Terrorist गोपी घनश्याम प्रकरण में IPS एसोसिएशन की मीटिंग बुलाने की मांग | पंजाब पुलिस की तरफ से दी गई CD को किया जा रहा चेक


IPS-officers

लखनऊ। रिश्वत के बदले बब्बर खालसा जैसे आतंकी संगठन के Terrorist गोपी घनश्याम को छुड़ाने के मामले को यूपी सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और पुलिस महानिदेशक (DGP) ने पूरे सीनियर IPS अफसर को बुधवार की दोपहर तलब भी कर लिया। IG की पोस्ट पर तैनात सीनियर IPS पर 50 लाख रुपए की रिश्वत लेकर बब्बर खालसा के आतंकी को छोड़े जाने की चर्चा इन दिनों सोशल मीडिया में काफी वॉयरल है। वहीं वरिष्ठ IPS अफसर अमिताभ ठाकुर ने IPS एसोशिएसन के प्रेसीडेंट और डीजी फायर सर्विस प्रवीण सिंह को भेजे गए पत्र में मीटिंग बुलाने की मांग की है। पत्र में अमिताभ ठाकुर ने कहा कि इस प्रकरण ने IPS संवर्ग को झकझोर दिया है।




Ch Harmohan Singh Para Medical Sciences & , Nursing InstitutionTerrorist को छोड़े जाने के प्रकरण में DGP ने दिया था बड़ा बयान

पंजाब की नाभा जेल से ब्रेक के आरोपी Terrorist गोपी घनश्याम को छोड़े जाने के मामले में यूपी पुलिस के DGP सुलखान सिंह ने बयान देते हुए कहा था कि खाकी को शर्मशार करने वाला मामला है। अफसर के कृत्य ने खाकी को शर्मिंदा किया है। DGP ने स्वीकार किया था कि पंजाब पुलिस की तरफ से उनको सीडी सौंपी गई है। जिसकी जांच कराई जाएगी साथ ही मामले की जांच एडीजी लॉ एंड आर्डर को भी सौंप दी गई है। इन सबक के बाद भी डीजीपी ने कहा कि IPS अफसर अपने पद पर बने रहेंगे।

ये है Terrorist को छोड़े जाने का पूरा मामला

बब्बर खालसा के Terrorist गोपी घनश्याम को छुड़ाने के मामले की जानकारी तब हुई जब पंजाब पुलिस ने संदीप तिवारी उर्फ पिन्टू तिवारी नाम के संदिग्ध को गिरफ्तार कर उसे कोर्ट से रिमांड पर लिया। पिन्टू ने पंजाब पुलिस को बताया कि कुछ दिन पहले यूपी पुलिस ने गोपी घनश्याम को शाहजहांपुर से गिरफ्तार किया लेकिन लिखापढ़ी में उसकी गिरफ्तारी नहीं दिखाई। पिन्टू ने पंजाब पुलिस को यह भी बताया है कि गोपी घनश्याम को छुड़ाने के लए अमृतसर की जिला कारागार में बंद गैंगस्टर बलजिंदर सिंह उर्फ ढोनी के कहने पर शराब कारोबारी रंधीप सिंह उर्फ रिंपल 50 लाख रुपए के बंदोबस्त में जुटा था। पिन्टू के मुताबिक यह मोटी रकम उसके जरिए ही पहुंचाई जानी थी। गौरतलब है कि पिन्टू तिवारी ने सुल्तानपुर और लखनऊ में अपना स्थाई ठिकाना बनाने की बात भी पंजाब पुलिस को बताई है।

ATS के चीफ IG कर रहे Terrorist गोपी घनश्याम को छोड़े जाने की जांच

बब्बर खालसा के Terrorist गोपी घनश्याम को मोटी रकम लेकर छोड़े जाने के मामले की जांच ATS के चीफ आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह  कर रहे हैं। इस पूरे प्रकरण में एक सीनियर IPS पर रिश्वत लेकर गोपी को छोड़े जाने का आरोप लगा है। यह जानकारी गिरफ्तार किए गए शराब कारोबारी रंधीप सिंह रिंपल, यूपी के अमनदीप सिंह और हरजिंदर सिंह काहलों ने संयुक्त पूछताछ के दौरान दी। चर्चा है कि यह डील पहले एक करोड़ में होनी थी लेकिन बाद में यह 50 लाख रुपए पर फिक्स हो गई। सूत्रों की मानें तो खुफिया एजेंसियों को कुछ जानकरी मिली तो उसे पंजाब पुलिस से शेयर किया। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने यूपी में दबिश देकर गिरफ्तारी की। पंजाब पुलिस ने पहले रिंपल, उसके साथी गुरप्रीत और फिर उत्तर प्रदेश से पिंटू तिवारी, अमनदीप सिंह और हरजिंदर सिंह को पकड़ लिया।


STF ने पूरे मामले पर दी सफाई, मीडिया ने भ्रामक खबरें दिखाईं


बब्बर खालसा के Terrorist गोपी घनश्याम को मोटी रकम के बदले छोड़े जाने के मामले पर STF ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि Terrist गोपी घनश्याम नाभा जेल ब्रेक केस में वांछित है। उस पर दो लाख रुपए का इनाम भी घोषित है। STF का कहना है कि गोपी घनश्याम को पकड़ने और बाद में रिश्वत लेकर छोड़े जाने की झूठी खबर कुछ मीडिया की तरफ से भ्रामक फैलाई गई है। ये खबरें अपुष्ट सूत्रों के हवाले से छापी गई हैं। STF ने पूरे मामले पर कहा कि किसी भी यूनिट या फिर टीम की तरफ से इस प्रकरण से जुड़ी जानकारी नहीं है। प्रेस नोट में साफ तौर पर कहा गया है कि Terrorist गोपी घनश्याम को न तो पकड़ा गया और न ही छोड़ा गया है। सभी खबरें भ्रामक और सत्य से परे हैं।
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