• एनकाउंटर स्पेशलिस्ट हैं 2011 बैच के IPS Officer अजय पाल शर्मा
  • आधी रात हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में IPS Officer ने डाला डेरा 
  • पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी भी मातहतों के साथ मौजूद रहे
  • Video के आधार पर तमाम उपद्रवी लोगों की शिनाख्त 
  • उपद्रवियों के खिलाफ बेकनगंज थाने में तीन अलग-अलग FIR 
  • अब तक 30 से अधिक उपद्रवियों को Police ने किया Arrest
  • सबसे पहले चंद्रेश्वर हाता पहुंचे Police Officer


कानपुर पुलिस के साथ हिंसाग्रस्त क्षेत्र में गश्त करते IPS Officer डॉ. अजय पाल शर्मा

Yogesh Tripathi

 Uttar Pradesh के अतिसंवेदनशील Kanpur City में कल जुमा की नमाज के बाद मिश्रित आबादी वाले बेकनगंज थाना एरिया में दो वर्गों के बीच हुए उपद्रव के मामले को शासन ने काफी गंभीरता से लिया है। उपद्रव के तुरंत बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हालात पर काबू पाने के लिए 2011 बैच के IPS Officer अजय पाल शर्मा को भेज दिया। अजय पाल शर्मा Encounter Specialist Officer हैं। उपद्रव के बाद उनका कानपुर भेजा जाना तमाम बातों के संकेत दे रहा है। जानकारों की मानें तो जल्द ही कानपुर पुलिस कमिश्नररेट में तमाम बड़े बदलाव भी देखने को मिल सकते हैं। 

कानपुर के मंडलायुक्त राजशेखर, पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी के साथ देर रात्रि तक हिंसाग्रस्त क्षेत्र में मौजूद रहे।

शासन से "ग्रीन सिग्नल" मिलते ही अजय पाल शर्मा शाम को ही Kanpur पहुंच गए। यहां के अफसरों से बातचीत करने के बाद वह पुलिस आयुक्त (कानपुर), कमिश्नर कानपुर और जिलाधिकारी के साथ सीधे हिंसा प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे। इस दौरान करीब 12 कंपनी PAC, RAF और अतिरिक्त पुलिस बल साथ में मौजूद रहा। सद्भावना चौकी में अफसरों ने काफी देर तक आपास में मीटिंग करने के बाद सोशल मीडिया पर वॉयरल हो रहे तमाम Video के फुटेज को बारीकी से देखा। मुखबिर तंत्र के जरिए ईंट-पत्थर चला रहे तमाम उपद्रवियों की पहचान की गई। इसके बाद फोर्स की टुकड़ी लेकर अजय पाल शर्मा सीधे चंद्रेश्वर हाता पहुंच गए। यह वह हाता है जहां अक्सर दंगों के दौरान दूसरे वर्ग से तगड़ी मोर्चाबंदी होती है। चंद्रेश्वर हाता में मौजूद तमाम लोगों से अफसरों ने लंबी पूछताछ कर जानकारियां एकत्र कीं। खबर ये भी है कि देर रात्रि पुलिस ने मुखबिर की सटीक सूचना पर जौहर फैंस एसोशिशन के हयात जफर हाशमी को उठा लिया। गुप्त स्थान पर रखकर उससे पूछताछ की जा रही है। हालांकि हयात को पकड़े जाने के पुष्टि पुलिस विभाग के किसी अफसर ने अधिकारिक रूप से फिलहाल नहीं की है। माना जा रहा है कि पूछताछ के बाद ही पुलिस उसके गिरफ्तारी के रहस्य से "पर्दा" उठाएगी।

 

IPS Officer Dr. Ajay Pal Sharma (Photo Google)

सूत्रों की मानें तो इसके बाद भरी पुलिस बल मिश्रित आबादी वाली तंग गलियों में घुसा। Video फुटेज से चिन्हित किए गए तमाम लोगों को पुलिस ने घर से खींचकर बाहर निकाला। भारी पुलिस बल को देख कोई विरोध करने का साहस नहीं जुटा पाया। पकड़े गए लोगों को तत्काल थाने भेजा गया। रात दो बजे तक का आलम यह रहा कि यतीमखाना चौराहा, परेड चौराहा, दादा मिया, तलाक महल, बीडी मार्केट और पेंचबाग समेत तमाम मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों में सिर्फ चारो तरफ खाकी ही दिख रही थी। पुलिस की गाड़ियों के सायरन सुनकर लोग रात भर सो नहीं सके। धरपकड़ अभियान सुबह चार बजे तक चला। इसके बाद अलसुबह भारी पुलिस बल ने गश्त भी किया। मुखबिरों को नेटवर्क को अफसरों ने और भी मजबूत करने का निर्देश दिया। 

