पिता के साथ पटाखा गोदाम में बैठे सात साल के मासूम कृष्णा ने खेल-खेल में पटाखा चला दिया। चिंगारी गोदाम तक पहुंची और उसके बाद धमाके होने लगे। अफरा-तफरी के माहौल में मां बेटे को लेकर पड़ोसी के घर पहुंच गई लेकिन 12 और नौ साल की दो बेटियां कमरे के अंदर ही फंस गईं। काफी मशक्कत के बाद Agra के दमकल के जवानों ने आग पर काबू पाया। लड़कियों को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
[caption id="attachment_17954" align="aligncenter" width="800"] प्रतीकात्मक फोटो[/caption]
आगरा। प्रकाश के पर्व दीपावली पर एक परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं। कारोबारी के बेटे की शरारत ने दो सगी बहनों की जान ले ली। लड़के की शरारत के चलते आतिशबाजी की दुकान में लगी आग से उठी लपटों ने दोनों बहनों के अपने आगोश में ले लिया। हादसे में कारोबारी की पत्नी और बेटे की जिंदगी किसी तरह बच गई। आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि दहशतजदा लोग अपने घरों से बाहर भाग निकले।
तीन मंजिला मकान के भूतल भाग पर थी पटाखा दुकान
Agra के रुनकता निवासी संजीव अग्रवाल का बाजार में तीन मंजिला मकान है। मकान के भूतल भाग पर ही संजीव ने पटाखा की दो दुकानें खोल रखी हैं। बेसमेंट पर ही पटाखा गोदाम भी बनाया हुआ है। ऊपरी के हिस्से में संजीव का पूरा परिवार रहता है। बताया जा रहा है कि संजीव अपने सात साल के बेटे कृष्णा के साथ दुकान पर मौजूद थे। बत्नी गीता और बेटियां वैष्णवी (12) व चीनू (9) मकान के दूसरी मंजिल पर मौजूद थे।
खेल-खेल में बेटे ने पटाखा दागा तो मच गई तबाही
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दुकान में पिता के साथ बैठे कृष्णा ने खेल-खेल में पटाखा चला दिया। जब तक संजीव निगाह पड़ती पटाखा की चिंगारी आतिशबाजी में लग गई। देखते ही देखते पटाखों और बमों के धमाके होने लगे। अफरा-तफरी फैलते ही स्थानीय लोग पहुंचे और आग आग पर हो रहे विस्फोटों पर पानी फेंक काबू पाने की कोशिश की लेकिन तब तक काफी धुंआ बिल्डिंग के अंदर भर चुका था। संजीव की पत्नी गीता बेटे कृष्णा को लेकर पड़ोसी छुट्टन की छत पर पहुंच गई। लेकिन दोनों बेटियां घर में फंस गईं। गीता को जब बेटियां नहीं दिखीं तो उसने मदद के लिए लोगों से गुहार लगाई। मोहल्ले के लोगों ने दीवार तोड़कर अंदर घुसने का प्रयास किया लेकिन धुएं की वजह से कोई अंदर जाने का साहस नहीं जुटा सका। आग की लपटों को विकराल देख लोगों ने सूचना Agra के पुलिस अफसरों को दी।
दमकल के जवानों ने दो घंटे बाद आग पर काबू पाया
Agra के व्यस्त बाजार में पटाखा दुकान में आग लगने की खबर मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। दमकल के जवानों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दमकल के जवान जब अंदर गए तो वहां दोनों बच्चियां बेहोशी की हालत में मिलीं। परिवार के सदस्य दोनों को अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दो बेटियों की मौत के बाद संजीव और गीता पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। हादसे की बात पर सिटी मजिस्ट्रेट का कहना है कि छानबीन के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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