• Kanpur Lok Sabha Election 2024 कांग्रेस के खाते में में जाने की संभावना
  • अजय, आलोक, करिश्मा, समेत कई संभावित दावेदार
  • अजय कपूर और आलोक मिश्रा जमकर बहा रहे हैं पसीना
  • जल्द ही Kashma Thakur भी करेंगी दावेदारी



Yogesh Tripathi

Lok Sabha Election 2024 का शंखनाद होने में अब सिर्फ कुछ महीने ही बचे हैं। एक तरफ Congress की अगुवाई वाला INDIA गठबंधन है तो दूसरी तरफ BJP का NDA गठबंधन। देश के सबसे बड़े राज्य Uttar Pradesh पर दोनों ही गठबंधनों की नजर है। यूपी में लोकसभा की कुल 80 सीटे हैं। जिसमें पिछली बार सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी 62 सीटें जीती थी। चर्चा है कि Kanpur Hot Seat एक बार फिर INDIA के प्रमुख दल कांग्रेस के खाते में जाएगी। मतलब साफ है कि कानपुर से कांग्रेस अपना प्रत्याशी चुनावी रणभूमि में उतारेगी। Congress का चुनावी योद्धा कौन होगा...? यह फैसला हाईकमान लेगा लेकिन इस बीच कुछ संभावित दावेदारों ने अपनी गणेश परिक्रमा Start कर दी है। बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं से लेकर हाईकमान तक के सिस्टम मजबूत बनाया जा रहा है। अभी तक करीब आधा दर्जन संभावित दावेदारों की दावेदारी दिखाई दे रही है।


Ex.MLA अजय कपूर और मेयर का चुनाव लड़ चुकी बंदना मिश्रा के पति आलोक मिश्रा की दावेदारी सबसे अधिक दिखाई दे रही है। दोनों ही दिग्गज कांग्रेसी शहर में आयोजित हर बड़े-छोटे कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं। ये दोनों ही दावेदार अपने-अपने Super Power “Singh” के भरोसे हैं। एक की Super Power दिल्ली में है तो दूसरे की लखनऊ में...। एक की Power पिछले दिनों घोषित कांग्रेस वर्किंग कमेटी में भी है लेकिन दूसरे की खत्म हो गई है। एक शहर के South एरिया में जड़ों को मजबूत कर रहे हैं तो दूसरे North में अपने कार्यकर्तां की संख्या बढ़ा रहे हैं। Social Media पर भी ये दोनों दिग्गज जनता से संवाद और संपर्क बना रहे हैं। कुल मिलाकर ये कह सकते हैं कि अभी तक की Picture में इन दोनों की ही दावेदारी सबसे तगड़ी है।


इन दोनों के बीच सबसे दिलचस्प नाम सामने आ रहा है वो है Karishma Thakur । दिल्ली यूनिवर्सिटी से छात्र राजनीति का ककहरासीखने वाली Karishma Thakur गोविंदनगर विधान सभा से पहली बार 2019 में कांग्रेस के टिकट पर विधायकी का उपचुनाव लड़ी थीं। उसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने उन पर 2022 के चुनाव में भी भरोसा जताते हुए गोविंदनगर सीट से प्रत्याशी बनाया लेकिन दोनों ही बार वह भाजपा के सुरेंद्र मैथानी से पराजित हुईं। कांग्रेसजनों में चर्चा है कि करिश्मा को किसी के पैरवी की आवश्यकता नहीं है। प्रियंका गांधी, राहुल गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक उनको जानती हैं। चर्चा इस बात की भी है कि नवरात्रि से करिश्मा भी खुलकर दावेदारी प्रस्तुत कर सकती हैं। हरियाणा कांग्रेस के एक दिग्गज नेता का भी आशीर्वाद उन पर है। माना जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान ने यदि किसी महिला को टिकट देने के लिए मूड बनाया तो निश्चित तौर पर Karishma Thakur का नाम सबसे ऊपर होगा।


