कानपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सूबे में चलाए जा रहे नौ दिन के वाहन चेकिंग अभियान की धज्जियां उड़ाकर वसूली कर रहे Kanpur Dehat के मूसागनर थाने में तैनात दरोगा, सिपाहियों और होमगार्डों को एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों दबोच लिया। सभी ने एंटीकरप्शन टीम से अभद्रता की तो ग्रामीण पहुंच गए। ग्रामीणों की मदद से एंटी करप्शन टीम ने रिश्वतखोर पुलिस वालों की जमकर धुनाई की। इसके बाद सभी को गाड़ी में बैठाकर कानपुर देहात मुख्यालाय ले जाया गया। समाचार लिखे जाने तक सभी के खिलाफ FIR लिखाई जा रही थी।
जानकारी के मुताबिक मूसानगर के नगीना मोड़ पर पुलिस बैरियर लगाकर वाहन चेकिंग कर रही थी। यह चेकिंग सूबे के मुख्यमंत्री की तरफ से चलाए जा रहे अभियान के मद्देनजर थी। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को चेकिंग ड्यूटी पर दरोगा बचनेश सिंह गौर, सिपाही आशीष कुमार, होमगार्ड शिवशंकर, शिवकरन थे। वाहनों को रोकने के बाद चेकिंग और चालान काटकर समन शुल्क वसूला जा रहा था। शिकायत पर पहुंची एंटी करप्शन की टीम ने चेकिंग कर रहे पुलिस वालों को दबोच लिया।
खुद को एंटी करप्शन के जाल में फंसता देख पुलिस वालों ने एंटी करप्शन टीम से अभद्रता कर हाथापाई शुरु कर दी। इस बीच वहां ग्रामीण पहुंच गए। बताया जा रहा है कि अभद्रता कर रहे रिश्वतखोर पुलिस वालों को ग्रामीणों ने पीट दिया। खासी मशक्कत के बाद एंटी करप्शन की टीम सभी को गाड़ी में लेकर मुख्यालय रवाना हो सकी। समाचार लिखे जाने तक सभी के खिलाफ लिखापढ़ी की जा रही थी। बताया जा रहा है कि कुल समन शुल्क की रसीद 4100 रुपए कटी थी, जबकि मौके पर 5100 रुपए मिले।
कई व्यापारियों के टॉरगेट पर थे पुलिस वाले
सूत्रों की मानें तो नगीना मोड़ पर सुबह से ही पुलिस बैरियर लगाकर वाहन चालकों से वसूली करती है। इधर सीएम के निर्देश के बाद तो वसूली और भी बढ़ गई। बकरी लेकर निकलने वाले वाहन स्वामियों को तो पुलिस वाले कहर बनकर टूटते हैं। सूत्रों की मानें तो कई व्यापारियों ने लामबंद होकर शिकायत एंटी करप्शन टीम से की। जिसके बाद एंटी करप्शन टीम ने जिलाधिकारी से परमीशन लेकर रिश्वतखोर पुलिस वालों को Arrest कर लिया।
जानकारी के मुताबिक मूसानगर के नगीना मोड़ पर पुलिस बैरियर लगाकर वाहन चेकिंग कर रही थी। यह चेकिंग सूबे के मुख्यमंत्री की तरफ से चलाए जा रहे अभियान के मद्देनजर थी। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को चेकिंग ड्यूटी पर दरोगा बचनेश सिंह गौर, सिपाही आशीष कुमार, होमगार्ड शिवशंकर, शिवकरन थे। वाहनों को रोकने के बाद चेकिंग और चालान काटकर समन शुल्क वसूला जा रहा था। शिकायत पर पहुंची एंटी करप्शन की टीम ने चेकिंग कर रहे पुलिस वालों को दबोच लिया।
खुद को एंटी करप्शन के जाल में फंसता देख पुलिस वालों ने एंटी करप्शन टीम से अभद्रता कर हाथापाई शुरु कर दी। इस बीच वहां ग्रामीण पहुंच गए। बताया जा रहा है कि अभद्रता कर रहे रिश्वतखोर पुलिस वालों को ग्रामीणों ने पीट दिया। खासी मशक्कत के बाद एंटी करप्शन की टीम सभी को गाड़ी में लेकर मुख्यालय रवाना हो सकी। समाचार लिखे जाने तक सभी के खिलाफ लिखापढ़ी की जा रही थी। बताया जा रहा है कि कुल समन शुल्क की रसीद 4100 रुपए कटी थी, जबकि मौके पर 5100 रुपए मिले।
कई व्यापारियों के टॉरगेट पर थे पुलिस वाले
सूत्रों की मानें तो नगीना मोड़ पर सुबह से ही पुलिस बैरियर लगाकर वाहन चालकों से वसूली करती है। इधर सीएम के निर्देश के बाद तो वसूली और भी बढ़ गई। बकरी लेकर निकलने वाले वाहन स्वामियों को तो पुलिस वाले कहर बनकर टूटते हैं। सूत्रों की मानें तो कई व्यापारियों ने लामबंद होकर शिकायत एंटी करप्शन टीम से की। जिसके बाद एंटी करप्शन टीम ने जिलाधिकारी से परमीशन लेकर रिश्वतखोर पुलिस वालों को Arrest कर लिया।
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