-Bikru Case के दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का भरोसा अधिवक्ता को दिया

-जयकांत बाजपेयी के सभी मामलों में उच्चस्तरीय जांच का आश्वासन

-इंटेलीजेंस की जांच रिपोर्ट के बाद कड़ी कार्रवाई का संकेत 



 

Yogesh Tripathi

Uttar Pradesh में 2020 के बेहद चर्चित Bikru Case के गैंगस्टर Vikas Dubey और उसके खजांची जयकांत बाजपेयी के खिलाफ लंबी कानूनी लड़ाई लड़ रहे अधिवक्ता सौरभ भदौरिया (RTI Activist) ने मुख्यमंत्री की चौखट पर पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने शपथ पत्र के साथ तमाम दस्तावेज भी सौंपे। सौरभ भदौरिया ने (News Portal) को बताया कि वह मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से आए मैसेज के बाद मुलाकात के लिए पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने हर बिन्दु पर जानकारी लेने के बाद Bikru Case के गुनहगारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन दिया है। सौरभ भदौरिया का कहना है कि IG रैंक के एक सीनियर IPS Officer’s के खिलाफ भी उन्होंने शिकायत दर्ज कराते हुए मामले की किसी रिटायर्ड जज या फिर बड़ी जांच एजेंसी से कराने की मांग की है। 

इंटेलीजेंस की जांच रिपोर्ट के बाद होगी कड़ी कार्रवाई

तमाम दस्तावेजों को साझा करते हुए अधिवक्ता सौरभ भदौरिया ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से मैसेज आने के बाद वह मंगलवार की दोपहर पहुंचे। सौरभ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से Bikru Case के आरोपी और गैंगस्टर विकास दुबे के खजांची रहे जयकांत बाजपेयी व उसके भाइयो के खिलाफ दर्ज मामलों की उच्चस्तरीय जांच कराने की बात कही। जयकांत बाजपेयी और उसके गिरोह की आर्थिक अपराध शाखा व मदगार रहे पुलिस कर्मियों की विजलेंस जांच का आश्वासन मिला। बकौल सौरभ जयकांत बाजपेयी और उसके करीबियों की इंटेलीजेंस जांच जारी है। रिपोर्ट मिलने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 


 

धारा में "खेल" करने पर विवेचक की शिकायत 

सौरभ का कहना है कि मुख्यमंत्री ने शहर के एक बड़े अफसर से जयकांत बाजपेयी और उसके भाइयों व गिरोह के लोगों से संबंधित लोगों के खिलाफ दर्ज मुकदमों में अब तक की गई कार्रवाई की रिपोर्ट 24 घंटे में मांगी है। SIT रिपोर्ट में पासपोर्ट और शस्त्र लाइसेंस के मामलों में जिन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था, उसमें भी विवेचना के दौरान खेल कर दिया गया। शिकायत पर विवेचना करने वाले विवेचक के खिलाफ विजलेंस जांच का आश्वासन मिला। 

सरकारी भूमि पर कब्जा कर बिक्री करने में कार्रवाई नहीं

सौरभ का आरोप है कि सरकारी भूमि पर कब्जा कर उसकी बिक्री करने के मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने की शिकायत भी की। साथ ही जयकांत बाजपेयी की तमाम संपत्तियों को अब तक जब्त न किए जाने की शिकायत भी मुख्यमंत्री से की। सौरभ ने आरोप लगाया कि कई मुकदमा दर्ज होने के बाद भी वह कई अफसरों का दुलाराथा। अफसरों से निकटता की वजह से वह अपने गोरखधंधों का अंजाम देता था। बकौल सौरभ इस पर मुख्यमंत्री ने जयकांत बाजपेयी से करीबी संबंध रखने वाले तीन अफसरों के खिलाफ कमिश्नर की रिपोर्ट आने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से जांच कराए जाने का भरोसा दिया है। 

सीनियर IPS Officer's की लिखित शिकायत

सौरभ ने आइजी स्तर के एक सीनियर IPS Officer’ और एक एसपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई। सौरभ का कहना है कि इन दोनों अफसरों की आय से अधिक संपत्ति के मामलों की जांच गृह विभाग की तरफ से की जा रही है। सौरभ ने ये जांच किसी रिटायर्ड जज से कराने की मांग की। बकौल सौरभ भदौरिया उन्होंने ये सभी शिकायतें लिखित तौर पर शपथ पत्र देकर कहीं है। जिस पर मुख्यमंत्री की तरफ से आश्वस्त किया गया है कि Bikru Case से जुड़े हर गुनाहगार को वह कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का भरपूर प्रयास करेंगे ताकि समाज में एक नजीर पेश। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार में माफिया और अपराधी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे।

 

 

 

 

 

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