BJP MLA Complaint From UPCM। Ex.Minister Vivek Singh Sent letter to Chief Minister
[caption id="attachment_16457" align="aligncenter" width="645"] vivek singh ex minister, banda[/caption]
बुन्देलखणंड (बांदा)। BJP के MLA और पुलिस के उत्पीड़न से खौफजदा होकर खुदकुशी करने वाले मुकेश निगम का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मुकेश के पिता कामता प्रसाद ने Banda (SP) को दिए गए प्रार्थना पत्र में BANDA BJP के MLA, एसओ देहात कोतवाली जमालपुर, प्रतिमा सिंह और मुकेश की कथित पत्नी योगिता के परिजनों समेत कई लोगों पर प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाते हुए FIR रजिस्टर्ड करने की मांग की है।
Ex Minister विवेक सिंह से भी की फरियाद
खुदकुशी करने वाले मुकेश के पिता कामता प्रसाद ने बांदा के Ex. MLA और पूर्व मंत्री विवेक सिंह से भी गुहार लगाई है। विवेक सिंह ने पूरे मामले को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिंह की चौखट तक पहुंचाया है। विवेक सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में कहा कि यह एक बेहद हाईप्रोफाइल मामला है। इसमें BJP के MLA और पुलिस ने गरीब मुकेश और उसके परिवार पर इस कदर जुल्म किया कि वह खुदकुशी करने को मजबूर हो गया। विवेक सिंह ने मुख्यमंत्री से पूरे मामले में हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए सभी आरोपितों के खिलाफ जल्द से जल्द रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है।
मुकेश की पत्नी योगिता को जबरन खींच ले गए थे
पीड़ित कामता प्रसाद का आरोप है कि 7 जुलाई 2017 को एसओ जमालपुर प्रतिमा सिंह उसके बेटे मुकेश की पत्नी योगिता को जबरन देर रात घर से खींच ले गए थे। थाने पर ले जाने के बाद प्रतिमा सिंह ने योगिता को जबरन उसके माता-पिता के साथ वापस घर भेज दिया था। जबकि योगिता और मुकेश को हाईकोर्ट के आदेश पर बांदा कोर्ट ने बालिग पाया। इतना ही नहीं दोनों हाईकोर्ट में शपथ पत्र देकर बता चुके थे कि दोनों बालिग हैं और हिन्दू रीति-रिवाज के तहत ब्याह किया है। उसके बाद भी पुलिस ने BJP के MLA के दबाव में मुकेश और उसके परिजनों को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया।
क्या है मुकेश निगम का पूरा मामला
बांदा के महोखर गांव निवासी कामता प्रसाद का बेटा मुकेश रोडवेज के बरेली डिपो में संविता पर कंडक्टर था। गांव की ही योगिता से उसके प्रेम-संबध थे। परिजनों को जब इसकी भनक लगी तो सभी ने उसकी शादी दूसरी जगह तय करने का फैसला लिया। मौका पाकर करीब 9 महीने पहले योगिता घर से भाग निकली और मुकेश के पास बरेली पहुंची। यहां पर दोनों ने एक मंदिर में शादी कर ली। इधर, योगिता की मां ने रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने जब प्रताड़ित करना शुरु किया तो योगिता और मुकेश हाईकोर्ट की शरण में पहुंचे और शपथ पत्र देकर अपना पक्ष रखा।
इसके बाद हाईकोर्ट ने बांदा कोर्ट को निर्देश दिए। बांदा कोर्ट ने मेडिकल में योगिता-मुकेश का बालिग पाया। सबकुछ ठीक हो गया लेकिन जब यूपी में बीजेपी की सरकार बनी तो योगिता के चाचा भाजपा के विधायक बन गए। बस यहीं से योगिता और उसके पति मुकेश को प्रताड़ित किया जाने लगा। सत्ता के हनक पर पुलिस भी मुकेश पर कहर बनकर टूट पड़ी। नतीजा यह रहा कि फ्राइ-डे को मुकेश ने घर पर फांसी लगा ली।
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