कानपुर में हुई हिंसा का मास्टर माइंड हयात जफर हाशमी (फोटो Twitter)

ठेलिया-लोडर में भरकर लाए गए गुम्मे-पत्थर और बोतल

पुलिस को छानबीन में पता चला है कि उपद्रवी ठेलिया में गुम्मे-पत्थर भरकर लाए थे। चूंकि ईंट-पत्थर ठेले के ऊपर नहीं रक्खे थे इस लिए कोई समझ ही नहीं पाया। चंद्रेश्वर हाते के पास कुछ लोगों ने पुलिस को बताया कि लोडर के जरिए कोल्ड ड्रिंक्स की खाली बोतलें लाई गई थीं। माना जा रहा है कि इन बोतलों को पेट्रोल बम बनाने के मकसद से लाया गया होगा। गौरतलब है कि उपद्रव के दौरान आतताइयों ने पेट्रोल बम भी फेंके थे। 

Kanpur की हिंसा में तीन FIR रजिस्टर्ड

शुक्रवार को कानपुर के बेकनगंज थाना एरिया में हुए उपद्रव के बाद आधी रात को पुलिस ने तीन रिपोर्ट दर्ज की। घायल मुकेश की तरफ से पहली रिपोर्ट दर्ज की गई।  नई सड़क और दादा मियां चौराहा पर पुलिस टुकड़ी पर हुए हमले और उपद्रव में दो रिपोर्ट दर्ज की गईं। यह दोनों FIR पुलिस ने अपनी तरफ से दर्ज की हैं। FIR में पुलिस ने जौहर फैंस एसोशिएशन के हयात जफर हाशमी को आरोपी बनाया है। इसके साथ ही पुलिस ने एहताश कबाड़ी, जीशान, आकिब, निजाम कुरैशी, अजीजुर्र, आमिर, जावेद अंसारी समेत करीब 40 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की। करीब एक हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई है। सूत्रों की मानें तो जिन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है, उसमें तमाम सोशल मीडिया पर कैंपेन भी चला रहे थे। खुद हयात जफर उपद्रव के समय तक फेसबुक पर एक्टिव था। पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ IPC की धारा 147, 148, 153, 307, 323, 504, 506, 332, 333, 353 और 7CLA के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है। 

हयात जफर हाशमी करीब पांच दिन से शहर में पोस्टरबाजी करवा रहा था।

पोस्टरबाजी और नारेबाजी की भनक तक नहीं लगी

शहर में करीब पांच दिनों से पोस्टरबाजी और नारेबाजी कर प्रदर्शन किया जा रहा था लेकिन पुलिस और खुफिया इकाइयों को भनक तक नहीं लगी। जौहर फैंस एसोशिएशन का हयात जफर हाशमी लगातार मीटिंग करता रहा लेकिन लोकल पुलिस ने उसे रोका तक नहीं। बैनर लेकर वह भीड़ के साथ नारेबाजी भी करता नजर आया। www.redeyestimes.com (News Portal) ने जब हयात के Facebook Account को खंगाला तो तमाम वीडियो और फोटो ऐसे मिले, जिसमें वह बाजार बंदी को लेकर लोगों से मीटिंग करता नजर आया। एक पोस्ट में तो वह शहर के एक IPS Officer से मुलाकात भी करता दिखाई दे रहा है। 

10 जून को लेकर Alert है प्रशासन

कल जुमा की नमाज के दौरान 10 जून को इस्लामियां ग्राउंड पहुंचने की अपील भी की गई। सूत्रों की मानें तो यह अपील करीब-करीब शहर की प्रमुख मस्जिदों से की गई। इसकी भनक इंटेलीजेंस को लग चुकी है। प्रशासन का पहला टॉरगेट किसी तरह 10 जून की चुनौती को काबू में लाना है। इसके लिए अफसरों ने रणनीति बनानी शुरु कर दी है। अफसरों ने मातहतों को Alert करते हुए सख्त ताकीद दी है कि क्षेत्र में मुखबिरों का संजाल तगड़ा करें। ताकि गोपनीय गतिविधियों के बारे में जानकारियां मिल सकें। 





Axact

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