YOGESH TRIPATHI
कानपुर। खुफिया के जरिए बेहद गोपनीय तरीके से यूपी के करीब आधा दर्जन मंत्रियों की जांच में कई चौंकाने और हतप्रभ करने वाली जानकारियां मिलने के बाद BJP हाईकमान काफी गंभीर हो गया है। यूपी में ऐसे Minister’s की मनमानी पर नकेल कसने के लिए BJP के नेशनल प्रेसीडेंट अमित शाह ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का “पहरा” लगाने की तैयारी शुरु कर दी है। बीजेपी के उच्चपदस्थ सूत्रों की मानें तो अमित शाह ने जो व्यवस्था दी है उसके मुताबिक RSS के पदाधिकारी यूपी के मंत्रियों के OSD के तौर पर काम करेंगे।

रिपोर्ट में ठेकेदारी और ट्रांसफर-पोस्टिंग में लिप्त होने की बात सामने आई

सप्ताह भर पहले अमित शाह यूपी में लखनऊ के दौरे पर आए थे। सूत्रों के मुताबिक चूंकि यूपी के कई मंत्रियों की खुफिया रिपोर्ट PMO को काफी पहले ही मिल चुकी थी। इस लिए अमित शाह ने पहले प्रदेश के संगठन का हालचाल जाना। इसके बाद संगठन के अलावा जिले से लेकर प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों और यूपी के मंत्रियों की कारस्तानी के बारे में काफी जानकारी अपने करीबी लोगों से भी जुटाई। पहले खुफिया की रिपोर्ट और बाद में अपने करीबी लोगों के जरिए जब मंत्रियों की गतिविधियों की जानकारी हुई तो वह काफी चिंतित भी हुए।
BJP के एक बड़े पदाधिकारी के मुताबिक उन्हें चिंता तो इस बात की है कि चार महीने की सरकार में मंत्रियों ने बड़े-बड़े कारनामें कर डाले हैं। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक कोई मंत्री अपने चहेतों को ठेके दिलावा रहा है तो कोई अपने परिवार के लोगों के मार्फत निजी ठेकेदारों से सेटिंग कर रहा है। ट्रांसफर-पोस्टिंग में मंत्री बने संगठन के बड़े पदाधिकारी 'खेल' कर रहे हैं।

मंत्रियों को अमित शाह ने लगाई कड़ी फटकार

बताया जा रहा है कि अमित शाह ने गलत कामों में लिप्त कई मंत्रियों को बुलाकर कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि सरकार पांच साल के लिए नहीं बनी है। 15 साल बाद ये अपनी सरकार आई है तो 25 साल चलनी है। उन्होंने मंत्रियों के जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं और लोगों से नहीं मिलने पर नाराजगी जाहिर की।

गौरतलब है कि www.redeyestimes.com ने अपनी एक रिपोर्ट में काफी पहले ही खुलासा करते हुए बताया था कि इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) की पॉलिटकल विंग के जरिए केंद्र सरकार यूपी के कई मंत्रियों की गोपनीय स्तर पर जांच करा रही हैं। इसमें तीन मंत्री वो हैं जो चुनाव से पहले दूसरों दलों से आए। चुनाव जीतने के बाद सभी को मंत्री बनाया गया। खुफिया रिपोर्ट में कई अहम जानकारियां बीजेपी हाईकमान को मिली हैं। माना जा रहा है कि कुछ मंत्रियों की कैबिनेट के अगले विस्तार पर छुट्टी होनी तय है। बीजेपी प्रेसीडेंट की तरफ से सभी को अंतिम मौका दिया गया है। इसमें कानपुर के भी एक मंत्री का चिट्ठा हाईकमान को भेजा गया है।
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