BJP से पार्षद प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होन के बाद घमासान तेज हो चुका है। कांग्रेस जो कई दिनों से बीजेपी की लिस्ट का ही इंतजार कर रही थी, अब उसकी बांहे खिल सी गई हैं। सूत्रों की मानें तो एक पूर्व विधायक और एक पूर्व मंत्री की चौखट पर बीजेपी के उन कार्यकर्ताओं की भीड़ शनिवार रात से लगी है जिनके टिकट मंत्रियों और माननीयों के कारखासों ने कटवा दिए हैं। सूत्रों की मानें तो BJP के ये पुराने और निष्ठावान कार्यकर्ता अब सीधे तौर पर कांग्रेस का दामन थाम चुनाव निशान पंजे पर लड़नेकी तैयारी कर चुके हैं। करीब आधा दर्जन वार्डों में यह समीकरण बीजेपी को भारी पड़ेगा। 




YOGESH TRIPATHI

कानपुर। केंद्र और यूपी की सत्ताधारी BJP ने शनिवार देर शाम को Kanpur नगर निगम के 109 वार्डों में अपने प्रत्याशियों की List जारी कर दी। BJP की सूची जारी होते ही दावेदारों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया। इन सबके बीच टिकट कटने से मायूस कई दिग्गज दावेदारों ने कांग्रेस के एक Ex.MLA और एक Ex.Minister की चौखट पर रात में ही डेरा डाल दिया। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो करीब दर्जन भर वार्ड ऐसे हैं जहां “बागी” कांग्रेस के चुनाव निशान पंजा के जरिए भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों को “तमाचा” की तैयारी करीब-करीब पूरी कर चुके हैं। वहीं कुछ ऐसे भी दावेदार रहे जो थोड़ा विलंब हो गए, नहीं तो यह संख्या और अधिक हो सकती थी। www.redeyestimes.com से बातचीत में एक कार्यकर्ता ने तो यहां तक कह दिया कि हमारे नेता नरेंद्र मोदी हैं, हमने मोदी के नाम पर वोट दिया और मेहतन की। नरेंद्र मोदी का कहना है कि न खाएंगे और न खाने देंगे। इस लिए हम यही करने जा रहे हैं।


कांग्रेस से बागी प्रत्याशियों को लड़ाने का सपना देख रही थी BJP

बात महज तीन दिन पहले की है। बीजेपी के कई कद्दावर नेता कांग्रेस के एक पूर्व विधायक को चुनावी “चक्रव्यूह” में घेरने की तैयारी कर रहे थे। चूंकि कांग्रेस के पैनल से सिंगल-सिंगल नामों की लिस्ट हाईकमान के पास भेजी गई थी। इस लिए बीजेपी के कई विरोधी नेता कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को बगवात करा उनको अधिकृत प्रत्याशियों के समानांतर चुनाव लड़वाने का ब्लूप्रिंट तैयार कर चुके थे। उसके पीछे तर्क यह था कि यदि बागी ने 100-200 वोट भी काट दिए तो बीजेपी प्रत्याशियों की राह बेहद आसान हो जाएगी लेकिन हो गया सबकुछ उल्टा-पुल्टा। अब यही काम बीजेपी के साथ Ex.MLA करने जा रहे थे।



किदवईनगर और गोविंदनगर विधान सभा की बनाई जा रही रणनीति

सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के एक दिग्गज नेता जो विधायकी का चुनाव हार चुके हैं वो अपनी विधान सभा के साथ पड़ोस की विधान सभा को और अधिक मजबूत करने के लिए पूरा ब्लूप्रिंट देर रात तक तैयार करते रहे। जिताई और दमदार प्रत्याशियों के नामों पर देर रात तक मंथन चला। माना जा रहा है कि विधान सभा चुनाव चार साल बाद है लेकिन यह दिग्गज नेता उसकी तैयारी अभी से कर रहे हैं ताकि आगे राह आसान हो सके।

कई जगहों पर निर्दलीय फूकेंगे बगावत का बिगुल

बीजेपी के बाद जिन दावेदारों को कांग्रेस से भी टिकट नहीं मिली वह निर्दलीय प्रत्याशी की हैसियत से अपने वार्डों में बगावत का बिगुल फूंकेंगे। ऐसे प्रत्याशियों की संख्या करीब दर्जन भर के आसपास बैठ रही है। सबसे अधिक संख्या साउथ सिटी के गोविंदनगर और किदवईनगर एरिया में है। कुछ यही हाल यूपी सरकार के मंत्री सतीश महाना की विधान सभा में भी है। यहां भी आधा दर्जन सीटों पर “बागी” बगावत का डंका बजाएगें।

मंत्रियों और माननीयों के पेड कर्मचारियों ने किया बंटाधार

टिकट कटने से आक्रोशित दो बीजेपी कार्यकर्ताओं की मानें तो “माननीय” और मंत्रियों के पेड कर्मचारियों (कारखास) ने बीजेपी की लुटिया डुबाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। आरोप है कि इन कारखासों ने मोटी रकम लेकर माननीयों और मंत्रियों को बरगला कर टिकट बाहर से आए लोगों को दिलवा दी। एक कार्यकर्ता ने www.redeyestimes.com से बातचीत में कहा कि हमारे नेता नरेंद्र मोदी जी है। हमने बीजेपी को नहीं नरेंद्र मोदी को वोट दिया था। नरेंद्र मोदी जी का कहना है कि “न खाएंगे न खाने देंगे”। इस लिए हम उनके निर्देश का पालन करेंगे।

 

 

 
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