Kanpur के अतिसंवेदनशील एरिया रावतपुर गांव में हर वर्ष उपद्रवी युवक माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं। यहां पिछली घटनाओं में अफसरों की गाड़ियां तक फूंकी जा चुकी हैं लेकिन उसके बाद भी प्रशासन ने सबक नहीं ली। खुफिया इकाइयों का मजबूत तंत्र एक बार फिर फेल हो गया।
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YOGESH TRIPATHI
कानपुर। Kanpur के कल्याणपुर स्थित रावतपुर में शनिवार को रामनवमी जुलूस के दौरान हुए बवाल की चिंगारी संडे की सुबह एक बार फिर भड़क गई। रामलीला कमेटी का पोस्टर फाड़ने को लेकर जमकर पत्थरबाजी हुई। उपद्रवी रुक-रुक कर नारेबाजी भी करते रहे। रामलला मंदिर परिसर के अंदर जनप्रतिनिधियों के साथ वार्ता कर रहे अफसरों के माथे पर उस समय पसीना आ गया, जब उपद्रवियों ने निशाना बनाकर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने रामलला परिसर के चारो तरफ घूम-घूमकर लाठीचार्ज किया। पथराव से भगदड़ मच गई। समाचार लिखे जाने तक भारी पुलिस बल के साथ RAF की भी तैनाती की गई। तनाव के बीच खुद DIG Kanpur सोनिया सिंह ने मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा है कि उपद्रव करने वाले किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे, चाहे वह किसी भी संप्रदाय के हों। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद काफी देर तक अफवाह का माहौल भी चला लेकिन पुलिस के आगे उपद्रवियों की एक नहीं चली।
Kanpur के रामलला मंदिर परिसर पर हुए लाठीचार्ज का वीडियो
https://youtu.be/irWIcP1oVZE
Kanpur के कल्याणपुर स्थित रावतपुर एरिया बेहद अतिसंवेदनशील जोन में आता है। यहां शनिवार शाम दशहरा के दिन रामनवमी का जुलूस निकाला जा रहा था। यात्रा में डीजे भी बज रहा था। इसी बीच एक युवक को जबरन खींच लेने के बाद बवाल हो गया। पथराव के बाद पुलिस पहुंची और किसी तरह से मामले को शांत कराया। उसके बाद देर रात रामलीला कमेटी के पोस्टर को किसी शरारती ने फाड़ दिया। संडे की सुबह पोस्टर फाड़ने को लेकर चिंगारी भड़क गई। एक वर्ग के लोगों ने दूसरे वर्ग के लड़के को गुम्मा मार दिया। लहूलुहान होने के बाद दूसरे वर्ग के लोग भी आ गए और पत्थरबाजी करने लगे।
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जनप्रतिनिधियों के साथ रामलला मंदिर में हो रही थी अफसरों की मीटिंग
संडे की दोपहर Kanpur के रावतपुर स्थित रामलला मंदिर में जनप्रतिनिधियों के साथ शहर के पुलिस अफसर वार्ता कर रहे थे। इसी दौरान कुछ उपद्रवी युवकों ने पथराव कर दिया। अचानक पत्थरबाजी होने से अफसर भी थोड़ी देर के लिए बैकफुट पर आ गए। इसके बाद हालात को बेकाबू होते देख अफसरों ने लाठीचार्ज का हुक्म दे दिया। बस फिर क्या था देखते ही देखते ही पुलिस उपद्रवियों पर भारी पड़ गई। जो जहां मिला उसे गिराकर जमकर धुनाई की। पुलिस के तेवर देख पत्थरबाजी कर रहे उपद्रवी जान बचाकर भागे।
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RAF के साथ अतिरिक्त फोर्स की रावतपुर में तैनाती
पुलिस के लाठीचार्ज में कई लोगों के घायल होने की खबर है। बवाल की सूचना पर Kanpur के DM सुरेंद्र सिंह, DIG सोनिया सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। अफसरों ने मातहतों को दो टूक शब्दों में कहा कि जो भी उपद्रवी पत्थरबाजी या फिर नारेबाजी करता मिले। उसे किसी भी कीमत पर न बख्शा जाए। समाचार लिखे जाने तक डीआइजी सोनिया सिंह, डीएम सुरेंद्र सिंह विधायक अभिजीत सिंह सांगा, क्षेत्रीय पार्षद राम औतार प्रजापति और मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों संग वार्ता कर रहे थे। सूत्रों की मानें तो उपद्रवियों के पथराव में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है। शायद यही वजह रही कि पुलिस को मजबूरी में बवाल थामने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
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हर साल होता है संवेदनशील रावतपुर में उपद्रव
Kanpur के कल्याणपुर थाना एरिया स्थित रावतपुर बेहद अतिसंवेदनशील जोन में आता है। यहां हर वर्ष उपद्रव होता है लेकिन इन उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी है। यहां अफसरों की गाड़ियां तक फूंकी जा चुकी हैं। कई बार अफसरों की पिटाई तक हो चुकी है। लेकिन इन सबके बाद भी पुलिस के अफसरों ने पुरानी सांप्रदायिक घटनाओं कभी सबक नहीं लिया।
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राजनीति का अखाड़ा भी बन चुका है रावतपुर गांव
Kanpur का रावतपुर गांव राजनीति का अखाड़ा भी बन चुका है। यहां सपा और भाजपा के लोगों की हमेशा से चलती रही है। हिन्दूवादी संगठनों की भी यहां तगड़ी आमदरफ्त है। नौ साल पहले जन्माष्टमी के दिन यहां पर विस्फोट में दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। इस मामले में हिन्दूवादी संगठन के लोगों के गिऱफ्तारी तक हो चुकी है। इतना ही नहीं आतंकी संगठनों के एजेंट भी यहां से कई बार पकड़े जा चुके हैं। खुफिया के रडार पर हर समय अतिसंवेदनशील रावतपुर गांव रहता है लेकिन उसके बाद भी यहां ऐहतियातन अतिरिक्त फोर्स की तैनाती किसी भी त्योहार पर नहीं की जाती है।
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