• जुमा की नमाज के बाद दुकानों को बंद कराने को लेकर भिड़े दो वर्ग 
  • गाली-गलौज के बाद सड़क पर उतरी हजारों की उग्र भीड़
  • बवाल के दौरान दोनों तरफ से जमकर चले गुम्मे और पत्थर 
  • यतीमखाना चौराहा से लेकर परेड चौराहे तक अफरा-तफरी का माहौल
  • उपद्रवियों को काबू में करने के लिए पुलिस ने दागे आश्रु गैस के गोले 
  • 15 थानों की फोर्स ने मौके पर संभाला मोर्चा 
  • Video & CCTV फुटेज से हो रही है उपद्रवियों की पहचान
  • संवेदनशील बेकबगंज में बवाल के बाद आसपास की बाजारों को प्रशासन ने करवाया बंद 
  • रैपिट एक्शन फोर्स (RAF) के जवान तैनात किए गए
पथराव के बीच टियर गैस दागता UP Police का जवान

Yogesh Tripathi

Uttar Peadesh का अतिसंवेदनशील शहर Kanpur  फ्राइ-डे की दोपहर को "हिंसा की लपटों" में "झुलस" गया। जरा सी बात को लेकर दो वर्गों के कुछ युवकों के बीच हुई बहस देखते ही देखते "कुरुक्षेत्र के मैदान" में तब्दील हो गई। दोनों वर्ग के उपद्रवी युवकों ने जमकर ईंट-पत्थर चलाए। पथराव से एरिया में भगदड़ मच गई। यतीमखाना चौराहे से लेकर परेड चौराहे की सड़क कुछ ही मिनट में ईंट और पत्थरों से पट गई। पथराव के बीच कई चक्र फायरिंग भी हुई। सूचना पर कानपुर कमिश्नर रेट के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। उपद्रवियों को काबू में लाने के लिए पुलिस ने टियर गैस के गोले भी दागे। समाचार लिखे जाने तक हालात तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में हैं। पथराव में कई लोगों के जख्मीं होने की खबर है।  सभी को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। पथराव से कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

दोनों तरफ से पथराव करते उपद्रवी (फोटो साभार वॉयरल वीडियो)

विवाद के पीछे की वजह जुमें की नमाज के बाद दुकानों को जबरन बंद कराया जाना बताया जा रहा है। जिला प्रशासन ने मिश्रित आबादी वाले अतिंसंवेदनशील बेकनगंज को पूरी तरह से सील Kanpur City में हिंसा की लपटों को किसी तरह बढ़ने से रोक लिया है। समाचार लिखे जाने तक मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की भी तैनाती कर दी गई है।  लेकिन जानकारों का कहना है कि "चिंगारी" सुलग रही है। Police Officer's को काफी सख्त तेवर दिखाने होंगे। गौरतलब है कि  शुक्रवार को प्रधानमंत्री Narendea Modi की मौजूदगी Kanpur Dehat जनपद में रही। जिसकी वजह से पुलिस बल का एक बड़ा भाग उनकी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात है। सबसे खास बात ये रही कि एक बार फिर लोकल इंटेलीजेंस फेल साबित हुई। उपद्रव के बाद इंटेलीजेंस नींद से जागी।   

फायरिंग के समय मुंह पर गमछा और आंखों पर चश्मा लगाए रहे उपद्रवी

पहले एकत्र हुई भीड़, नारेबाजी फिर पथऱाव

उपद्रव के पीछे की जो कहानी बताई जा रही है उसके मुताबिक कुछ दिन पहले BJP की Spokeperson नूपुर शर्मा ने एक TV चैनल की डिबेट के दौरान पैंगबर मुहम्मद साहब पर कुछ अमर्यादित टिप्पणी की थी। कहा जा रहा है कि नूपुर शर्मा की बेहूदगी पर मुस्लिम वर्ग नाराज था। एक मुस्लिम नेता ने जुमा को बाजार बंदी का ऐलान भी किया था। दोपहर को कुछ दुकाने बंद भी कराई गईं। जुमा की नमाज के बाद अचानक सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। करीब पौने तीन बजे नारेबाजी करते हुए लोग पथराव करने लगे। पथराव के जवाब में दूसरे वर्ग के युवकों ने भी मोर्चा संभाला और पत्थरबाजी शुरु कर दी। अचानक पथराव से एरिया में सनसनी फैल गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। 

पथराव से यतीमखाना की सड़क ईंट और पत्थर से पूरी तरह पट गई।

पथराव के बीच फायरिंग से फैली दहशत

 पथराव के बीच कुछ युवकों ने हवाई फायरिंग की। जिससे मिश्रित आबादी वाले बेकनगंज एरिया में दहशत फैल गई। कहा जा रहा है कि कुछ उपद्रवियों ने बम भी फोड़े। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने तत्काल त्वरित कार्रवाई करते हुए टियर गैस के गोले दागने शुरु कर दिए। पुलिस के लगातार टियर गैस दागने से उपद्रवियों के हौसले पस्त हुए और सभी तंग गलियों की तरफ भाग निकले। उपद्रवियों के भागने पर मौजूद पुलिस बल आगे बढ़ा और गलियों में भी टियर गैस के गोले दागे ताकि उपद्रवी दोबारा बाहर जल्दी न निकल सकें। 

हिंसा फैलाने के जुर्म में कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया।

मौके पर पहुंची DM Kanpur 

इस बीच बवाल की खबर मिलते ही DM (Kanpur Nagar) नेहा शर्मा, संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी शहर के तमाम क्षेत्राधिकारियों और थानेदारों के साथ मौका-ए-वारदात पर पहुंचे। इस बीच प्रशासनिक अफसरों ने दोनों वर्ग के संभ्रांत लोगों को बुलाकर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए उपद्रवियों को पकड़वाने में मदद की बात कही। समूचे एरिया को सील कर अफसरों ने बवाल करने वालों तत्काल चिन्हित कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश जारी किया। समाचार लिखे जाने तक कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। जो लोग जख्मी हुए हैं उन्हे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

उपद्रव की खबर पर पहुंचे Police Officer's ने संभाला मोर्चा।

 CCTV & Video से चिन्हित किए जा रहे उपद्रवी

सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस अफसरों ने हिंसा वाली एरिया के आसपास की बाजारों को भी बंद करवा दिया। कुछ हिन्दूवादी संगठनों के नेता और कार्यकर्ता मौके पर पहुचें लेकिन अफसरों ने उनको अंदर जाने नहीं दिया। बवाल की सूचना पर खुफिया इकाइयां भी Alert हो गईं। पुलिस को लगातार क्षेत्र में गश्त करने का निर्देश अफसरों ने दिया है। एक पुलिस अफसर की मानें तो CCTV के साथ-साथ सोशल मीडिया पर Viral Video के आधार पर भी हिंसा में शामिल उपद्रवी लोगों को चिन्हित करने का काम Start हो चुका है। जो भी लोग बवाल में शामिल होंगे उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। 


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