Bagpat के DM और SP को करना पड़ा भीड़ के आक्रोश का सामना | 20 लोगों ने तैरकर बचाई अपनी जान, कई अभी भी लापता
[caption id="attachment_17050" align="aligncenter" width="630"] bagpat yamuna river[/caption]
Bagpat। उत्तर प्रदेश के Bagpat जनपद से करीब छह किलोमीटर दूर काठा गांव के पास यमुना नदी में नाव डूब गई। इस बड़े हादसे में 50 लोग डूब गए। समाचार लिखे जाने तक 21 शवों को बाहर निकाला जा चुका था। दर्जनों लोग अब भी लापता हैं। राहत और बचाव के लिए जिला प्रशासन ने पूरी ताकत लगा रखी है। चारो तरफ कोहराम और मातम छाया है। हर कोई अपनों के सकुशल होने की बात पूछ रहा है। जिला प्रशासन की लापरवाही को देख पब्लिक में खासा आक्रोश है। कई लोगों को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। आसपास के जनपदों से भी पुलिस बल को बुला लिया गया है। समाचार लिखे जाने तक कई जगहों पर भीड़ ने जाम भी लगा दिया था।
Bagpat के DM और SP को भीड़ ने घेरा लिया
Bagpat स्थित यमुना नदी में नाव सवार 50 लोगों के डूबने की खबर मिलने के कई घंटे बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे। इससे आक्रोशित सैकड़ों की भीड़ ने अफसरों को घेर नारेबाजी शुरु कर दी। पब्लिक के आक्रोश को देख काफी तनाव फैल गया। काफी मुश्किल के बाद दोनों अफसर किसी तरह से राहत और बचाव कार्य शुरु करा सके। करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद 21 शवों को बाहर निकाला जा चुका है। जिला प्रशासन की मानें तो अभी कई लोग लापता हैं। सभी की तलाश जारी है। Bagpat के गोताखोरों के साथ पड़ोसी जनपदों के गोताखोरों को भी लगाया गया है। NDRF टीम की भी मदद ली जा रही है।
[caption id="attachment_17052" align="aligncenter" width="640"] boat down in yamuna river[/caption]
Bagpat हादसे पर UPCM ने जताया शोक, 2-2 लाख मुआवजे का ऐलान
Bagpat स्थित यमुना नदी में नाव डूबने से मरे लोगों के प्रति उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक जताते हुए मरने वाले लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। श्रीआदित्यनाथ ने कहा कि यूपी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है। हरसंभव मदद की कोशिश की जा रही है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को सख्त ताकीद देते हुए कहा कि पीड़ित लोगों की हरसंभव मदद तत्काल की जाए।
Bagpat हादसा : लालच में चली गईं 21 लोगों की जान
Bagpat के काठा गांव निवासी कल्लू की बीवी नीरज ने जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मीडिया को बताया कि रोज की तरह नाव में सवार होकर वह हरियाणा के लिए निकली थी। बकौल नीरज नाविक ने यात्रियों को बैठाने के लिए पांच बार नाव को किनारे पर लगाया। एक के बाद एक वह यात्रियों को रुपए के लालच में बैठाता रहा। जब 50 से अधिक लोग नाव में सवार हो गए तो वह हरियाणा के लिए चला। यात्रियों की संख्या अधिक होने से नाव का संतुलन बीच धारा में पहुंचने से बिगड़ गया। नाव जब डूबने लगी तो जान बचाने को कई यात्री यमुना नदीं में ही कूद पड़े। जान बचाने के लिए लोगों ने चीख-पुकार मचाई लेकिन मदद के लिए कोई दूर-दूर तक नहीं था।
गुरुवार सुबह करीब साढ़े छह बजे हुआ Bagpat हादसा
Bagpat के काठा गांव में रोज की तरह लोग रोजी-रोजगार के लिए हरियाणा जाने को नाव में बैठे। नाविक ने क्षमा से अधिक लोगों को नाव पर बैठा लिया। बीच धारा में पहुंचते ही नाव का संतुलन बिगड़ने लगा और देखते ही देखते नाव डूब गई। इस दौरान जो लोग तैरना नहीं जानते थे वह नदी में डूब गए। करीब 20 लोग तैरकर किसी तरह बाहर आए और मदद के लिए शोर मचाया। नाव डूबने की खबर जब ग्रामीणों को लगी तो चीख-पुकार मच गई। देखते ही देखते हजारों की भीड़ यमुना नदी के किनारे जमा हो गई।
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