Lok Sabha Election 2019 में (Kanpur) सीट का फैसला राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के हेड क्वार्टर Nagpur से होगा। RSS और BJP के कद्दावर वर्तमान सांसद मुरली मनोहर जोशी को रिपीट करने के मूड में कतई नहीं हैं। हालांकि बीजेपी की तीन पुरानी “धरोहरों” में एक डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी Kanpur से ही चुनाव लड़ने के लिए अड़े हुए हैं। बड़े सूत्रों की मानें तो शीर्ष नेतृत्व कानपुर से VIP प्रत्याशी लड़ाने का मन बना चुका है। करीब 9 लोगों के नामों पर तगड़ा मंथन चल रहा है। इसमें राजनाथ सिंह, कलराज मिश्रा के साथ-साथ यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का भी नाम है। इन VIP के अतिरिक्त यदि कोई नाम है तो वो हैं नीतू सिंह । बैरिस्टर साहब की पौत्र वधू। RSS नगर निगम के चुनाव में भी उनको मेयर के लिए प्रत्याशी बनाना चाहता था लेकिन किन्ही वजहों से नीतू सिंह की टिकट फाइनल नहीं हो सकी थी। Kanpur में लोकसभा का प्रत्याशी कौन होगा ? इसका फैसला सबसे अंत में होगा। संभव है कि होली त्योहार के बाद नाम का ऐलान किया जाए।
YOGESH TRIPATHI
कार्यकर्ताओं और जनता में है नाराजगी
बीजेपी के पास जो सर्वे रिपोर्ट कानपुर सीट को लेकर है, वो वर्तमान सांसद के निगेटिव है। मुरली मनोहर जोशी को लेकर सिर्फ जनता में ही नाराजगी नहीं है बल्कि कार्यकर्ताओं में भी नाराज हैं। जानकारों की मानें तो मुरली मनोहर जोशी की राजनीति बीजेपी से जुड़े दो-तीन लोगों के इर्द-गिर्द ही घूमती रही है। आम कार्यकर्ता की पहुंच उन तक कभी नहीं रही। साथ ही साथ मुरली मनोहर जोशी 75 की आयु को भी पार कर चुके हैं। कई मौकों पर उनका व्यवहार भी काफी खराब रहा है।
Kanpur में रिस्क नहीं लेना चाहती है बीजेपी
RSS से जुड़े लोगों की मानें तो बीजेपी और संघ कानपुर सीट को लेकर काफी गंभीर हैं। शीर्ष बिल्कुल भी रिस्क लेने के मूड में नहीं है। हालांकि यहां से भी यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, प्रदेश मंत्री और पूर्व विधायक सलिल विश्नोई, जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी के नाम प्रत्याशी पैनल में हैं। लेकिन वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए इन नामों को लेकर हाईकमान गंभीर नहीं है।
Kanpur से लड़ने के मूड में हैं कलराज मिश्रा
अंदरखाने से खबर आ रही है कि कलराज मिश्रा देवरिया के बाद यदि किसी सीट से लड़ने को इच्छुक हैं तो वो है कानपुर की सीट। वजह ब्राम्हण बाहुल्य होने के साथ-साथ पूर्वांचल वोटर्स की बड़ी तादात होना। खबर ये भी है कि यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के नाम पर भी बीजेपी विचार कर सकती है। चर्चा है कि केशव प्रसाद मौर्य यदि लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे तो फूलपुर से नहीं। पिछले साल हुए फूलपुर उपचुनाव में सपा प्रत्याशी ने बीजेपी प्रत्याशी को हरा दिया था। 2014 के चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य ने यहां पर रिकार्ड वोटों से जीत हासिल की थी।
बेटे को Lucknow से लड़ाना चाहते हैं राजनाथ सिंह
बड़े सूत्रों की बातों पर यदि विश्वास करें तो केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह अपने बेटे पंकज सिंह को लखनऊ से चुनाव लड़वाना चाहते हैं। यदि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व इस पर राजी हो जाए तो राजनाथ सिंह खाली हो जाएंगे। ऐसी सूरत में कानपुर नगर की लोकसभा सीट भी राजनाथ सिंह के लिए विकल्प बन सकती है।
अकबरपुर सीट पर देवेंद्र सिंह भोले फिर आगे
कानपुर नगर सीट से जुड़ी अकबरपुर संसदीय सीट को लेकर भी बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व परेशान हैं। यहां वर्तमान सांसद देवेंद्र सिंह भोले के लिए बिठूर से बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा मुसीबत बने हैं। सांगा की दावेदारी काफी तगड़ी है। पहली तो ये कि सर्वे रिपोर्ट उनकी काफी बढ़िया गई है। दूसरा ये है कि मोदी की रैली में सांगा ने भारी भीड़ जुटाकर अपनी ताकत का अहसास करवा दिया। चर्चा है कि यूपी सरकार के ताकतवर नेता इस समय भोले के लिए तगड़ी पैरवी कर रहे हैं। तर्क दिया जा रहा है कि भोले ने करीब ढाई लाख से अधिक वोटों की जीत हासिल की थी। इस लिए चुनाव में वो आसानी से अपनी सीट बचा ले जाएंगे।
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