-Gang Rape के आरोपी के पिता को भी पुलिस ने बनाया आरोपी

-Kannauj जनपद के एक थाने में है आरोपी के पिता की तैनाती

-देर रात्रि पुलिस ने पिता की मौत के मामले में दर्ज की हत्या की FIR

-SSP/DIG ने CO घाटमपुर को सौंपी पूरे मामले की जांच

 


Yogesh Tripathi

Uttar Pradesh के Kanpur जनपद स्थित Sajeti Gang Rape Case मामले में चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया है। निलंबित पुलिस कर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप है। सस्पेंड किए गए लोगों में Gang Rape के मुख्य आरोपी का पिता भी शामिल है। घाटमपुर पुलिस ने पीड़िता के पिता की मौत के मामले में हत्या की FIR रजिस्टर्ड करते हुए आरोपी के पिता को भी तहरीर के आधार पर आरोपी बनाया है। पूरे प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी घाटमपुर को सौंपी गई है। 

Monday की दोपहर सजेती थाना एरिया के एक गांव में मवेशियों के लिए चारा लेने खेत गई 8वीं की छात्रा को गांव के ही दो युवकों ने दबोच कर बंधक बना लिया था। दोनों ने नाबालिग छात्रा के साथ पूरी रात Gang Rape किया। मंगलवार को चंगुल से छूटी छात्रा जब घर पहुंची तो परिजनों को जानकारी दी। परिजन छात्रा को लेकर FIR दर्ज कराने के लिए सजेती थाने पहुंचे। पीड़ित छात्रा के परिजनों का आरोप है कि आरोपी के परिजन समझौते के लिए कई घंटे तक दबाव बनाते रहे। थाना पुलिस भी उनके ही पक्ष में एक पैर पर खड़ी दिखाई दी। 

मंगलवार शाम को FIR रजिस्टर्ड कर सजेती पुलिस ने पीड़ित छात्रा का मेडिकल कराने के लिए घाटमपुर सीएचसी पहुंची। छात्रा के साथ उसके पिता, मां और एक अन्य पारिवारिक सदस्य मौजूद था। 7.45 पर सीएचसी से छात्रा को Kanpur स्थित कांशीराम अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जाया गया। रात करीब 2 बजे छात्रा का कांशीराम अस्पताल में मेडिकल परीक्षण किया गया। इसके बाद पुलिस छात्रा को लेकर सजेती थाने पहुंची।

परिजनों का आरोप है कि सजेती थाना पहुंचने के बाद कुछ पुलिस कर्मी छात्रा को वापस घाटमपुर सीएचसी ले जाने के लिए आए। इस पर परिजन भी साथ हो लिए। परिजनों का आरोप है कि सीएचसी के जच्चा-बच्चा वार्ड में पीड़िता को रखा गया। उसके सामने ही पुलिस कर्मियों ने पिता से काफी अभद्र व्यवहार किया। सुबह सीएचसी के सामने ही संदिग्ध परिस्थितियों में ट्रक से कुचलकर पीड़िता के पिता की मौत हो गई। 

चंद कदम की दूरी पर सीएचसी में भर्ती कराने के बजाय पुलिस की टीम छात्रा के पिता को हैलट लेकर पहुंच गई। मौत हो जाने शव को मर्चरी में रखवा दिया। खबर छात्रा के गांव पहुंची तो सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने कानपुर-कबरई मार्ग को बाधित कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। कई थानों की फोर्स के साथ SSP/DIG सहित कई अफसर मौका-ए-वारदात पर पहुंचे। डीएम भी मातहतों के साथ मौके पर गए।

मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपए की सरकारी इमदाद और 5 बीघा जमीन का पट्टा देने की घोषणा कर प्रशासनिक अफसरों ने किसी तरह से डैमज को कंट्रोल किया। रात होते-होते घाटमपुर पुलिस ने अफसरों के आदेश पर छात्रा के पिता की मौत के मामले में हत्या और षजयंत्र कर साजिश रचने की रिपोर्ट भी दर्ज कर ली। इसमें गैंगरेप के आरोपी दीपू यादव के पिता देवेंद्र यादव को भी आरोपी बनाया गया है। देवेंद्र की तैनाती Kannauj जनपद के एक थाना एरिया की चौकी में थी। 

देर रात्रि अधिकारियों ने घाटमपुर कस्बा इंचार्ज अब्दुल कलाम, बीट सिपाही आदेश कुमार, सजेती हल्का इंचार्ज रामशिरोमणि और आरोपी के पिता देवेंद्र यादव को सस्पेंड कर दिया। 

सूत्रों की मानें तो बीट सिपाही वीआइपी ड्यूटी पर था। वह आज सुबह ही वापस घाटमपुर पहुंचा है। उसे प्रकरण की शायद ठीक से पूरी जानकारी भी नहीं है। वहीं, हल्का इंचार्ज के बाबत बताया जा रहा है कि वह मौके प रही नहीं थे। Accident के बाद उनको फोन कर बुलाया गया था। सस्पेंशन के बाद जब उन्होंने अपने एक अधिकारी से पूछा तो जो जवाब मिला तो वह काफी हतप्रभ करने वाला रहा।

पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात प्रकरण के जांच अधिकारी को लेकर ही हो रही है। पीड़ित पक्ष चीख-चीखकर दो अधिकारियों पर सीधे आरोप लगा रहा है। अफसरों ने उनको ही जांच सौंप दी। जिन पर गंभीर आरोप पीड़ित छात्रा के परिजन लगा रहे हैं। आरोप का Video सोशल मीडिया पर Viral हैं। 

VIP ड्यूटी पर था Gang Rape आरोपी का पिता

Sajeti Gang Rape Case के मुख्य आरोपी दीपू यादव का पिता देवेंद्र यादव पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर है। देवेंद्र की तैनाती वर्तमान समय में कन्नौज के छिबरामऊ थाना एरिया की मंडी चौकी थी। छानबीन में पता चला है कि आरोपी दरोगा देवेंद्र यादव मंगलवार की दोपहर से लापता है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में उसकी VIP ड्यूटी जालौन जनपद में लगाई गई थी। जालौन पहुंचकर उसने अपनी आमद भी कराई लेकिन थोड़ी देर बाद वह लापता हो गया। वहीं, पीड़ित परिवार का आरोप है कि छात्रा के पिता की मौत के मामले में दरोगा देवेंद्र यादव साजिश में शामिल रहा। यही वजह है कि उसके खिलाफ भी मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेने के साथ चालक को भी हिरासत में लिया है। पूरे मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है।

 

 

 

Axact

Axact

Vestibulum bibendum felis sit amet dolor auctor molestie. In dignissim eget nibh id dapibus. Fusce et suscipit orci. Aliquam sit amet urna lorem. Duis eu imperdiet nunc, non imperdiet libero.

Post A Comment:

0 comments: