करीब एक साल पहले भी Kanpur Dehat के रूरा स्टेशन के पास देश का सबसे बड़ा रेल हादसा हुआ था। जिसमें करीब सवा सौ से अधिक लोगं की जान गई थी और करीब 250 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। मंडे की दोपहर को शताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में बाइकें आने के बाद रेलवे के तमाम दावों की फिर से पोल खुल गई।
[caption id="attachment_17865" align="aligncenter" width="645"] शताब्दी एक्सप्रेस के चपेट में आते ही बाइकों के परखच्चे उड़ गए[/caption]
कानपुर। रेलवे की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। VIP ट्रेन कही जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस Kanpur Dehat के रूरा स्टेशन के पास हादसे का शिकार होने से बच गई। ट्रेन की चपेट में तीन बाइकें आईं। बाइकों के परखच्चे उड़ गए। करीब आधा दर्जन लोगों जख्मीं भी हुए हैं। दुर्घटना के बाद शताब्दी एक्सप्रेस काफी देर तक रूरा स्टेशन पर ही खड़ी रही। तकनीकी परीक्षण के बाद चालक ट्रेन को लेकर आगे बढ़ा।
मंडे की दोपहर को रूरा स्टेशन के पास हुई दुर्घटना
मंडे की दोपहर करीब 11.50 बजे शताब्दी एक्सप्रेस दिल्ली से लखनऊ की तरफ जा रही थी। शताब्दी एक्सप्रेस को पास कराने के लिए रूरा में पश्चिमी केबिन के पास का फाटक बंद कर दिया गया था। इस बीच फाटक पार कर तीन बाइक सवार ट्रैक पर आ गए। तीनो जल्दी से निकलने के चक्कर में तेज रफ्तार से आ रही शताब्दी एक्सप्रेस को नहीं देख सके और पलक झपकते ही एक-एक कर तीनों बाइकें ट्रेन की चपेट में आ गईं। तेज रफ्तार ट्रेन की टक्कर लगते ही बाइकों के परखचे उड़ गए। बाइक सवार चार युवक घायल हो गए। एक युवक काफी दूर तक घसिटता हुआ चला गया। झटका लगने के बाद वह ट्रेन की चपेट से छूटा।
शताब्दी एक्सप्रेस के चालक ने ब्रेक लगाने के बाद खड़ी कर दी ट्रेन
दुर्घटना के बाद शताब्दी एक्सप्रेस के चालक ने आगे ले जाकर ट्रेन खड़ी की। तकनीकी दल ने ट्रेन की जांच करने के बाद जब OK बोला तो फिर चालक ट्रेन को लेकर आगे बढ़ा। हादसे की वजह से काफी देर तक ट्रैक बाधित रहा। स्टेशन मास्टर महेश बाबू वैश्य के मुताबिक जांच के दौरान ट्रेन में कोई गड़बड़ी नहीं मिली। ट्रैक भी सामान्य पाया गया। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
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