मदन मोहन शुक्ला, अधिवक्ता नरेश त्रिपाठी, भूधर नारायण मिश्रा समेत कई पुराने और दिग्गज कांग्रेसी भी संभावित प्रत्याशी के तौर पर देखे जा रहे हैं। मदन मोहन शुक्ला Social Media पर थोड़ा खुलकर सामने आ रहे हैं लेकिन भूधर नारायण मिश्रा अभी भी बैकफुट पर ही खेल रहे हैं। बार एसोशिएशन का पूर्व अध्यक्ष नरेश त्रिपाठी का कहना है कि मैं लोकसभा का टिकट हाईकमान से मांग रहा हूं। पुराना कांग्रेसी कार्यकर्ता हूं। यदि हाईकमान ने टिकट दिया तो चुनाव लड़ूंगा।

राजनीति के जानकारों का कहना है कि ब्राम्हण बाहूल इस सीट पर कांग्रेस का लंबे समय तक दबदबा रहा है। 89 के चुनाव में कम्युनिस्ट पार्टी की सुभाषिनी अली चुनाव जीती थीं। उसके बाद हुए चुनाव में लगातार तीन बार भाजपा के टिकट पर कैप्टन पंडित जगतवीर सिंह द्रोण सांसद बने। इसके बाद वर्ष 1999 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी श्रीप्रकाश जायसवाल जीते। श्रीप्रकाश जायसवाल वर्ष 2004 और 2009 में भी चुनाव जीते थे। 2014 में भाजपा ने यहां से अपने शीर्ष नेता मुरली मनोहर जोशी को चुनाव में उतारा। मुरली मनोहर जोशी ने तब निवर्तमान केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल को ढाई लाख वोटों के भारी अंतर से चुनाव हराया। 2019 में भाजपा ने एक बार फिर ब्राम्हण चेहरे पर दांव लगाते हुए Yogi Adityanath सरकार में कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी को टिकट दे दिया। जबकि कांग्रेस ने अपने पुराने चेहरे श्रीप्रकाश जायसवाल पर ही दांव लगाया। सत्यदेव पचौरी ने श्रीप्रकाश जायसवाल को करीब डेढ़ लाख वोटों के भारी अंतर से चुनाव हरा दिया।

Congress ने ब्राम्हण चेहरा उतारा तो आसान नहीं होगी BJP की राह

कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मानें तो यदि हाईकमान ने कोई मजबूत ब्राम्हण चेहरा लोकसभा चुनाव में उतारा तो सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनाव जीतना आसान नहीं होगा। कांग्रेसियों का तर्क है कि ब्राम्हण बाहूल कानपुर सीट पर अभी तक जो वोटों का बिखराव होता था वो नहीं होगा। ब्राम्हण, के साथ सवर्ण वोट और मुस्लिम वोट तो मिलेंगे ही साथ ही साथ 10 साल की सत्ता विरोधी लहर के भी वोट INDIA गठबंधन के प्रत्याशी को मिलेंगे। कुल मिलाकर चुनाव दिलचस्प होगा।

 

 2004 का लोकसभा चुनाव चुनाव

·        कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल को 211109 मत हासिल किए और जीते।

·         बीजेपी के सत्यदेव पचौरी को 205471 मतों से दूसरे नंबर पर रहे।

·         सपा के हाजी मुश्ताक सोलंकी को 159361 मत हासिल कर तीसरे पायदान पर रहे।

·         बीएसपी के अनुभव को 27962 वोट मिले।

2009 का लोकसभा चुनाव चुनाव

  कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल 214988 वोटों से जीतकर संसद पहुंचे।

·         बीजेपी के सतीश महाना को 196082 वोट मिले।

·         बीएसपी की सुखदा मिश्रा 48374 मतों से तीसरे नंबर पर रहीं।

·         सपा के सुरेंद्र मोहन अग्रवाल को 34919 वोट मिले।

2014 का लोकसभा चुनाव चुनाव


·     बीजेपी के डॉ. मुरली मनोहर जोशी 474712 वोट हासिल कर जीते।

·      कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल को 251766 मत मिले।

·       बीएसपी के सलीम अहमद ने 53218 वोट हासिल  किए।

·       सपा के सुरेंद्र मोहन अग्रवाल को 25723 मत मिले।

2019 का लोकसभा चुनाव परिणाम


·     BJP के सत्यदेव पचौरी 4,68,937 पाकर चुनाव जीते।

·     कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल को 313,003 वोट मिले।

·     सपा के रामकुमार 48,275 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। 

 

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