-Most Wanted अंगद सिंह पर घोषित था 25 हजार का इनाम

-झांसी के सीपरी बाजार में UPSTF (Kanpur Unit) ने किया Arrest

-MP की ग्वालियर जेल में बंद है सरगना सरदार सिंह लकारा

झांसी के सीपरी बाजार थाना एरिया में STF (Kanpur Unit) के हत्थे चढ़ा 25 हजार का इनामी अंगद सिंह गुर्जर।

 Yogesh Tripathi

उत्तर प्रदेश स्पेशल टॉस्क फोर्स (UPST) की Kanpur Unit ने मध्य प्रदेश की ग्वालियर जेल में बंद खूंखार अपराधी सरदार सिंह लकारा के भतीजे अंगद सिंह को झांसी के सीपरी बाजार थाना एरिया में मध्यरात्रि को Arrest कर लिया। अंगद सिंह के सिर पर 25 हजार का इनाम घोषित था। उस पर कई संगीन मामले दर्ज हैं। करीब डेढ़ साल पहले व्यापारी संजय वर्मा पर अंगद ने भाड़े के हत्यारों के साथ मिलकर अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं। इस कांड के बाद से अंगद फरार था।

दुर्दांत हत्यारा और अपहरणकर्ता है सरदार सिंह लकारा

UPSTF (Kanpur Unit) के प्रभारी Ghanshyam Yadav के मुताबिक ग्वालियर जेल में सलाखों के पीछे कैद सरदार सिंह लकारा बेहद खूंखार किस्म का अपराधी है। भाड़े पर हत्याएं और अपहरण करने सरदार सिंह लकारा एक्सपर्ट है। उसके गिरोह में करीब दर्जन भर से अधिक अपराधी शामिल हैं। गिरोह का नेटवर्क यूपी के साथ-साथ मध्य प्रदेश के कई जिलों में हैं।

गिरोह की कमान संभाले था अंगद सिंह

UPSTF (Kanpur Unit) के प्रभारी Ghanshyam Yadav के मुताबिक सरदार सिंह लकारा के जेल जाने के बाद उसका भतीजा अंगद सिंह गैंग के कमान संभाले था। पिछले कुछ महीने से उसके झांसी में मौजूद होने की सूचनाएं मिल रही थीं। जिसके बाद STF ने उसके मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लेने के साथ मुखबिरों का जाल भी बिछाया। गुरुवार देर रात्रि अंगद की लोकेशन झांसी के सीपरी बाजार थाना एरिया में मिली। Mid-Night को STF की टीम ने सीपरी बाजार थाने के फोर्स की मदद से घेराबंदी कर अंगद को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से तमंचा, कारतूस, नकदी बरामद हुई है।

व्यापारी संजय वर्मा पर बरसाईं थी गोलियां

ग्वालियर जेल में बंद सरदार सिंह लकारा की रंजिश व्यापारी संजय वर्मा से चलती है। सरदार सिंह ने जेल से ही उसके मर्डर का ब्लूप्रिंट तैयार किया। योजना के तहत अलीगढ़ से भाड़े के शूटर्स बुलाए गए। सरदार सिंह लकारा के भतीजे अंगद सिंह और प्रहलाद सिंह ने शूटर्स को सभी सुविधाएं मुहैया कराईं। रैकी के बाद शूटर्स को रुपए की व्यवस्था भी दोनों ने की। 21 जुलाई 2018 को व्यापारी संजय वर्मा अपने ड्राइवर रवि वर्मा, गनर जय गोस्वामी और सुनील कुशवाहा के साथ झांसी न्यायालय में तारीख के बाद जब पजेरो गाड़ी से लौट रहे थे तो कचहरी चौराहे के पास सभी ने तमंचे और पिस्टलों से अंधाधुंध गोलियां दागीं। हमले में संजय, सुनील, जय गोस्वामी घायल हो गए। इलाज के दौरान जय गोस्वामी की मौत हो गई थी।

गोली कांड के बाद फरार हो गया था अंगद सिंह

व्यापारी पर हमले की FIR झांसी के नवाबाद थाने में मुकदमा अपराध संख्या 334/18, धारा- 147, 148, 149, 302, 307, 120(B), 506 IPC के तहत पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ दर्ज की। अंगद सिंह इस कांड के बाद से फरार चल रहा था। कांड में आरोपित अन्य अभियुक्त जेल चले गए। इसके बाद अंगद सिंह गुर्जर ने गिरोह की कमान संभाल ली।

पहाड़ियों के बीच बसे जीजा के गांव को बनाया ठिकाना

UPSTF (Kanpur Unit) के प्रभारी Ghanshyam Yadav ने www.redeyestimes.com (News Portal) से बातचीत में बताया कि चाचा सरदार सिंह लकारा और गिरोह के अन्य बदमाशों के जेल जाने के बाद अंगद गुर्जन ने गिरोह की कमान संभाल ली। फरारी के लिए उसने अपना महफूज ठिकाना मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित डबरा की पहाड़ियों के बीच बसे अपने जीजा के गांव छोटी अकबई, थाना डबरा को बनाया। वहीं से अंगद गुर्जर अपने ताऊ सरदार सिंह लकारा के नाम पर वसूली का काम करने लगा। रंगदारी वसूलने के लिए वह कभी-कभी झांसी भी आता था। अपने मुकदमे की पैरवी के संबध में वकील से मिलने मध्यरात्रि वह प्राइवेट बस से झांसी पहुंचा। शिवानी तिराहे के पास सीपरी बाजार SHO की मदद से उसे तमंचा, कारतूस के साथ दबोच लिया गया।
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