Uttar Pradesh के Kanpur Dehat जनपद स्थित माती मुख्यालय में स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से “कुकुरमुत्तों” की तरह उग रहे नर्सिंगहोम के तमाम “झोलाछाप” इंसानी जिंदगी से खिलवाड़ करने में बिल्कुल भी नहीं चूक रहे हैं। फ्राइ-डे की रात ओम नर्सिंगहोम में प्रसव कराने पहुंची प्रसूता की जान नर्सिंगहोम में काम करने वाले “झोलाछाप” ने ले ली। प्रसूता की मौत के बाद नर्सिंगहोम का स्टाफ ताला लगाकर भाग निकला। देर रात जब मामले की जानकारी अफसरों को मिली तो हड़कंप मच गया। मानक को ताक पर रख किराए के दड़बानुमा मकान में खोले गए इस नर्सिंगहोम को सीज करने की तैयारी चल रही है। इतने बड़े कांड के बाद CMO हीरा सिंह पूरी तरह से मौन हैं।
YOGESH TTIPATHI
प्रसूता को आशा बहू ले गई थी नर्सिंगहोम
राजपुर थाना एरिया स्थित रसधान के गांव बुधौली निवासी अजीत पांडेय की पत्नी नेहा पांडेय गर्भवती थी। शुक्रवार को नेहा की तबियत बिगड़ी तो अजीत उसे राजपुर सीएचसी ले गए। यहां से चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने रात में ही नेहा को कानपुर के हैलट अस्पताल ले जाने की सलाह देते हुए रेफर कर दिया। बकौल अजीत पांडेय उसी समय उसे आशा बहू सुनीता तिवारी मिली। सुनीता ने उसे ओम नर्सिंगहोम में ले जाने की सलाह देते हुए कहा कि सिर्फ 15000 रुपए लगेंगे और नेहा ठीक हो जाएगी।
[caption id="attachment_19546" align="alignnone" width="893"] एंबुलेंस के अंदर पड़ा प्रसूता नेहा पांडेय का शव।[/caption]
आशा बहू के झांसे में आए अजीत पत्नी को ओम नर्सिंगहोम लेकर पहुंचा। यहां पर चिकित्सकों ने ऑपरेशन किया। थोड़ी देर में डाक्टर ने बताया कि उसकी पत्नी को मरा बच्चा पैदा हुआ है। इसके बाद स्टाफ ने अजीत को मैक्सी लाने के लिए भेज दिया। अजीत अभी मैक्सी लेकर पहुंचा भी नहीं था कि मोबाइल पर पत्नी की हालत बिगड़ने की बात स्टाफ ने कही। एंबुलेंस में नेहा को लेकर स्टाफ मुख्यालय पहुंचा और वहीं जबरन अजीत को भी बैठा लिया। नेहा को लेकर सभी दूसरे नर्सिंगहोम पहुंचे तो वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
MID-NIGHT नर्सिंगहोम में ताला लगाकर स्टाफ फरार
नेहा के मरने की खबर जब ओम नर्सिंगहोम के स्टाफ को पता चली तो सभी ताला लगाकर फरार हो गए। अजीत ने जब मोबाइल किया तो उससे अभद्रता करते हुए स्टाफ के लोगों ने धमकी दी। सूचना पर देर रात ही पुलिस और तहसीलदार पहुंच गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मानें तो ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक ने नेहा का गर्भाशय तक फाड़ डाला। जिसकी वजह से उसे अत्यधिक ब्लीडिंग हुई और बाद में उसने दम तोड़ दिया।
[caption id="attachment_19547" align="alignnone" width="750"] मरे हुए नवजात को गोद में लिए नेहा पांडेय की ननद।[/caption]
पहले भी हो चुकी हैं दो मौतें, नर्सिंगहोम का बदला नाम
सूत्रों की मानें तो छह महीने पहले इसी बिल्डिंग में संचालक अंजलि नर्सिंगहोम का संचालन करता था। 15 दिनों में दो महिलाओं की मौत के बाद अंजलि नर्सिंगहोम पर कार्रवाई की गई। जिसके बाद उसे ये नर्सिंगहोम बंद करना पड़ा। दो सप्ताह बाद जिला स्वास्थ्य विभाग की साठगांठ से संचालक ने फिर उसी बिल्डिंग में ओम नर्सिंगहोम खोल दिया।
मानक को ताक पर रख खुल रहे हैं नर्सिंगहोम
स्थानीय लोगों की मानें तो मानक को पूरी तरह से ताक पर माती मुख्यालय में हर महीने एक-दो नर्सिंगहोम खुल रहे हैं। कोई तीन कमरे में नर्सिंगहोम खोल रहा है तो कोई किराए पर लेकर मकान के ऊपरी हिस्से में नर्सिंगहोम का बोर्ड टांगे है। ये गोरखधंधा पूरी तरह से स्वास्थ्य विभाग के बड़े अफसरों की साठगांठ से हो रहा है। यहां पर करीब साल भर से तैनात CMO हीरा सिंह की कार्यप्रणाली भी कई तरह से संदेह के घेरे में है। तमाम बड़ी घटनाओं के बाद भी उनकी तरफ से अभी तक नर्सिंगहोम संचालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इतना ही नहीं जो नर्सिंगहोम खुल रहे हैं वे विभाग में सूचीबद्ध भी नहीं हैं।
पीड़ित परिवार ने अभी तक नहीं दी तहरीर
नेहा की मौत के बाद हंगामा हुआ तो पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवा दिया। पूरे समय परिवार के सदस्य रोते-बिलखते रहे। पोस्टमार्टम के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए चले गए। समाचार लिखे जाने तक पीड़ित ने तहरीर नहीं दी थी। पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
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