- फ्राइ-डे को संसद परिसर में Congress सांसदों ने किया प्रदर्शन
- मीडिया से बातचीत में Rahul Gandhi ने किए तीखे प्रहार
- Pegasus को अनुमति प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ही दे सकते हैं Rahul Gandhi
Yogesh Tripathi
Pegasus Case को लेकर Congress के Ex.President Rahul Gandhi ने एक बार फिर केंद्र की Modi Government पर बड़ा हमला बोला है। फ्राइ-डे को संसद परिसर के बाहर मीडिया से बातचीत में Rahul Gandhi ने कहा कि इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट (SC) से होनी चाहिए। देश के Home Minister अमित शाह को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
Rahul Gandhi ने कहा कि “Pegasus (पेगासस) एक “हथियार” है, इजरायल सरकार इसे हथियार बताती है और इसे आतंकवादियों के ख़िलाफ़ इस्तेमाल करती है” Rahul Gandhi ने कहा कि Prime Minister & Home Minister ने इस “हथियार” को संस्थानों के ख़िलाफ़ इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ़ उन तक सीमित नहीं है बल्कि यह जनता की बुलंद आवाज़ पर “आक्रमण” है।
उन्होंने कहा कि ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट (SC) पर भी Pegasus का इस्तेमाल किया गया। राफ़ेल ड़ाकू विमान के सौदे के मामले में भी इसका इस्तेमाल किया गया। Rahul Gandhi ने कहा कि देश में Pegasus के इस्तेमाल की अनुमति सिर्फ़ Prime Minister & Home Minister ही दे सकते हैं। राहुल गांधी ने मीडिया से कहा कि “आखिर प्रधानमंत्री इस मामले में जांच के आदेश क्यों नहीं दे रहे हैं ?” उन्होंने Pegasus जैसे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट से कराने की मांग की।
संसद परिसर में Congress के सांसदों का प्रदर्शन
Pegasus Case को लेकर कांग्रेस हमलावर है। राहुल गांधी से लेकर पार्टी के तमाम प्रवक्ता और नेता खुलकर केंद्र की BJP सरकार पर शब्दों के तीखे प्रहार कर रहे हैं। शुक्रवार को कांग्रेस के सांसदों ने संसद परिसर में प्रदर्शन भी किया। कांग्रेस सांसदों ने कहा कि ये सीधे-सीधे देशद्रोह का मामला है।
फ्रांस में Start हो चुकी है राफेल की जांच
Rahul Gandhi ने कहा कि राफ़ेल लड़ाकू विमान के मामले की जांच फ्रांस में Start हो चुकी है। इस मामले का सच अब सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हर शख़्स को नहीं ख़रीद सकते हैं। Rahul Gandhi ने कहा कि उनके दोस्तों से कहा जाता है कि वे Rahul को जाकर बता दें कि उनके फ़ोन की टेपिंग हो रही है। Rahul ने कहा कि “अगर आप भ्रष्ट, चोर हैं तो आपको प्रधानमंत्री Modi से डर लगेगा, वर्ना डरने की कोई आवश्यकता नहीं है।
निशाने पर थीं ये नामी हस्तियांग़ैर-सरकारी संगठन फ़ोरबिडेन स्टोरीज़ ने सॉफ़्टवेयर बनाने वाली कंपनी NSO के ग्राहकों का जो डेटा बैंक हासिल किया है, उसमें फ़्रांसीसी राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान का भी नाम शामिल है।
इसके अलावा इराक़ी राष्ट्रपति बरहाम सालेह, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रमफोसा के फ़ोन नंबर भी उस सूची में पाए गए हैं। यानी संभावित जासूसी में उनके नाम भी हैं। लेबनान के प्रधानमंत्री साद हरीरी, युगांडा के रुहकना रुगुन्डा और बेल्जियम के प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल भी निशाने पर थे।
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