लखनऊ। “प्रभु” की रेल एक बार फिर हो गई “Fail”। यूपी के मुजफ्फरनगर स्थित खतौली रेलवे स्टेशन के पास हरिद्वार जा रही उत्कल एक्सप्रेस की कई बोगियां रेलवे ट्रैक से नीचे उतर कर बेपटरी हो गईं। प्रारंभिक खबरों के मुताबिक इस बड़े हादसे में 15 मुसाफिरों के मरने की खबर है। साथ ही बड़ी संख्या में मुसाफिरों के हताहत होने की बात भी बताई जा रही है। रेल हादसे के बाद स्थानीय पुलिस बल के साथ NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं।
बोगियों से काटकर बचाई जा रही है मुसाफिरों की जान
प्रत्याक्षदर्शियों के मुताबिक उत्कल एक्सप्रेस जैसे ही खतौली रेलवे स्टेशन के पास पहुंची तो अचानक तेज धमाके के साथ एक के बाद एक कई बोगियां ट्रैक से उतर गईं। कुछ बोगियां तो एक दूसरे पर ऊपर जा चढ़ीं हैं। बोगियों में फंसे मुसाफिरों की चीख-पुकार सुन NDRF की टीमें उसे काटकर लोगों को किसी तरह बाहर निकालने का काम कर रही हैं। हालांकि अभी तक हादसे में मरने वालों की संख्या और आंकड़े सरकार की तरफ से नहीं जारी किए गए हैं। माना जा रहा है कि यह संख्या अभी बढ़ सकती है।
रेल मंत्रालय पल-पल ले रहा है रिपोर्ट, UPPolice ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
हादसे की खबर मिलते ही सुरेश प्रभु का रेल मंत्रालय की तरफ से पूरे हादसे पर पल-पल की नजर रखी जा रही है। अफसरों को बराबर ट्वीट कर दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। रेलवे ने कई हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। वहीं हादसे के बाद यूपी पुलिस की तरफ से मुसाफिरों और उनके रिश्तेदारों की सुविधा के मद्देनजर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
आतंकी घटना की आशंका के मद्देनजर ATS भी रवाना
हाल के दिनों में यूपी पर आतंकी हमलों की आशंका के मद्देनजर और भोपाल ट्रेन विस्फोट कांड से सीख लेते हुए यूपी सरकार ने मुजफ्फरनगर रेल हादसे की जांच के लिए उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्कावयड (ATS) की टीम को भी मौके पर पहुंचने के निर्देश जारी कर दिए हैं। सूत्रों की मानें तो कुछ देर में ही ATS की टीम पहुंच जाएगी। गौरतलब है कि छह महीना पहले भोपाल में ट्रेन के अंदर ब्लास्ट मामले में आतंकी कनेक्शन निकला था। सुरागरशी में लगी ATS ने कानपुर निवासी आतंकी को सैफुल्लाह को लखनऊ के ठाकुरगंज एरिया में एनकाउंटर के दौरान मार गिराया था।
यूपी CM ने मांगी हादसे की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मुजफ्फर नगर के खतौली रेलवे स्टेशन के पास हुए बड़े रेल हादसे पर दुःख जताते हुए कहा कि हादसे की रिपोर्ट उन्होंनें मांगी है। रेल मंत्रालय के निर्देश पर बड़े अफसरों को मौके पर पहुंचने के निर्देश जारी किए गए हैं। यूपी पुलिस के साथ जीआरपी भी राहत और बचाव कार्य में युद्ध स्तर पर जुटी है।
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पिछले डेढ़ दशक में अब तक हुए देश के बड़े रेल हादसे
-03 दिसंबर 2000 को पंजाब में सराय बंजारा और साधुगढ़ के बीच हावड़ा-अमृतसर मेल पटरी से उतकर मालगाड़ी से टकराई। 46 यात्रियों की मौत। सवा सौ के करीब घायल।
-22 जून 2001 को केरल में कोझिकोड के निकट मंगलोर-चेन्नई मेल कडालुंदी नदी में गिरने से 40 लोगों का मौत।
-12 मई 2002 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर में नई दिल्ली से पटना जा रही श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रैक से उतरी। 12 मुसाफिरों की मौत।
-4 जून 2002 को कासगंज एक्सप्रेस रेलवे क्रॉसिंग पर एक बस से टकराने से 34 यात्रियों की मौत।
-10 सितंबर 2002 को कोलकाता से नई दिल्ली आ रही राजधानी एक्सप्रेस बिहार में पुल पर पटरी से उतरी 120 से अधिक मुसाफिरों की दर्दनाक मौत।
-03 जून 2003 को दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र में एक्सप्रेस गाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर जाने से 18 यात्रियों की मौत।
-15 मई 2003 को पंजाब में पैसेंजर ट्रेन में स्टोव के फटने से लगी आग में 40 यात्रियों की मौत, 50 से अधिक घायल।
-22 जून 2003 को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में वैभववाड़ी स्टेशन के पास करवार-मुम्बई सेंट्रल हॉलीडे स्पेशल ट्रेन डिरेल हो गई। इसमें 53 लोगों की मौत जबकि 25 यात्री घायल हुए।
-2 जुलाई 2003 को आंध्र प्रदेश में ट्रेन के दो डिब्बे इंजन समेत पुल के नीचे से गिर गए इसमें 22 यात्रियों की मौत।
-16 जून 2004 को मुंबई जा रही मत्स्यगंधा एक्सप्रेस महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में एक पुल पार करते समय पटरी से उतर गई। हादसे में 20 लोगों की मौत 60 घायल।
