Lok Sabha Election 2019 में "विभीषणों" के भीतरघात और ब्राम्हण मतदाताओं के विरोध का सामना कर रहे अकबरपुर लोकसभा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह (भोले) का चुनावी "समीकरण" ठीक करने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ने कमान संभाल ली है। RSS के एक प्रांतीय पदाधिकारी ने चुनाव की बागडोर को अपने हाथ में लेने के साथ ही रनिया विधान सभा में डेरा जमा दिया है। कल्याणपुर और बिठूर विधान सभा में बड़े भीतरघात से निपटने के लिए जयनारायण स्कूल में गुरुवार शाम को मीटिंग होगी। इसमें बूथ प्रमुख से लेकर सेक्टर प्रमुख तक के कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है।
[caption id="attachment_19366" align="alignnone" width="695"] अकबरपुर लोकसभा सीट से सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी निशा सचान के समर्थन में वोट मांगते पूर्व मंत्री प्रेमलता कटियार के भाई जगविजय कटियार।[/caption]
गौरतलब है कि www.redeyestimes.com (News Portal) ने अकबरपुर लोकसभा में बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ ब्राम्हण वोटर्स में भारी नाराजगी के साथ-साथ बीजेपी के कद्दावर नेताओं और उनके करीबी लोगों की तरफ से किए जा रहे भीतरघात की खबर को प्रमुखता से छापा था। जिसके बाद बीजेपी प्रत्याशी ने शिकायत हाईकमान से की। केंद्रीय नेतृत्व ने ब्राम्हण वोटर्स की नाराजगी दूर करने के लिए यूपी बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर लक्ष्मीकांत बाजपेयी को आनन-फानन में भेज दिया।
YOGESH TRIPATHI
ब्राम्हणों के विरोध और भीतरघात से BJP हाईकमान भी परेशान
कल्याणपुर और बिठूर में भीतरघात कर रहे BJP के “विभीषणों” पर नकेल कसने के लिए RSS के दिग्गज और प्रांतीय पदाधिकारी गुरुवार दोपहर को रनिया विधान सभा पहुंच गए। वे चुनाव तक यहीं पर कैम्प करेंगे। बड़े सूत्रों की मानें तो RSS के इस बड़े पदाधिकारी ने दो “माननीयों” को ताकीद देते हुए “कड़वी घुट्टी” पिला दी है। कड़े शब्दों में कहा गया है कि यदि प्रत्याशी की हार हुई तो खैर नहीं। कुछ बड़े नेताओं और उनके करीबी “कारखास” लोगों को चिन्हित करने का काम RSS के दिग्गज ने शुरु भी कर दिया है। ब्राम्हण वोटों की नाराजगी दूर करने के लिए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं।
जयनारायण स्कूल में शाम को होगी मीटिंग
कल्याणपुर विधान सभा में बड़े भीतरघात की आशंका के मद्देनजर RSS के निर्देश पर जिले के पदाधिकारी ने मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में बीजेपी के साथ-साथ RSS के भी बूथ से लेकर सेक्टर तक के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि इस विधान सभा में “बीजेपी” का किला मजबूत है। यहां पर पूर्व मंत्री प्रेमलता कटियार के भाई जगविजय कटियार गठबंधन की सजातीय प्रत्याशी निशा सचान के समर्थन में वोट मांगते हुए दिख चुके हैं। Portal ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित भी किया, जिसके बाद RSS और BJP के शीर्ष नेताओं ने संज्ञान में लेते हुए तत्काल इस पर नकेल कसने की रणनीति बनाई है।
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