-PFI के Arrest मेंबर्स पर है Kanpur में हिंसा भड़काने का आरोप

-खुफिया इनपुट के बाद SSP/DIG ने मातहतों को दिए थे निर्देश

-Kanpur में CM के कार्यक्रम के दौरान थी विरोध-प्रदर्शन की तैयारी

 

Yogesh Tripathi



Kanpur में UPCM Yogi AdityaNath के कार्यक्रम में विरोध-प्रदर्शन की तैयारी कर रहे केरल के चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 5 मेंबर्स को खुफिया इनपुट के बाद SSP/DIG अनंत देव तिवारी के निर्देश पर बाबूपुरवा, बर्रा और फजलगंज की पुलिस ने टाटमिल चौराहे के पास से Arrest कर लिया। Arrest किए गए PFI के सभी सदस्यों पर पिछले दिनों Kanpur के बाबूपुरवा और यतीमखाना में हिंसा भड़काने का आरोप है। गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) के खिलाफ भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई थी जबकि करीब 42 लोग घायल हुए थे। 


Kanpur के Polce Officer’s का दावा

पुलिस अफसरों का दावा है कि दिसंबर महीने में कानपुर में हुई हिंसा, धरना-प्रदर्शन में PFI ने ही धन की फंडिंग की थी। पुलिस अफसरों का ये भी दावा है कि मोहम्मद अली पार्क चमनगंज में चल रहा प्रदर्शन भी इसी फंड के जरिये संचालित होने की खबर है। इसकी भी छानबीन की जा रही है।

खुफिया इनपुट के बाद SSP/DIG अनंत देव तिवारी ने BabuPurwa (CO) Alok Singh की अगुवाई में टीम गठित की। इसमें बाबूपुरवा SHO राजीव सिंह, बर्रा SHO सतीश कुमार सिंह और फजलगंज SHO अमित तोमर के साथ स्वाट टीम प्रभारी दिनेश कुमार यादव, सर्विलांस प्रभारी हरमीत सिंह को हमराहियों को साथ चरमपंथी संगठन PFI के मेंबर्स की Arresting के लिए लगाया गया।

टाटमिल चौराहे के पास Police ने किया Arrest

जरिए मुखबिर पुलिस टीम को सूचना मिली कि PFI के 5 सदस्य टाटमिल चौराहा स्थित झकरकटी बस अड्डे के पास मौजूद हैं। इस पर पुलिस ने चारो तरफ से घेराबंदी की। पुलिस ने मोहम्मद उमर पुत्र मुद्दिदीन निवासी नगर निगम कालोनी (रामबाग) थाना बजरिया, सैयद अब्दुल हई हाशमी पुत्र मोहम्मद कय्यूम निवासी लेबर कालोनी, फहीमाबाद थाना चमनगंज, फैजान मुमताज पुत्र मुमताज अहमद निवासी कुलीबाजार थाना बादशाही नाका, मोहम्मद वासिफ पुत्र मोहम्मद फहीम निवासी कुलीबाजार, बड़ा कुरियाना थाना अनवरगंज और सरवर आलम पुत्र नवाब खां निवासी कुलीबाजार थाना अनवरगंज को गिरफ्तार कर लिया।

बाबूपुरवा थाने में रजिस्टर्ड है FIR

पुलिस का कहना है कि सभी के खिलाफ बाबूपुरवा थाने में मुकदमा अपराध संख्या 362/19 पर 147, 148, 139, 332, 353, 336, 307, 188, 427, 34, 109, 302, सेवन क्रिमिनल एक्ट, ¾ पीपीडी एक्ट और 27 आयुध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज है। पकड़े गए सभी लोग चरमपंथी संगठन पीएफआइ के सक्रिय सदस्य हैं। कानपुर में हिंसा के बाद से पुलिस के साथ खुफिया इकाइयां सभी को ट्रेस कर रही थीं। सभी ने स्वीकार किया है कि UPCM के कार्यक्रम में भी ये लोग विरोध-प्रदर्शन करवाने का ब्लूप्रिंट तैयार कर चुके थे लेकिन उससे पहले पुलिस ने Arrest कर लिया।

CAA के खिलाफ हिंसा में हुई थी 3 की मौत

गौरतलब है कि CAA के विरोध को लेकर Kanpur में 15 दिसंबर से ही विरोध की चिंगारी उठने लगी थी। 20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद शहर में भीषण बवाल हुआ। बाबूपुरवा मे हिंसा के बाद गोलीबारी, पथराव और आगजनी में तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि दर्जन भर से अधिक लोग घायल हुए। शहर में अतिसंवेदनशील यतीमखाना में भी हजारों की भीड़ ने दूसरे दिन उपद्रव किया। यतीमखाना में पुलिस के साथ उपद्रवियों के खूनी संघर्ष में 40 से अधिक लोग घायल हुए। इसमें कई पुलिस वाले भी घायल हुए थे। कुछ दिन बाद शहर के मोहम्मद अली पार्क में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं आंदोलन पर बैठ गईं, जो कि अभी भी चल रहा है।

हिंसा भड़काने में खर्च किए करोड़ों रुपए

Kanpur में सीएए विरोध को लेकर पीएफआइ ने कितनी फंडिंग की है, इसकी अधिकारिक तौर पर अफसरों की तरफ से फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है। अनुमान के मुताबिक पीएफआइ ने कानपुर में भीड़ को उकसाने के लिए 10 से 12 करोड़ रुपये खर्च किए। इसके लिए करीब 10 बैंक अकाउंट का प्रयोग किया गया है। सभी की छानबीन की जा रही है।


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