Kanpur Dehat की सिकंदरा सीट के “सिकंदर” को लेकर ऊहापोह में BJP हाईकमान। BJP Sikandra Seat May Get Stuck SP-BSP Joint candidate



YOGESH TRIPATHI


कानपुर। भारतीय जनता पार्टी के MLA मथुरा पाल के निधन के बाद रिक्त हुई Kanpur Dehat की Sikandra विधान सभा सीट पर प्रत्याशी को लेकर BJP हाईकमान काफी ऊहापोह में फंसा हुआ है। सूत्रों की मानें तो BJP का शीर्ष नेतृत्व कुर्मी बाहुल्य इस सीट पर यूपी सरकार के राज्यमंत्री (स्वतंत्रत प्रभार) स्वतंत्रदेव सिंह को चुनाव लड़ाने पर विचार कर रहा है लेकिन अपने राजनीतिक करियर में कभी कोई चुनाव न जीतने वाले Minister स्वतंत्रदेव सिंह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की कृपा से MLC बनने की जुगत भिड़ा रहे हैं। BJP की सबसे बड़ी उलझन इस सीट को लेकर इस लिए भी है कि यदि SP और BSP ने साझा प्रत्याशी उतारा तो गेम बदल भी सकता है।

पिता की राजनीतिक विरासत संभालने को मैदान में कूद चुके हैं इंदर पाल


मथुरा पाल के निधन के बाद उनकी विरासत को संभालने के लिए उनके दूसरे नंबर के बेटे इंदरपाल मैदान में उतर चुके हैं। हालांकि मथुरा पाल ने अपने सामने ही इंदर को राजनीति में उतार दिया था। मथुरा पाल ने इंदरपाल को जिला पंचायत का चुनाव लड़वाया लेकिन वह हार गए थे। जानकारों की राय में सिकंदरा सीट पर मथुरा पाल के बेटे इंदरपाल का दावा काफी मजबूत है।

Minister स्वतंत्रदेव सिंह बोले, “ना बाबा ना”


भारतीय जनता पार्टी (BJP) के यूपी की राजनीति में संगठन स्तर पर काफी मजबूत पकड़ बनाने वाले Swatantra Dev Singh को RSS के निर्देश पर योगी आदित्यनाथ के मंत्रीमंडल में जगह तो मिल गई लेकिन वह किसी भी सदन के सदस्य नहीं है। सूत्रों की मानें तो शीर्ष नेतृत्व ने कुर्मी बाहुल्य सिंकदरा सीट से स्वतंत्रदेव सिंह को चुनाव लड़ाने का विचार बनाया। लेकिन जब इसकी भनक स्वतंत्रदेव सिंह को लगी तो वह एक बार फिर RSS के “शरणम गच्छामि” हो गए। अपने राजनीतिक जीवन में एक भी चुनाव न जीत पाने वाले स्वतंत्रदेव सिंह ने RSS के सामने विधान परिषद सदस्य के तौर पर सदन में जाने की इच्छा जता दी है।

सांसद के भाई का दावा भी है काफी मजबूत


सिंकदरा सीट पर BJP के एक सांसद के भाई का दावा भी काफी मजबूत माना जा रहा है। पिछले चुनाव में भी उन्होंने तगड़ी दावेदारी पेश की थी लेकिन टिकट नहीं मिला था। BJP सूत्रों की मानें तो सांसद भाई के जरिए वह भी टिकट के लिए रेस में हैं। वहीं चर्चा इस बात की भी हो रही है कि चुनाव से पहले BSP छोड़कर BJP ज्वाइन करने वाले पूर्व विधायक इंद्रपाल को टिकट देने पर BJP विचार कर सकती है। इंद्रपाल यहां से बसपा के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं।

SP और BSP मिलकर लड़े तो बिगड़ेगा BJP का “समीकरण”


राजनीति के जानकारों और वरिष्ठ पत्रकारों की राय में सिंकदरा सीट BJP हाईकमान के लिए काफी हॉट बन चुकी है। सत्ताधारी BJP की परेशानियां तब और बढ़ेगी जब यहां से SP और BSP मिलकर साझा कंडीडेट उतार दे। यदि गठबंधन हुआ तो सीट BSP के खाते में जाएगी। बसपा यहां से कई बार चुनाव जीत चुकी है। सपा ने अभी तक इस कुर्मी बाहुल्य सीट पर जीत का स्वाद नहीं चखा है। BJP के मथुरा पाल ने पहली बार यह सीट भाजपा के लिए जीती थी।

 
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