Lucknow की मीडिया पर दोपहर के बाद से ही पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव की हत्या में आरोपित हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह और उसके साथी सूरज शुक्ला को रायबरेली से उठाए जाने की चर्चा हो रही है। हालांकि पुलिस के किसी भी अफसर ने दोनों की गिरफ्तारी या फिर हिरासत की पुष्टि नहीं की है। दोनों के करीबी लोगों को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि अफसरों ने की है। हत्या के पीछे अभी तक की जांच में त्रिकोणीय प्रेम कहानी की बात सामने आ रही है।


[caption id="attachment_18618" align="aligncenter" width="835"] यूपी के गवर्नर राम नाइक के साथ वैभव तिवारी की यह फोटो एक कार्यक्रम की है। जिसमें वह राज्यपाल के साथ खड़े हैं (लाल घेरे में)[/caption]

लखनऊ। सूबे की राजधानी Lucknow में डुमरियागंज के पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी मर्डर केस की “मिस्ट्री” सुलझाने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। पुलिस के शक की पहली सूई प्रापर्टी कारोबार से जुड़ी थी लेकिन जब पुलिस ने आरोपी हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला के करीबी लोगों को उठाया तो जांच त्रिकोणीय प्रेम कहानी पर जाकर अटक गई। पुलिस का कहना है कि कई बिन्दु पर छानबीन की जा रही है लेकिन अभी तक की पड़ताल में त्रिकोणीय प्रेम कहानी की बात भी एक बिन्दु के रूप में उभरकर सामने आया है। हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी कि वैभव का मर्डर किस वजह से किया गया ?


[caption id="attachment_18624" align="alignleft" width="420"] त्यारोपित हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह की फोटो[/caption]

रायबरेली से विक्रम और सूरज के पकड़े जाने की चर्चा


वहीं, देर शाम हत्यारोपितों विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला के रायबरेली जनपद से दोपहर के वक्त उठाए जाने की चर्चा होती रही। सूत्रों का कहना है कि लखनऊ पुलिस देर शाम तक दोनों को लेकर राजधानी पहुंच भी गई है लेकिन किसी भी पुलिस अफसर ने गिरफ्तारी की पुष्टि फिलहाल अभी तक नहीं की है।



[caption id="attachment_18625" align="alignleft" width="286"] हत्यारोपित सूरज शुक्ला[/caption]

दबाव बनाने को पुलिस ने करीबियों को सुबह ही टांगा


हत्यारोपितों की गिरफ्तारी और उन पर दबाव बनाने के लिए लखनऊ पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला के बेहद अति करीबी छह लोगों को अलसुबह ही सभी के घरों से टांग लिया। सभी से बेहद गुप्त स्थान पर पूछताछ की गई। बताया जा रहा है कि इन सभी से कई ठिकानों के बारे में जानकारी मिली। जिसके आधार पर पुलिस की एक टीम रायबरेली के लिए रवाना कर दी गई।

चश्मदीद आदित्य के बयान भी शक के घेरे में


पुलिस सूत्रों की मानें तो चश्मदीद आदित्य के बयान भी शक के घेरे में हैं। पुलिस को जानकारी मिली है कि हत्या कार के अंदर की गई। कातिलों ने कार के अंदर ही वैभव को गोली मारी। लेकिन पुलिस को उलझाने के लिए आदित्य ने कहानी उलट दी। उसने ऐसा क्यों किया ? यह जांच का विषय है ?

शनिवार देर रात हुई थी वैभव की हत्या


डुमरियागंज से पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव की हत्या शनिवार देर रात हजरतगंज चौराहा स्थित कुष्मांडा हाउस परिसर में हुई। वैभव सिद्धार्थ नगर स्थित अपने पैतृक गांव से ग्राम प्रधान थे। उनकी मां संध्या तिवारी बीडीसी सदस्य हैं। पूरा परिवार कुष्मांडा हाउस के अपार्टमेंट नंबर 322 में रह रहा था।
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