शनिवार की रात Lucknow के कुष्मांडा हाउस में मारे गए BJPके Ex.MLA जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी सिद्धार्थ नगर के पैतृक गांव से ग्राम प्रधान थे। चार साल पहले वैभव की शादी शिवांशु कुमारी के साथ हुई थी। वैभव के एक तीन साल की बेटी है वैष्णवी। इकलौते चिराग की मौत के बाद से परिवार में कोहराम का माहौल है। वही सूत्रों की मानें तो पोस्टमार्टम के बाद परिवार के सदस्य वैभव के शव को लेकर गृह जनपद के लिए रवाना हो गए हैं।
[caption id="attachment_18616" align="aligncenter" width="710"] वैभव तिवारी अपनी पत्नी शिवाशुं तिवारी के साथ (फाइल फोटो)[/caption]
YOGESH TRIPATHI
कानपुर। यूपी की राजधानी Lucknow के बेहद हाईसिक्योरिटी जोन कहे जाने वाले हजरतगंज चौराहा स्थित कुष्मांडा हाउस में शनिवार देर रात बीजेपी के पूर्व विधायक प्रेम प्रकाश तिवारी उर्फ जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी की हत्या में रिटायर्ड महिला दरोगा के हिस्ट्रीशीटर बेटे विक्रम सिंह का भी नाम आ रहा है। पुलिस सूत्रों की मानें तो विक्रम पर हजरतगंज कोतवाली समेत लखनऊ के कई थानों में 28 मुकदमें पंजीकृत हैं। पुलिस अफसरों की मानें तो ये पूरी दुस्साहसिक वारदात CCTV कैमरे में कैद हो चुकी है।
[caption id="attachment_18618" align="aligncenter" width="835"] यूपी के गवर्नर राम नाइक के साथ वैभव तिवारी की यह फोटो एक कार्यक्रम की है। जिसमें वह राज्यपाल के साथ खड़े हैं (लाल घेरे में)[/caption]
5 साल पहले अलीगंज में विक्रम सिंह ने डाला था डाका
पुलिस अफसरों की मानें तो वैभव तिवारी की हत्या में नामजद विक्रम सिंह का अपराधिक सफर पांच साल पहले तब शुरु हुआ था जब उसने अलीगंज की एक बैंक में डकैती डाली थी। हजरतगंज कोतवाली में उसकी हिस्ट्रीशीट संख्या 82-A है। इस कुख्यात अपराधी बेटे के लिए हर समय खड़ी रहने वाली उसकी महिला दरोगा मां अभी हाल में ही CBCID से सेवानिवृत हुई है। विक्रम सिंह के बारे में जानकारी रखने वाले पुलिस सूत्रों की मानें तो वह बेहद क्रूर किस्म का अपराधी है। अभी हाल में ही उसने लखनऊ SSP आफिस के पास एक विक्रेता से असलहों के बल पर रंगदारी मांगी थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था लेकिन जेल से छूटने के बाद से वह फिर गुंडागर्दी कर रहा था।
पिकेट से 10 मीटर की दूरी पर हुई सनसनीखेज वारदात
हजरतगंज के कुष्माडा हाउस में शनिवार देर रात हुई सनसनीखेज वारदात ने राजधानी पुलिस के तमाम दावों की पोल खोल कर दी है। यह बेहद हाई सिक्योरिटी जोन है। यहां से महज चंद कदम की दूरी पर तमाम अखबारों के दफ्तर, विधायकों और मंत्रियों के आवास होने के साथ तोड़ी ही दूरी पर अफसरों के दफ्तर भी हैं। जिस जगह पर हत्या की गई है वहां से थोड़ी ही दूरी पर पुलिस की पिकेट ड्यूटी भी रहती है। यूपी पुलिस की डॉयल 100 सेवा भी यहां पर मौजूद रहती। इतने के बाद भी हत्यारे सनसनीखेज वारदात को अंजाम देकर भाग निकले, यह पुलिस के चौकसी की पोल खोलता है।
सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने के बाद पहुंची पुलिस
राजधानी के बेहद हाई सिक्योरिटी जोन में बीजेपी के पूर्व विधायक की हत्या हो गई और पुलिस सोती रही। पुलिस पिकेट से लेकर 100 नंबर और थाना पुलिस को हत्या की खबर तक नहीं मिली। सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने के बाद थाना पुलिस नींद से जागी और मौका-ए-वारदात के लिए रवाना हुई। थोड़ी ही देर में पुलिस के तमाम बड़े अफसर पहुंच गए।
CCTV फुटेज को पुलिस ने कब्जे में लिया
मौके पर पहुंचे पुलिस के अफसरों ने कुष्मांडा हाउस में लगे CCTV में जब वारदात कैद देखी तो उन्होंने फुटेज को कब्जे में ले लिया। इंस्पेक्टर आनंद शाही के मुताबिक फुटेज देखी जा रही है। पुलिस की चार टीमें सूरज और हिस्ट्रीशीटर विक्रम की तलाश में लगी हैं। जल्द ही सभी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
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