पार्षद की प्रत्याशिता को लेकर हर दल में मारामारी मची है। बीजेपी और सपा के लिस्ट फाइनल करने के बाद बारी थी कांग्रेस की। चूंकि देर रात तक बीजेपी के बागियों से जोड़तोड़ का दौर रहा, इस लिए टिकटें फाइनल नहीं हो सकी। शाम से तिलक हाल में ताला लटक रहा है। लखनऊ से आए पर्यवेक्षक कानपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक कार के अंदर टिकटें फाइनल कर रहे हैं। 


[caption id="attachment_18165" align="aligncenter" width="640"] लखनऊ से आए कांग्रेस पर्यवेक्षक ने कार के अंदर बैठकर पार्षद प्रत्याशियों के नाम पर लगाई मुहर।[/caption]

YOGESH TRIPATHI 


कानपुर। कांग्रेस ने मेयर प्रत्याशी वंदना मिश्रा का नाम दो दिन पहले ही फाइनल कर दिया। पार्षद प्रत्याशियों की लिस्ट संडे की शाम तक जारी नहीं की गई। मंडे को नामांकन का आखिरी दिन है। टिकट के दावेदार तिलक हाल से लेकर अपने-अपने आकाओं की चौखट पर हाजिरी बजाने के साथ यह पूछना नहीं भूल रहे कि आखिर कब तक जारी होगी सूची। दो बड़े नेताओं के बढ़ते हस्तक्षेप की वजह से हाईकमान ने लखनऊ से पर्यवेक्षक कानपुर भेज दिया। कानपुर पहुंचे पर्यवेक्षक ने जाजमऊ के पास बाईपास पर कार रुकवा दी। कुछ वरिष्ठ नेता वहां पहले से मौजूद थे। नगर अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री को भी पर्यवेक्षक ने बुला लिया। समाचार लिखे जाने तक कार के अंदर ही बैठकर टिकट फाइनल करने का काम चल रहा था। 


तिलक हाल के बाहर खड़े रहे सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता

टिकट के दावेदारों के साथ उनके तमाम समर्थक भी तिलक हाल पहुंच गए। शाम होते-होते यह भीड़ हजारों में पहुंच गई। इस बीच सपा कार्यालय में बवाल की सूचना जब कांग्रेस के बड़े नेताओं को लगी तो सभी धीरे से निकल लिए। थोड़ी देर बाद तिलक हाल में ताला लटकने लगा। कार्यकर्ता फोन कर नेताओं से उनकी लोकेशन के साथ लिस्ट पूछते रहे लेकिन किसी ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।

BJP की सूची का था इंतजार, बागियों के लिए रोकी गई थी List

कांग्रेस सूत्रों की मानें तो कांग्रेस को बीजेपी की सूची जारी होने का इंतजार था। बताया जा रहा है कि इसमें तमाम ऐसे दावेदार थे जिन्होंने बीजेपी के साथ कांग्रेस और सपा से भी आवेदन किया था। लेकिन सबसे बड़ी वजह यह बताई जा रही है कि जिनकी टिकटें बीजेपी से कट गई उन्हें कांग्रेस के सिंबल से लड़ाने के लिए एक पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री अड़े थे। दोपहर तक दावेदार इन दोनों बड़े नेताओं की चौखट पर दिखाई दिए। सबकुछ फाइनल होने के बाद सभी को तिलक हाल बुलाया गया। बताया जा रहा है कि हौचपौच के बीच तिलक हाल में सूची फाइनल नहीं हो सकी। पर्यवेक्षक कानपुर पहुंचे तो हालात के बारे में उन्होंने जानकारी ली। इसके बाद वह जाजमऊ एरिया में सड़क के किनारे गाड़ी रोक बैठ गए। हर प्रकाश अग्निहोत्री के पहुंचने पर उन्होंने उनको कार के अंदर बुलाया और सूची फाइनल करने में जुट गए।
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