UP Police और अपराधियों के साठगांठ की सबसे बड़ी तस्वीर Gorakhpur जनपद में देखने को मिली। यहां बिहार से अपह्त कर लाए गए छात्र के परिजनों से जनपद के एक थाने के दो दरोगाओं ने फिरौती मांगी। लोकेशन ट्रेस होने पर जब SSP ने छानबीन कराई तो मामला सही मिला। दोनों दरोगा Arrest कर लिए गए हैं। थानेदार ने Arresting की बात स्वीकार की है लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि जब UP Police के दरोगा और सिपाही ही अपराधियों के साथ मिलकर अपराध करेंगे तो जनता की रक्षा और सुरक्षा कौन करेगा ? क्या ऐसे क्रिमिनल माइंड वाले पुलिस वालों की नौकरी खत्म नहीं की जानी चाहिए ?
YOGESH TRIPATHI
कानपुर। यूपी में खाकी का खादी और अपराधी से किस तरह का “गठजोड़” है यह बात किसी से छिपी नहीं है। अपराधियों को संरक्षण देने के लिए मशहूर हो चुकी सूबे की पुलिस अब अपहरणकर्ताओं के साथ मिलकर फिरौती भी मांगने लगी है। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्षेत्र वाले जनपद Gorakhpur से खबर आ रही है कि दो अंडर ट्रेनी दरोगाओं ने बिहार से किडनैप किए गए छात्र के परिजनों से छात्र की रिहाई के लिए लाखों की फिरौती मांगी। बिहार पुलिस ने सर्विलांस के जरिए जब पूरे मामले को ट्रेस किया तो यह सनसनीखेज खुलासा हो गया। SSP गोरखपुर के निर्देश पर दोनों दरोगाओं को Arrest कर लिया गया है। ये दोनों दरोगाओ उरुवा थाने में तैनात बताए जा रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
बिहार के गोपालगंज जनपद के एक कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र को उसका मुस्लिम दोस्त बहाने से Gorakhpur ले आया। पुलिस सूत्रों की मानें तो छात्र को लाने के बाद उसने Gorakhpur के उरुवा थाने में तैनात दो दरोगाओं से संपर्क कर छात्र को अगवा करने की बात बताते हुए साजिश में शामिल कर लिया। अपहरण जैसे संगीन अपराध में शामिल होने के बाद ये दरोगा भी छात्र के परिजनों से लाखों रुपए की फिरौती मांगी।
[caption id="attachment_18642" align="aligncenter" width="695"] गोरखपुर के उरुवा थाने के दो दरोगाओं की गिरफ्तारी के बाद मुक्त कराया गया बिहार के गोपालगंज का छात्र।[/caption]
बिहार पुलिस ने किया Gorakhpur के SSP से संपर्क
पीड़ित छात्र के परिजनों ने घटनाक्रम की जानकारी गोपालगंज के थाना पुलिस को दी। गोपालगंज पुलिस ने जब मोबाइल काल को सर्विलांस के जरिए ट्रेस किया तो वह गोरखपुर की निकली। इस पर गोपालगंज पुलिस ने Gorakhpur के SSP से संपर्क किया। गोपालगंज पुलिस के अफसर जब गोरखपुर के SSP से मिले तो उन्होने सबूत मांगे। बताया जा रहा है कि गोपालगंज पुलिस ने मोबाइल को हैंड फ्री कर फोन लगाया तो दोनों ही दरोगा धमकी भरे अंदाज में फिरौती की रकम न देने पर केस लगाने की धमकी देने लगे। इस पर SSP ने कैंट थाने की फोर्स गोपालगंज पुलिस के साथ उरुवा थाने भेजी। यहां से दोनों दरोगाओं को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों के खिलाफ कैंट थाने में FIR भी दर्ज की गई है।
उरुवा थानेदार ने पोर्टल से की Arresting की पुष्टि
बेहद संगीन मामले पर www.redeyestimes.com ने उरुवा थानेदार से उनके सीयूजी नंबर पर जब संपर्क किया। बातचीत के दौरान थानेदार ने पूरे मामले की पुष्टि करते हुए दरोगाओं को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने गिरफ्तार दरोगा अभिजीत कुमार और रघुनंदन त्रिपाठी हैं। दोनों की तैनाती थाने पर ही थी। वहीं, इस मामले पर कैंट इंस्पेक्टर ने www.redeyestimes.com से बात करते हुए कहा कि दोनों दरोगाओं के खिलाफ IPC की धारा 364 (A) के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा गया है।
Post A Comment:
0 comments: