करीब चार दशक की लंबी प्रैक्टिस के साथ मधुर व्यवहार के बल पर राधा कृष्ण पांडेय ने Kanpur बार एसोशिएसन के प्रेसीडेंट पद का चुनाव जीत लिया। पिछले वर्ष हुए बार के चुनाव में वह तीसरे पायदान पर थे। राधा कृष्ण पांडेय दि लायर्स के भी प्रेसीडेंट रह चुके हैं। 


[caption id="attachment_17681" align="aligncenter" width="640"]radha krishna pandey--, redeyestimes.com Kanpur बार प्रेसीडेंट का चुनाव जीतने के बाद समर्थकों के संग खुशी की मुद्रा में राधा कृष्ण पांडेय[/caption]

कानपुर। नवनिर्वाचित Kanpur बार एसोशिएसन के प्रेसीडेंट राधा कृष्ण पांडेय ने जीत के बाद कहा कि अधिवक्ताओं के सम्मान की रक्षा और सुरक्षा करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। श्रीपांडेय ने कहा कि युवा अधिवक्ताओं के लिए रोजगार के अवसर तैयार किए जाएंगे ताकि भविष्य में उन्हें किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़ेउन्होंने कहा कि रोजगार स्थापित होने के बाद युवा अधिवक्ताओं को खुद को स्थापित करने में काफी मदद मिलेगी। बार प्रेसीडेंट राधा कृष्ण पांडेय ने कहा कि कचहरी और अधिवक्ताओं को विकास के रास्ते पर ले जाना है।


Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing Institutionपहले राउंड से ही एक-एक वोट के लिए होती रही जद्दोजहद


Kanpur बार एसोसिएशन के चुनाव में प्रेसीडेंट पद की मतगणना में शुरुआती रुझान में नसीरुद्दीन ने बढ़त बनाई लेकिन जैसे ही मतपत्रों के बंडल और खुले वह पीछे होते चले गए। इसके बाद राधा कृष्ण पांडेय और श्याम जी के बीच कांटे की टक्कर शुरु हो गई। दोनों के बीच आखिर दौर तक कांटे का संघर्ष रहा। अंत में एल्डर्स कमेटी ने राधा कृष्ण पांडेय को 109 वोटों से विजयी घोषित किया। कमोवेश कुछ ऐसे ही हालात सेकेट्री पद पर भी रहा। यहां विजयी भानुप्रताप सिंह और रनर रहे राकेश तिवारी के बीच शुरु से ही कांटे का संघर्ष रहा। कभी भानु आगे हुए तो कभी राकेश लेकिन अंत में भानुप्रताप सिंह को कमेटी ने 149 वोटों से विजयी घोषित किया।



40 साल से प्रैक्टिस कर रहे राधाकृष्ण लायर्स के रह चुके हैं प्रेसीडेंट

Kanpur बार एसोशिएसन के नवनिर्वाचित प्रेसीडेंट राधाकृष्ण पांडेय करीब चार दशक से प्रैक्टिस कर रहे हैं। वह लायर्स एसोसिएशन के भी अध्यक्ष रह चुके है। पिछले साल बार एसोसिएशन के चुनाव में वह तीसरे पायदान पर थे। प्रैक्टिसशनर वकीलों के बीच अच्छी छवि के चलते अधिवक्ताओं ने उन पर भरोसा जताया। वह वर्ष 1977 से वकालत कर रहे हैं।
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