CEC (केंद्रीय चुनाव समिति) की “मैराथन” मीटिंग के बाद BJP हाईकमान ने लोकसभा प्रत्याशियों के 250 नामों पर सहमति जताते हुए First List करीब-करीब Final कर ली है। ये लिस्ट अगले कुछ घंटों में जारी हो सकती है। शाम 7 बजे 184 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान भी पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य जेपी नड्डा ने कर दिया। लेकिन UP की Kanpur लोकसभा सीट को लेकर “शह-मात” का “खेल” Start है। Portal के सूत्रों की मानें तो कानपुर की सीट Nagpur और Delhi के बीच फंसी है। ब्राम्हण कार्ड खेलने का मन बना चुका BJP हाईकमान किसी लोकल नेता को प्रत्याशी बनाता है या फिर "SKY LAB" को टिकट देता है ? ये बड़ा "यक्ष प्रश्न" है। www.redeyestimes.com (News Portal) के पास बड़े सूत्रों से जो जानकारी हैं उसके मुताबिक शहर के एक बड़े और चर्चित होटल कारोबारी का भी नाम चर्चा में है। इस होटल कारोबारी के तार BJP के सभी बड़े नेताओं से हैं। BJP के नेशनल प्रेसीडेंट अमित शाह, ओम माथुर, सुनील बंसल समेत सभी कद्दावर नेताओं से इस होटल कारोबारी के बेहतर रिश्ते हैं। ये होटल कारोबारी ब्राम्हण वर्ग से आते हैं। इतना ही नहीं Bihar (JDU) समेत तमाम राजनीतिक दल के नेताओं से भी होटल कारोबारी के काफी गहरे संबध हैं। जानकारों की मानें तो ये होटल कारोबारी BJP के एक MLA के रिश्तेदार हैं। यूपी की Yogi सरकार में मंत्री अर्चना पांडेय के पिता के जरिए होटल कारोबारी ने राजनीति का "ककहरा" सीखा है।


[caption id="attachment_19106" align="alignnone" width="1199"] CEC की मीटिंग में शामिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के नेशनल प्रेसीडेंट अमित शाह।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


[caption id="attachment_19105" align="alignnone" width="720"] सतीश महाना (कैबिनेट मिनिस्टर यूपी सरकार)[/caption]

BJP कार्यकर्ताओं की पहली पसंद हैं महाना


Kanpur (BJP) के कार्यकर्ताओं की पहली पसंद सतीश महाना हैं लेकिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की पसंद कोई और ही है। बड़े सूत्रों की मानें तो अभी तक प्रत्याशिता की दौड़ में नंबर-1 चले रहे सतीश महाना पीछे होते दिखाई दे रहे हैं। सतीश महाना को पीछे करने के लिए दिग्गजों ने “ब्राम्हण कार्ड” की चाल चल दी है। तर्क दिए जा रहे हैं कि ब्राम्हण बाहुल्य सीट पर किसी ब्राम्हण चेहरे को ही उतारा जाए। यही वजह है कि महाना रेस में पीछे हो गए। हालांकि कुछ दिन पहले ही कुछ टीवी चैनलों में महाना को प्रत्याशी बनाए जाने की खबरें चलीं थीं। चर्चा है कि इसके बाद से ही “शह-मात” का खेल शुरु हो गया।

RSS के एक बड़े दिग्गज कर रहे लामबंदी


सतीश महाना की जगह अपने करीबी को टिकट दिलाने के लिए RSS के एक बड़े दिग्गज दिल्ली से लेकर नागपुर तक लामबंदी किए हैं। बड़े सूत्रों की मानें तो इस “शह-मात” के इस “खेल” में पीछ से बैकिंग वर्तमान सांसद मुरली मनोहर जोशी की भी मिल रही है। संघ के इस दिग्गज ने करीबी के लिए पूरी प्रतिष्ठा लगा रखी है।

सलिल विश्नोई के पक्ष में है संगठन के ताकतवर पदाधिकारी


कानपुर से बीजेपी के पूर्व विधायक सलिल विश्नोई अभी भी रेस में बने हुए हैं। संगठन के एक ताकतवर पदाधिकारी के साथ-साथ RSS के भी कई कद्दावर सलिल की पैरवी कर रहे हैं। सलिल वर्तमान में बीजेपी के प्रदेश महामंत्री होने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के प्रभारी भी हैं। जानकारों की मानें तो वाराणसी का प्रभारी होने की वजह से भी सलिल को लाभ मिल सकता है। सूत्रों का कहना है कि ब्राम्हण कार्ड वाले समीकरण में सलिल विश्नोई भी बाहर हो सकते हैं।

अकबरपुर शिफ्ट हो सकते हैं महाना


अकबरपुर लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद देवेंद्र सिंह भोले के लिए सबसे बड़े मुसीबत बिठूर से बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा बने हुए हैं। सांगा की दावेदारी काफी तगड़ी है। वहीं भाई की तरफ से रुपए के लेनदेन का Video Viral देवेंद्र सिंह भोले सिंह भोले और उनके पैरोकार बैकफुट पर हैं। हाईकमान का मानना है कि इन दोनों में यदि किसी को टिकट दी गई तो भीतरघात पक्की है। ऐसे में ये सीट बीजेपी हार भी सकती है। सूत्रों की मानें तो यदि कानपुर से ब्राम्हण प्रत्याशी का ऐलान किया गया तो अकबरपुर सीट पर सतीश महाना को भी बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व प्रत्याशी बना सकता है। सतीश महाना की विधान सभा महाराजपुर (अकबरपुर लोकसभा के अंतर्गत) आती है। शहर की बिठूर और कल्याणपुर विधान सभाएं भी इसी लोकसभा के अंतर्गत हैं।


नोट----Portal के सूत्रों की मानें तो Delhi & Nagpur की प्रतिष्ठा में फंसी कानपुर लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान संभव है कि पहली लिस्ट में न हो। विवाद की स्थित से बचने और "अपनों" के दूसरे दलों में शामिल होने की आशंका के मद्देनजर हाईकमान मार्च के अंत में Kanpur प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक First List में UP से 35 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होने की बात कही जा रही है।

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