Jagdeep Singh Slected Special Judege Of CBI in 2016In the Year 2012 Came To The Judicial Service


[caption id="attachment_16581" align="aligncenter" width="960"]jagdeep kumar judege cbi court, ram rahim, redeyestimes jagdeep kumar judege cbi court[/caption]

नई दिल्ली। अपनी ईमानदारी और एक बड़े फैसले से CBI Court के जज जगदीप सिंह देश के हीरो बन गए। फ्राइ-डे को ऐतिहासिक फैसले में उन्होंने साध्वी के साथ यौन शोषण के मामले में गुरमीत राम रहीम को रेप का दोषी ठहराया। 28 अगस्त को Court अब राम रहीम को सजा सुनाएगी।

हरियाणा के जींद निवासी हैं जगदीप सिंह


हाई प्रोफाइल मामले में फैसला सुनाने वाले जज हरियाणा के जींद निवासी जगदीप सिंह हैं। जगदीप सिंह काफी सख्त और ईमानदार अफसर हैं। शायद यही वजह है कि उन्होंने बगैर किसी के दबाव में आए हुए यौन शोषण मामले में राम रहीम को दोषी माना।

[caption id="attachment_16582" align="aligncenter" width="695"]jagdeep kumar judege cbi court, ram rahim, redeyestimes jagdeep kumar judege cbi court[/caption]

वर्ष 2012 में न्यायिक सेवा में आए


डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को रेप के मामले में दोषी करार देने वाले जज जगदीप सिंह एडीजी स्तर के न्यायिक अधिकारी है। जगदीप सिंह 2012 में न्यायिक सेवा में आए। इससे पहले वह पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में फौजदारी मामलों के वकील थे। वर्ष 2000 से लेकर 2012 तक अपराधिक मामलों के मुकदमे लड़ रहे थे।

2016 में चुने गए CBI के स्पेशल जज


2012 में हरियाणा की न्यायिक सेवा में शामिल हुए जगदीप सिंह को पिछले साल ही CBI स्पेशल जज के लिए चुना गया था। बतौर न्यायिक अफसर यह उनकी दूसरी पोस्टिंग है। 2012 में हरियाणा की न्यायिक सेवाओं में शामिल हुए और उन्हें सोनीपत में तैनात किया गया। आम तौर पर High Court प्रशासन की तरफ से कई जांच के बाद CBI कोर्ट में पोस्टिंग दी जाती है। श्रीसिंह ने पंजाब यूनिवर्सिटी से उन्होंने कानून की डिग्री ली हैं।

पीड़िता साध्वी ने लिखा था पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी बाजपेयी को पत्र


गौरतलब है कि वर्ष 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल के दौरान एक गुमनाम पत्र लिखकर डेरा प्रमुख राम रहीम पर एक साध्वी ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। ये पत्र प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और हाईकोर्ट को भेजा गया था। हाईकोर्ट ने इसे संज्ञान में लेकर कार्यवाही शुरू की और उसके बाद CBI जांच शुरू हुई जिसकी परिणति आज फैसले के रूप में हो रही है।
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