लखनऊ। गोरखपुर के BRD Medical College में ऑक्सीजन की कमी से हुई 60 बच्चों की मौत के बाद चारो तरफ से घिरी यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रिंसिपल राजीव कुमार मिश्रा को सस्पेंड कर दिया है। शनिवार को गोरखपुर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ सिंह और चिकित्सा मंत्री आशुतोष टंडन ने पत्रकार वार्ता में कहा कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं बल्कि अन्य खामियों की वजह से हुई है। दोनों ही मंत्रियों ने कहा कि अगस्त 2014 में 567, अगस्त 2015 में 558 और अगस्त 2016 में 587 बच्चों की मौते हो चुकी हैं। इसके बाद शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन ने BRD Medical College प्रिंसिपल राजीव कुमार मिश्रा को सस्पेंड कर दिया। वहीं प्रिंसिपल को सस्पेंड करने के बाद अब लोगों के बीच यह भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या सिर्फ वह ही पूरे मामले के दोषी हैं ? क्या गोरखपुर के जिलाधिकारी दोषी नहीं है ? आखिर उन पर इतनी मेहरबानी क्यों की जा रही है ?
मैने तो पहले ही त्याग-पत्र दे दिया था : BRD Medical College प्रिंसिपल
सस्पेंड किए गए BRD Medical College के प्रिंसिपल राजीव मिश्रा ने एक टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार में साफ तौर पर कहा कि सस्पेंड किए जाने से काफी पहले ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। राजीव मिश्रा ने कहा कि कंपनी ने जब लिखित सूचना दी थी तो उन्होंने जिम्मेदार अफसरों को इस बात की जानकारी दे दी थी। कंपनी का बकाया भुगतान क्यों नहीं किया गया ? यह अफसर ही बता सकते हैं।
विरोधी दलों की तरफ से हो रहे लगातार हमले के बाद देर रात को ही यूपी सरकार ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश जारी कर दिए थे। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ सिंह और चिकित्सा मंत्री आशुतोष टंडन लखनऊ पहुंचने के बाद यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को रिपोर्ट सौंपेंगे।
वहीं, इस बड़े कांड के बाद गोरखपुर की राजनीति काफी तेज हो गई है। विपक्ष सरकार पर तीखे प्रहार कर इस्तीफे मांग रहा है। विपक्षी दलों का कहना है कि इस पूरे मामले में प्रशासन जिम्मेदार है। सूचना के बाद भी कंपनी का भुगतान क्यों नहीं किया गया ? जबकि कंपनी ने पहले ही पत्र देकर ताकीद दे दी थी।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार सुबह पत्रकारों से बातचीत में कहा कि "गोरखपुर BRD Medical College में हुई इस दुखद घटना में जो भी दोषी मिलेगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
वहीं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आधिकारिक टिवटर एकाउंट से शनिवार को टवीट कर कहा गया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस ने भी मांग की है कि गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में 36 बच्चों की मौत की "नैतिक जिम्मेदारी" लेते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को इस्तीफा दे देना चाहिए।
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