मामला चूंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर से जुड़ा था। भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी जैसा घिनौने कार्य के लिए BJP महिला मोर्चा की महामंत्री सविता सिंह ने गोरखनाथ मंदिर के सचिव का भी नाम लिया। मुख्यमंत्री सीधे तौर पर यदि कार्रवाई नहीं करते तो शायद पार्टी और व्यक्तिगत रूप से उनकी भी किरकिरी होती। यही वजह रही कि उन्होंने SSP को तत्काल आदेश देकर सविता सिंह की गिरफ्तारी करवाई। 



गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा फैसला लेते हुए गोरखपुर BJP महिला मोर्चा की सेकेट्री सविता सिंह को Arrest करवा दिया। सविता सिंह पर आरोप है कि एक मोबाइल चोर को छुड़वाने के लिए उन्होंने 50 हजार रुपए की रिश्वत ली थी। पुलिस ने जब चोर को जेल भेज दिया तो परिवार के लोग सविता सिंह से रुपए वापस मांगने लगे। आरोप है कि इस पर सविता ने खुद को सीएम योगी आदित्यनाथ सिंह का करीबी बताते हुए परिवार वालों को धमकी दी थी। अपने ही गढ़ में बदनामी का दाग लगने पर मुख्यमंत्री योगी सिंह ने गोऱखपुर पुलिस को तत्काल FIR दर्ज कर सविता सिंह को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की।




गोऱखपुर के तिवारी थाने का है मामला

जनपद के तिवारीपुर थाना एरिया के इलाहीबाग निवासी अरुण पांडेय के लड़के हर्षित पांडेय को पुलिस ने मोबाइल और चेन स्नेचिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। हर्षित के परिजन उसे छुड़ाने के लिए कवायद में जुटे थे। परिवार ने BJP की महिला मोर्चा सेकेट्री सविता सिंह से संपर्क किया। आरोप है कि सविता सिंह ने 50 हजार रुपए हर्षित को छुड़वाने के लिए ले लिए। हर्षित के परिवार का आरोप है कि सविता ने कहा कि  25 हजार रुपए की रकम गोरखनाथ मंदिर के सचिव द्वारिका तिवारी को देनी पड़ेगी और बाकी पैसा पुलिस लेगी। कुछ उनको भी चाहिए। परिवार ने किसी तरह इंतजाम कर पैसा सविता सिंह को दे दिया। लेकिन इसके बाद भी तिवारीपुर पुलिस ने 13 अक्तूबर को लिखापढ़ी कर हर्षित को जेल भेज दिया। हर्षित के जेल जाने के बाद परिवार ने सविता सिंह से रुपए वापस मांगे तो उन्होंने जान से मरवाने की धमकी दे डाली।



 पहले सोशल मीडिया फिर CM की चौखट पर पहुंचा मामला

जेल गए हर्षित पांडेय की मां प्रभा पांडेय ने पहले लोकल मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए अपनी शिकायत दर्ज कराई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुआ। इस बीच यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ कार्यक्रमों में शरीक होने के लिए गोरखपुर पहुंचे। प्रभा पांडेय गोरखनाथ मंदिर पहुंची और सीएम से मुलाकात कर अपनी पीड़ा को बयां किया। मुख्यमंत्री ने मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए SSP गोरखपुर को तलब कर लिया। उन्होने मामले की जांच कर तत्काल महिला नेत्री को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।

CM के आदेश पर पुलिस ने की Arresting

पीड़ित प्रभा पांडेय की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने SSP सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को मामले की सही जांच कर दोषी को जेल भेजने की ताकीद दी थी। जांच में बीजेपी नेत्री सविता सिंह पर लगे आरोप सही मिलने पर पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। SSP के मुताबिक सविता सिंह पर धोखाधड़ी, जालसाजी, मृत्यु का भय दिखाकर वसूली करने और अमानत में खयानत जैसे संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
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