-28 जुलाई 2005 को यूपी के जौनपुर जिले के सिगरामऊ के हरपालगंज रेलवे क्रासिंग के पास श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन में बम विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी।
-28 मई 2010 को पश्चिम बंगाल में मालगाड़ी की टक्कर से ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस के 13 डिब्बे पटरियों से उतर गए इसमें 148 लोगों की मौत।
-19 जुलाई 2010 को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में सियालदह जा रही उत्तरबंगा एक्सप्रेस सैंथिया स्टेशन पर वनांचल एक्सप्रेस से टकरा गई इसमें 60 लोगों की मौत।
-22 मई 2011 को बिहार के मधुबनी जिले में पैसेंजर ट्रेन एक वाहन से टकरा गई, इसमें 16 लोगों की मौत।
-07 जुलाई 2011 को कटिहार में दिल्ली-गुवाहाटी राजधानी एक्सप्रेस मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर 80 यात्रियों को लेकर जा रही एक बस से टकरा गई इसमें 31 लोगों की मौत।
-22 नवंबर 2011 को झारखंड के गिरिडीह में हावड़ा-देहरादून एक्सप्रेस में आग लग जाने से 7 लोगों की जिंदा जलकर मौत।
-11 जनवरी 2012 को दिल्ली जा रही ब्रह्मपुत्र मेल और एक मालगाड़ी के बीच टक्कर में 5 लोगों की मौत।
-22 मई 2012 को आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में बेंगलुरू जा रही हम्पी एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकरा गई इसमें 25 लोगों की मौत।
-31 मई 2012 को उत्तर प्रदेश में जौनपुर के निकट हावड़ा से देहरादून जा रही दून एक्सप्रेस पटरी से उतर गई, इसमें 7 सात लोगों की मौत कई घायल।
-30 जून 2012 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर में दून एक्सप्रेस के पांच डिब्बे मेहरावां रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 12 घायल हो गए थे।
-30 जुलाई 2012 को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के निकट दिल्ली से चेन्नई जा रही तमिलनाडु एक्सप्रेस की एक बोगी में आग लग जाने से 35 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत।
-10 अप्रैल 2013 को तमिलनाडु में अराक्कोनम के पास सिथारी में बेंगलुरू जा रही मुजफ्फरपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस की 11 बोगियों के पटरी से उतर जाने से 3 यात्रियों की मौत, 33 घायल।
-19 अगस्त 2013 को बिहार के खगड़िया जिले में रायरानी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर 28 लोगों की मौत।
-30 नवंबर 2013 को लखनऊ के निगोहा186 सी क्रासिंग के निकट इलाहाबाद जा रही हरिद्वार एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए थे।
-08 जनवरी 2014 को सूरत के पास बांद्रा-देहरादून एक्सप्रेस के तीन कोच में आग लग जाने से 4 की मौत 5 घायल।
-17 फरवरी 2014 को महाराष्ट्र के नासिक जिले में निजामुद्दीन-एर्नाकुलम मंगला एक्सप्रेस के 10 कोच पटरी से उतर जाने से 3 यात्रियों की मौत, 37 लोग घायल।
-04 मई 2014 महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में कोंकण रेलवे की दिवा-सावंतवादी पैसेंजर ट्रेन के पटरी से उतर जाने से 18 लोगों की मौत, 124 घायल।
-26 मई 2014 को यूपी के संत कबीर नगर में दिल्ली-गोरखपुर एक्सप्रेस एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गयी इसमें 11 लोगों की मौत।
-25 जून 2014 को बिहार के छपरा के पास डिब्रूगढ़ राजधानी हादसे में 5 लोगों की मौत।
-01 अक्टूबर 2014 को गोरखपुर के पास कृषक एक्सप्रेस और लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस के बीच टक्कर में 12 लोगों की मौत।
-4 दिसंबर 2014 को उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में एक स्कूल वैन एक मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर रेलगाड़ी की चपेट में आ गई, इसमें 5 बच्चों की मौत 20 घायल हुए थे।
-16 दिसंबर 2014 को बिहार में नवादा जिले के वारिसलीगंज रेलवे स्टेशन के निकट मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेन बोलेरो से टकराई इसमें 5 लोगों की मौत।
-13 फरवरी 2015 को बेंगलुरू से एर्नाकुलम जा रही एक एक्सप्रेस ट्रेन की आठ बोगियां होसुर के निकट पटरी से उतरीं। 10 लोगों की मौत।
-05 अगस्त 2015 को हरदा के पास कामियानी एक्सप्रेस और जनता एक्सप्रेस पटरी से उतरी। 29 यात्रियों की मौत।
-21 सितंबर 2016 को फैजाबाद जंक्शन के पूर्वी आउटर सिपग्नल के पास हावड़ा-देहरादून एक्सप्रेस के पांच डिसब्बे पटरी से उतर गए थे। हादसे में किसी की मौत नहीं।
-20 नवंबर 2016 को कानपुर देहात के निकट पुखरायां स्टेशन पर पटना से इंदौर जा रही पटना-इंदौर एक्सप्रेस (19321) की 14 बोगियां अचानक पटरी से उतर गईं। इस भीषण ट्रेन हादसे में 100 लोगों की मौत हो गई है जबकि 350 से अधिक लोग घायल हो गए।
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