खाकी की संवेदनाएं शायद मर चुकी हैं। शायद यही वजह है कि जहां हर आंख नम थी, होंठ कंपकपा रहे थे, वहां UP Police के 3 दरोगा (सब इंस्पेक्टर) दांत चियार (खिलखिला कर हंस) रहे थे। ये तस्वीर है बुन्देलखंड के जालौन जनपद की। Photo ही अपने आप सबकुछ बयां कर रही है। शायद कोई सामान्य व्यक्ति मौके पर होता तो वह भी अपने आंसुओं को रोक नहीं पाता। लेकिन जनता की रक्षक कही जाने वाली पुलिस के 3 दरोगाओं की तस्वीर जिसने भी देखी, उसके मुंह से यही निकला “क्या गम के माहौल में भी हंसी ढूंढती है पुलिस ?” शायद संवेदनाएं मर चुकी हैं या फिर इनके आंखों का पानी सूख चुका है।


जिसकी वजह से ये इतने बड़े जघन्यकांड पर भी हंस रहे हैं। इन दरोगाओं के हंसने की वजह चाहे हो भी लेकिन कम से कम जगह और हालात को देख इनको नहीं हंसना चाहिए था। सूबे के पुलिस अफसरों को निश्चित तौर पर इसे संज्ञान में लेकर मातहतों को ताकीद देनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के कृत्य की पुनरावृत्ति न हो।


[caption id="attachment_19619" align="alignnone" width="1152"] जालौन के कुठौंद में वारदात के बाद मौके पर पहुंची राज्य महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल और डीआइजी (झांसी)।[/caption]

YOGESH TRIPATHI

राज्य महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल और DIG भी पहुंचे

उल्लेखनीय है कि जालौन जनपद के कुठौंद थाना एरिया स्थित एक गांव में लापता बच्ची का शव संडे की सुबह खेत में पड़ा मिला। बच्ची के साथ हत्या से पहले रेप की आशंका ग्रामीणों और परिजनों ने जताई। पुलिस के आला अफसर तत्काल मौके पर पहुंचे। पुलिस की टीमें बनाईं गईं। फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने साक्ष्यों का संकलन किया।

इस बड़े कांड की खबर मिलने पर दोपहर बाद राज्य महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल से लेकर DIG Range(Jhansi) तक मौका-ए-वारदात पर पहुंचे। डीआइजी ने मातहतों को कई टीम बनाकर कातिल को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर घटना का अनावरण करने की ताकीद दी। देर रात पुलिस ने FIR में दुराचार और पॉक्सो एक्ट की धारा बढ़ाई।

 

 

 

 

 
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