- तेजी से असर दिखा रही प्रदेश की योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति
- दो ठेकेदारों के घर छापामारी, असलहा, कारतूस व लाखों का कैश बरामद
- बुलडोजर की कार्रवाई से पहले अफसरों की मौजूदगी में पीटी गई मुनादी
Yogesh Tripathi
अंतत: उत्तर प्रदेश शासन ने बांदा के माफिया कनेक्शन का खुलासा कर दिया। मंगलवार को सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी की अगुवाई में मंडल कारागार में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी दो ठेकेदारों रफीकुस्समद और इफ्तिखार अली के घरों पर बाबा के बुलडोजर ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है। देरशाम दोनों ठेकेदारों के घर पर पुलिस ने छापा मार कार्रवाई की और घर से लाइसेंसी असलहों के साथ भारी मात्रा में कैश भी बरामद किया है। वहीं मंगलवार की सुबह बाबा का बुलडोजर एक्शन मोड पर आ गया और शहर के खाईपार और अलीगंज माेहल्लों माफिया के हमदर्दों के घर धराशायी कर दिए। पूरे मामले पर एसपी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि कार्रवाई का सिलसिला लगातार चलता रहेगा और किसी मददगार को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई शहर के लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रही।
मंगलवार की सुबह बांदा विकास प्राधिकरण और नगर पालिका की संयुक्त टीम के साथ भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अफसरों की अगुवाई में बाबा के तीन बुलडोजर सड़क पर निकले तो अासपास के इलाकों में हड़कंप का माहौल हो गया। बुलडोजर के साथ पैदल चल रही पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की टीम सबसे पहले शहर के खाईपार माेहल्ला स्थित पीडब्लूडी ठेकेदार इख्तिखार अहमद पुत्र इम्त्याज अहमद के घर पहुंची और वहां काईवाई शुरू कर दी। एतिहात के तौर पर अगल बगल के घरों को खाली कराया गया और घर के अगले हिस्से पर बुलडोजर गरजने लगा।
इख्तिखार के घर के बाहर बनी दुकान और बाउंड्रीवाल को धराशायी कर दिया गया और बुलडोजर काफिला आगे बढ़ गया। इसके बाद पूरा लाव लश्कर ईदगाह रोड स्थित ठेकेदार रफीकुस्समद निर्माणाधीन शाॅपिंग काम्प्लेक्स पर पहुंचा। ऐतिहाती कदम उठाने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार ने माइक पर उद्घोषणा की और अगल बगल के मकानों को खाली कराने की हिदायत दे डाली।
कार्रवाई पूरी होने के बाद बुलडोजर निर्माणाधीन शॉपिंग कांप्लेक्स पर भी गरजने लगा। इस मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट के अलावा एसडीएम सदर सुरभि शर्मा, सीओ गवेंद्र पाल गौतम, शहर कोतवाल श्यामबाबू शुक्ला समेत कई थानों की फोर्स और पीएसी बल तैनात रहा। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बताया है कि रफीकुस्समद और इख्तिखार अहमद आपस में सगे रिश्तेदार हैं और दाेनों ही माफिया मुख्तार अंसारी और उसके परिजनों को लॉजिस्टिक सपोर्ट, शेल्टर उपलब्ध कराने के साथ अन्य कई तरह की मदद की जाती रही है। जिसके संबंध में आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
ढाेल बजाकर गिराया अवैध निर्माण
शहर के खाईपार और ईदगाह रोड स्थित दो ठेकेदारों के घराें पर बुलडोजर गरजा तो शहर के आसपास चर्चा का माहौल बना रहा। पूरे लाव लश्कर के साथ पहुंची पुलिस प्रशासन की टीम ने सबसे पहले कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए ढोल बजाकर मुनादी कराई और सिटी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार ने माइक पर एनाउंसमेंट करके अवैध निर्माण गिराए जाने का ऐलान किया। सिटी मजिस्ट्रेट ने यह भी ऐलान किया कि अगल बगल के घर के लोग भी अपना घर खाली कर दें, ताकि किसी को बेवजह नुकसान न उठाना पड़े। सिटी मजिस्ट्रेट के ऐलान के बाद बाबा का बुलडोजर बेरोक टोक गरजने लगा।
नकदी और लाइसेंसी असलहे बरामद
शहर के अलीगंज स्थित ठेकेदार रफीकुस्समद और इख्तिखार अहमद के घर पर पुलिस ने देररात छापा मारा और लाखों का कैश व असलहों के साथ भारी मात्रा में कारतूस बरामद किया। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन की अगुवाई में पुलिस टीम ने छापा मारा। एसपी अभिनंदन ने बताया है कि दोनों ठेकेदारों के घर से एक-एक लाइसेंसी दोनाली बंदूक और करीब एक सैकड़ा से अधिक कारतूस बरामद किए गए हैं। बताया है कि शस्त्र लाइसेंस की शर्तों के अनुसार एक शस्त्र पर 40 कारतूस रखे जा सकते हैं, जबकि ठेकेदार रफीकुस्समद के पास 60 और इख्तिखार अहमद के घर से 47 कारतूस पाए गए हैं। शस्त्र लाइसेंस की शर्तों के विपरीत अधिक कारतूस मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं रफीकुस्समद के घर से करीब सात लाख रुपए कैश बरामद किया गया है, जिसके संबंध में वह ठोस जानकारी नहीं दे सका। पुलिस ने आयकर विभाग के अधिकारियों को मामले की जानकारी दे दी है।
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