकेरी पुलिस चुकी है Final Report
- पीड़ित लड़की ने कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए 164 के बयान
- पहले भी कई बार यौन शोषण कर चुका है आरोपी दिनेश त्रिपाठी
Rape का आरोपी रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश त्रिपाठी (फोटो साभार--Google)
Yogesh Tripathi
13 साल की नाबालिग बच्ची के साथ Rape के मामले में Arrest होकर सलाखों के पीछे गए चर्चित रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर Dinesh Tripathi ने गुनाहों की लंबी चादर ओढ़ रखी है। दिनेश त्रिपाठी ने जिस रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मचारी को चरस के आरोप में जेल भेजवाने के बाद मकान पर कब्जा किया था, उसकी नाबालिग बेटी पिछले कई साल से “गुमशुदा” है। पीड़ित ने Court के आदेश पर बेटी का अपहरण करने की रिपोर्ट दिनेश त्रिपाठी के खिलाफ दर्ज कराई थी लेकिन चकेरी पुलिस Dinesh Triparhi के रसूख के आगे पस्त हो गई। पुलिस ने मामले में Final Report लगाकर फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया। तमाम खुलासे होने के बाद पुलिस कमिश्नर (CP) असीम अरुण ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी केसों की समीक्षा कराने के बाद दोबारा फाइलों को खोलने की बात कही है।
मामला करीब 18 साल पुराना है। Kanpur Dehat निवासी शिव सिंह एयरफोर्स के रिटायर्ड कर्मचारी हैं। शिव सिंह का चकेरी में एक मकान है। आरोप है कि दिनेश त्रिपाठी ने वर्ष 2003 में उसके मकान पर कब्जा कर लिया। मकान बचाने के लिए जब उन्होंने कानूनी लड़ाई का सहारा लिया तो दिनेश त्रिपाठी ने पुलिसिया रसूख के दम पर उनके खिलाफ एक के बाद एक करीब दर्जन भर मुकदमें दर्ज करवा दिए। वह खुद को बचाने के लिए बैकफुट पर आ गए। आरोप है कि वर्ष 2013 में दिनेश त्रिपाठी ने उसे 10 किलो चरस के साथ जेल भेजवा दिया था। भारी मात्रा में चरस उसके पास से फर्जी ढंग से पुलिस ने बरामद करवा दी थी।
शिव सिंह का आरोप है कि उनके जेल जाने के कुछ महीना बाद ही उनकी 8 साल की बेटी भी लापता हो गई। चूंकि वह जेल में थे और कोई पैरवी करने वाला था नहीं। इस लिए बेटी की सुरागरशी नहीं हो पाई। बकौल शिव सिंह 2018 में कोर्ट के आदेश पर चकेरी थाने में दिनेश त्रिपाठी के खिलाफ अपहरण का मुकदमा पंजीकृत करवाया। आरोप है कि चकेरी पुलिस Dinesh Tripathi के रसूख के आगे नतमस्तक हो गई और Final Report लगाकर फाइल बंद कर दी। शिव सिंह का आरोप है कि उनकी बेटी को गायब कराने में दिनेश त्रिपाठी का ही हाथ है।
नाबालिग बच्ची से पहले भी किया था Rape
Rape पीड़ित नाबालिग लड़की ने गुरुवार को कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने CRPC 164 का बयान दर्ज करवाया। बताया जा रहा है कि पीड़िता ने कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। जिसमें दिनेश त्रिपाठी पर लंबे समय से यौन शोषण की बात भी शामिल है। पीड़ित परिवार की मानें तो जान से मारने की धमकी देकर दिनेश त्रिपाठी लड़की के साथ लंबे समय से अश्लीलता कर रहा था। कई बार उसने रेप भी किया। लड़की के विरोध करने पर उसने जान से मारने और जिंदगी को बर्बाद करने की धमकी भी दी। घटना वाले दिन पीड़िता की मां ने शोर सुनकर दिनेश त्रिपाठी को रंगे हाथ पकड़ लिया।
Mobile पर गिड़गिड़ाता रहा Dinesh Tripathi
जिस चकेरी थाने में एक दशक पहले तैनाती के दौरान दिनेश त्रिपाठी हेकड़ी और रंगबाजी के साथ मकानों पर कब्जा करता था, उसी थाने में जब वह रेप का आरोपी बना तो उसकी सारी खुमारी उतर गई। पीड़ित परिवार के मुताबिक घटना के बाद वह मौके से चला गया। उसके बाद उसने पीड़िता की मां को मोबाइल कर माफी मांगनी शुरु कर दी। उसने पैर छूने और दोबारा ऐसी हरकत न करने की कसम भी खाई। चकेरी पुलिस का कहना है कि आडियो की रिकार्डिंग पुलिस के पास है। पुलिस विवेचना के दौरान उसे साक्ष्य के तौर पर न्यायालय में पेश करेगी।
“पुलिस कमिश्नर (CP) असीम अरुण का कहना है कि कई पुराने मामले प्रकाश में आ रहे हैं। सभी की समीक्षा कराने के बाद इन केसों की फाइल दोबारा खोली जाएगी। ताकि नए सिरे से मामलों की निष्पक्ष जांच हो सके। साथ ही इसके लिए विशेष टीम का गठन किया जाएगा। जिसकी निगरानी DCP रैंक के अधिकारी करेंगे”।
Post A Comment:
0 comments: