Lucknow Police की कैसरबाग कोतवाली शनिवार का कुछ पलों के लिए "अखाड़ा" बन गई। कैसरबाग कोतवाली में तैनात हेड कांस्टेबल महाराज सिंह ने थानेदार डीके उपाध्याय समेत कई पुलिस वालों पर थाने में बेरहमी से पिटाई कर सिर फोड़ देने का संगीन आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस के बड़े अफसर कार्रवाई करने के बजाय पीड़ित को ही दोषी ठहरा रहे हैं।
[caption id="attachment_17825" align="aligncenter" width="695"] Lucknow Police के कैसरबाग इंस्पेक्टर के हमले में घायल हेड कांस्टेबल महाराज सिंह[/caption]
YOGESH TRIPATHI
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी Lucknow Police के कैसरबाग कोतवाली के SHO ने अपने ही मातहत के खिलाफ जानवरों जैसा बर्ताव कर उसे दौड़ा-दौड़ाकर पब्लिक के सामने पीटा डाला। हेड कांस्टेबल जान बचाकर भागता रहा और SHO और मुंशियाने का स्टाफ उसे घेरकर तब तक पीटता रहा, जब तक हेड कांस्टेबल लहूलुहान नहीं हो गया। पिटाई से पीड़ित हेड कांस्टेबल का सिर फूट गया। उसके सिर से खून की धार बहने लगी तब वह सड़क की तरफ भागा। राहगीरों के बीच में पड़ने से उसकी जान बच सकी। लहूलुहान हालत में हेड कांस्टेबल को बलरामपुर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
कोर्ट में मोहर्रिर है पीड़ित हेड कांस्टेबल
यूपी के जालौन जनपद का रहने वाले पीड़ित कांस्टेबल महाराज सिंह की एक महीना पहले ही Lucknow Police के कैसरबाग कोतवाली में पोस्टिंग हुई थी। महाराज सिंह रोशनउद्दौला कोर्ट में मोहर्रिर है। बकौल महाराज सिंह थाने की लिखापढ़ी का काम उसे ठीक ढंग से नहीं आता है, इस लिए वह काम सीख रहा है। आरोप है कि कैसरबाग इंस्पेक्टर हर रोज सुबह से लेकर शाम तक उसे काम न आने की वजह से गाली-गलौच करते हैं।
शनिवार को महाराज सिंह विवेचनाओं का ब्यौरा तैयार कर रहा था। कुछ देर हो जाने की वजह से इंस्पेक्टर का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया और वह मां-बहन की भद्दी-भद्दी गालियां बकने लगे। आरोप है कि इसी बात को लेकर इंस्पेक्टर कैसरबाग डीके उपाध्याय ने उसके साथ मारपीट शुरु कर दी। आरोप है कि जब इंस्पेक्टर डीके उपाध्याय, मुंशी अरुण पाल, मुंशी राजेश और कांस्टेबल संदीप आर्य ने मिलकर उसको जमकर पीटा। जब वह जान बचाने के लिए भागा तो किसी ने उसके सिर पर डंडा मार दिया। खून बहने के बाद वह थाने से बाहर की तरफ भागा तो पब्लिक और राहगीर आ गए। भीड़ को देख हमलावर साथी पुलिस वाले थाने के अंदर चले गए।
CO बोले, मामला फर्जी लग रहा है
पूरे मामले पर Lucknow Police के सीओ अमित कुमार राय का कहना है कि मामला फर्जी लग रहा है। शिकायत मिली है कि हेड कांस्टेबल अक्सर सबसे झगड़ा करता रहता है। सप्ताह भर पहले भी झगड़ा होने के बाद हेड कांस्टेबल ने अपने कपड़े फाड़ बलरामपुर अस्पताल में भर्ती हो गया था। सीओ का कहना है कि CCTV फुटेज देखने के बाद मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ित हेड कांस्टेबल को ही जेल भेजने की धमकी
पीड़ित हेड कांस्टेबल ने बताया कि Lucknow Police के कैसरबाग इंस्पेक्टर ने अपनी ऊंची पहुंच के बलबूते उसे फर्जी मामले में जेल भेजवान की धमकी दी है। पीड़ित महाराज सिंह का आरोप है कि इंस्पेक्टर डीके उपाध्याय ने धमकी दी है कि मेरी पहुंच ऊपर तक है मैं तुमको छोड़ूंगा नहीं। हेड कांस्टेबल का कहना है कि इंस्पेक्टर किसी अपराधी से फर्जी गवाही देकर उसे जेल भेजवाने की धमकी दे रहे हैं।
बड़ी घटना के बाद भी नहीं पहुंचे Lucknow Police के अफसर
शनिवार को Lucknow Police के कैसरबाग कोतवाली में जो कुछ हुआ वह इस समय मीडिया में सुर्खियां बना है। इंस्पेक्टर रैंक के अफसर पर हेड कांस्टेबल ने थाना परिसर में मारपीट कर लहूलुहान होने का आरोप लगाया है। कुछ देर के लिए थाना परिसर अखाड़ा ही बना रहा। लेकिन इन सब के बाद भी लखनऊ पुलिस का कोई बड़ा और जिम्मेदार कैसरबाग कोतवाली नहीं पहुंचा।
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