- गैंगेस्टर Vikas Dubey गिरोह के खजांची Jai Bajpai समेत कई के खिलाफ शिकायत 

- जरायम के जरिये अकूत संपत्ति बनाने के मामले में एडवोकेट की की जांच की मांग 

Yogesh Tripathi

 दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी और उसके गिरोह खिलाफ आर्थिक अपराध अनुसंधान (EOW) में शिकायत की गयी है कि किस तरह जरायम के जरिये सभी ने अकूत संपत्ति बना ली है. इस शिकायत में कई सफेदपोश के भी नाम हैं जिन्होंने गिरोह के जरिये काली कमाई इकठ्ठा की है। शिकायतकर्ता अधिवक्ता सौरभ भदौरिया ने मामले में गठित एसआईटी को भी इसकी जानकारी दी है साथ ही जल्द विजिलेंस और सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच टीम को भी साक्ष्य देने की बात की है।

क्रय विक्रय सहकारी संघ के निदेशक और अधिवक्ता सौरभ भदौरिया ने बताया की भू-माफिया जयकान्त बाजपेयी, राजयकांत बाजपेयी और गिरोह के खिलाफ पहले भी शिकायत की गयी थी। 

सौरभ का आरोप है कि जयकांत के पिता पंचर की दूकान चलाते थे, जयकांत स्क्रीन प्रिंटिंग का काम करता था और भाई राजयकांत पान की दुकान संचालित करता था लेकिन कुछ दिनों में विकास दुबे के सहयोग से जय और उसके करीबी करीब दर्जन भर लोगों ने कम समय में जरायम से अकूत संपत्ति कमाई है।

 जिनकी जांच शासन, आयकर विभाग, केडीए, सीबीआई, ईडी से कराई जाए। सौरभ का कहना है कि इसकी शिकायत पहले भी की जा चुकी है लेकिन अभी तक गिरोह के लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। उन्होंने कहा की 9 लोग हैं जो काले साम्राज्य को चलाते आ रहे थे और कुछ लोग आज भी सक्रीय हैं लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा की कुछ दिखावटी धंधो की आड़ में बड़े कारनामे गिरोह कर रहा है। 

KDA कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप

सौरभ भदौरिया ने खजांची जयकांत व रजयकांत बाजपेयी के ब्रहम्म नगर स्थित मकान 111/481 और 111/ 478 अवैध है। जिनको गिराने क आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं लेकिन KDA के कर्मचारियों की मिलीभगत से कार्यवाही नहीं हो रही है। उन्होंने कहा की इसकी शिकायत की गयी थी लेकिन कुछ दिन मकान सील करने के बाद अपराधी जयकांत ने 6 मंजिला इमारत खड़ी कर ली। जिस पर तत्काल कार्यवाही की मांग की है।
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