Kanpur मेयर सीट के लिए घमासान काफी तेज हो चुका है। करीब पांच दर्जन आवेदन हु। सूत्रों के मुताबिक सिर्फ 24 नामों की लिस्ट हाईकमान के पास भेजी गई है। समन्वय समिति की बैठक के बाद प्रत्याशी के नाम की घोषणा 30 अक्तूबर को होगी। प्रत्याशी चयन के लिए कानपुर में लंबे समय तक अपना योगदान दे चुके RSS के पुराने "योद्धाओं" से भी अहम राय मांगी गई है।
YOGESH TRIPATHI
कानपुर। भारतीय जनता पार्टी (BJP) 30 अक्तूबर को Kanpur मेयर प्रत्याशी के नाम पर अपनी “फाइनल” मुहर लगाएगी। सूत्रों की मानें तो BJP और RSS के बीच प्रत्याशी को लेकर तालमेल बिल्कुल भी नहीं बैठ पाया। RSS के बड़े सूत्रों की मानें तो 24 आवेदकों की एक सूची हाईकमान के पास विचारार्थ के लिए भेज दी गई है। ये सभी गंभीर नाम हैं, इन नामों पर ही विचार करने के बाद प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया जाएगा।
RSS के पुराने “योद्धाओं” से ली जाएगी राय
कानपुर में लंबे समय तक काम कर चुके राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के कई पुराने बड़े पदाधिकारियों से भी मेयर प्रत्याशी के लिए राय मांगी गई है। सूत्रों की मानें तो इन पुराने RSS के पदाधिकारियों की राय को शीर्ष नेतृत्व काफी प्रमुखता से लेगा। कुछ पुराने दिग्गजों का तो कानपुर में डेरा भी पड़ चुका है। ये सभी दिग्गज चित्रकूट की मीटिंग के बाद सीधे कानपुर ही आ गए हैं।
ये हैं RSS-BJP के बीच मतभेद की सबसे बड़ी वजहें
सूत्रों की मानें तो RSS और BJP के बीच मतभेद की वजहें तो कई हैं लेकिन जो सबसे बड़ी वजह “घरवाली” और “बाहरवाली” को लेकर है। शीर्ष नेतृत्व से सीधे टच में रहने वाला भाजपा का एक धड़ा कानपुर के एक बड़े शैक्षणिक कारोबारी के घराने को टिकट दिलाने के लिए जहां अभी भी एड़ी-चोटी का जोर लगाए है तो दूसरी तरफ दूसरा धड़ा दक्षिण जिला की प्रेसीडेंट अनीता गुप्ता के लिए अंदर ही अंदर तगड़ी पैरवी करवा रहा है। अनीता गुप्ता के नाम पर भाजपा के कई “दिग्गज” अपनी मौन स्वीकृति जाहिर कर चुके हैं। वहीं RSS की राय है कि प्रत्याशी कार्यकर्ताओं के बीच से हो साथ ही वह निर्विवादित चेहरा भी हो। उस पर किसी तरह के आरोप-प्रत्यारोप न हों और वह दागी भी न हो।
समन्वय समिति की बैठक में विचारार्थ रखे जाएंगे सभी नाम
सूत्रों की मानें तो कानपुर के उत्तर-दक्षिण जिले से करीब पांच दर्जन के आसपास मेयर प्रत्याशी के लिए आवेदन आए थे। इसमें कई ऐसे भी आवेदन थे जो पार्षदी के योग्य भी नहीं थे। 24 नामों की एक लिस्ट हाईकमान को भेजी गई है। बताया जा रहा है कि RSS-BJP के बीच तालमेल नहीं बैठने की वजह से अब समन्वय समिति की बैठक के बाद नामों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। प्रत्याशी के नाम का ऐलान 30 अक्तूबर को होगा।
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