Kanpur मेयर की प्रत्याशिता को लेकर BJP-RSS में उतार-चढ़ाव और उठा-पटक के बाद आखिर प्रमिला पांडेय के नाम पर सहमति बनती दिखाई दे रही है। भाजपा और संघ ने "बाहरवाली" को मेयर प्रत्याशिता से रोकने के लिए प्रमिला पांडेय पर आम राय बनाते हुए हाईकमान को अवगत करा दिया है। बीजेपी कार्यकर्ता भी अब खुलकर प्रमिला पांडेय के समर्थन में बोल रहे हैं। राजनीतिक तस्वीर पिछले 24 घंटों के दौरान काफी कुछ बदल चुकी है। RSS के पदाधिकारी की मानें तो प्रमिला पांडेय रेस में नंबर-1 हैं। गेंद पूरी तरह से अरुण जेटली के पाले में इस लिए है क्यों कि अमित शाह गुजरात दौरे पर व्यस्त हैं। फैसला अरुण जेटली की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय कमेटी को करना है। 


[caption id="attachment_18095" align="aligncenter" width="756"]pramila pandey, kanpur, redeyestimes.com प्रमिला पांडेय (वरिष्ठ बीजेपी लीडर और मेयर प्रत्याशी की प्रबल दावेदार)[/caption]

YOGESH TRIPATHI

कानपुर। कार्तिक माह का एक पखवारा करीब बीत चुका है लेकिन शीत बिल्कुल भी नहीं है। वहीं दूसरी तरफ Kanpur मेयर की प्रत्याशिता के लिए BJP में शीतलहर चल रही है। सुबह पूरब से तो शाम को पश्चिम से शीतलहर चल रही है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) और BJP ने सीट हाथ से जाते देख प्रमिला पांडेय के नाम पर सहमति जताते हुए उसे हाईकमान के पास आगे बढ़ा दिया है। प्रमिला पांडेय ने आवेदन भी किया है। RSS सूत्रों की मानें तो प्रमिला पांडेय इस समय रेस में नंबर-1 हैं। उनके नाम पर लोकल स्तर पर किसी भी तरह का कोई विरोध नहीं है। कानपुर के सांसद मुरली मनोहर जोशी ने भी प्रमिला के नाम पर सहमति जता दी है। हालांकि गेंद अब कैबिनेट मिनिस्टर अरुण जेटली के पाले में पहुंच गई है। किसी बात को लेकर यदि जिद नहीं हुई तो प्रमिला पांडेय ही मेयर की प्रत्याशी तय होंगी। वहीं शैक्षणिक घराना टिकट के लिए अब भी प्रयासरत है। इस परिवार की पैरवी में संगठन के बड़े पदाधिकारी हैं।

[caption id="attachment_18096" align="aligncenter" width="644"]pramila pandey-, redeyestimes.com प्रमिला पांडेय (वरिष्ठ बीजेपी नेत्री, कानपुर)[/caption]

अरुण जेटली की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय कमेटी लगाएगी मुहर

सूत्रों की मानें तो बीजेपी प्रेसीडेंट अमित शाह इन दिनों गुजरात दौरे पर व्यस्त हैं। इस लिए कानपुर समेत जिन जगहों पर विवाद है, उसे निपटाने की जिम्मेदारी एक तीन सदस्यीय टीम को दी गई है। इसमें अरुण जेटली के साथ रविशंकर प्रसाद और एक महिला नेत्री को शामिल किया गया है।



अरुण जेटली से मुलाकात कर चुका है शैक्षणिक परिवार

BJP से मेयर की प्रत्याशिता के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए शहर का चर्चित शैक्षणिक परिवार हर कीमत पर टिकट के लिए संघर्ष कर रहा है। BJP के बड़े सूत्रों की मानें तो मंगलवार को परिवार ने केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली से बेहद ही गोपनीय मुलाकात भी की है। चर्चा यह भी है कि इस परिवार ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी बातचीत की है। हालांकि राजनाथ सिंह न तो तीन सदस्यीय टीम में हैं और न ही वह कुछ खास इंट्रेस्ट ले रहे हैं। इस लिए पूरा दारोमदार अब अरुण जेटली पर है, कि वह किसे प्रत्याशी बना रहे हैं। जानकारों की मानें तो यदि जिद नहीं की गई तो प्रमिला पांडेय ही मेयर की प्रत्याशी होंगी। लोकल बीजेपी के साथ उन्होंने RSS और संगठन के क्षेत्रीय “चाणक्य” का भी समर्थन हासिल हो चुका है।

तो इस लिए बनी प्रमिला के नाम पर BJP और RSS में सहमति

RSS शुरु से ही मेयर की प्रत्याशिता के लिए बीजेपी के निर्विवाद कार्यकत्री को दिए जाने का समर्थन कर रहा था लेकिन भाजपा के एक बड़े धड़े ने जब अंदर ही अंदर शैक्षणिक परिवार को टिकट दिलाने की पैरवी शुरु की तो दूसरे धड़े ने दक्षिण बीजेपी की प्रेसीडेंट अनीता गुप्ता का नाम आगे कर दिया। करीब सप्ताह भर से हर रोज तमाम उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। दो दिन पहले शहर के सबसे बड़े शिक्षा के सौदागर को BJP हाईकमान ने दिल्ली बुलाया तो BJP और RSS दोनों में खलबली मच गई। सभी को लगा कि मूछ की लड़ाई में यह सीट बाहरी को चली जाएगी।

बताया जा रहा है कि इससे बचने के लिए बीजेपी के कार्यकर्ता और नेता प्रमिला पांडेय के नाम पर सहमति जताने लगे। RSS को भी यही ठीक लगा कि बाहरी से बेहतर तो प्रमिला पांडेय ही हैं। इसके बाद RSS के कद्दावरों ने भी प्रमिला के नाम पर अपनी मुहर लगा दी। लेकिन सभी को अरुण जेटली के फैसले का इंतजार है।

RSS-BJP के एकजुट होने से विरोधी परेशान

अभी तक RSS-BJP के दिग्गज अपनी अलग-अलग गंगा बहा रहे थे लेकिन सीट बाहरी के हाथ जाते देख सभी एकजुट हो गए। एकजुटता का सीधा फर्क यह पड़ा कि विरोधी खेमे में बेचैनी बढ़ गई। मंगलवार को आनन-फानन में शैक्षणिक परिवार की मीटिंग अरुण जेटली से कराई गई। इस मीटिंग के बाद शैक्षणिक परिवार के चेहरे पर एक बार फिर रंगत आ गई। वहीं दूसरी तरफ RSS और BJP के दिग्गजों ने अपने-अपने नेताओं और बड़े पदाधिकारियों के जरिए प्रमिला पांडेय के नाम पर तगड़ी लामबंदी शुरु की। नतीजा यह रहा कि बुधवार की सुबह-सुबह होते-होते प्रमिला पांडेय रेस में नंबर-1 हो गईं। जानकारों की मानें तो मेयर की प्रत्याशिता के नाम पर मुहर लगने में अभी दो दिन का और समय लग सकता है।

 

 
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