कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) के मुफ्तखोरी की सजा कानपुर के ग्रीन पार्क को भुगतनी पड़ी। करीब 24 लाख ₹ से अधिक का बिजली बिल बकाया होने की वजह से फ्राइ-डे को Kanpur Kesco ने ग्रीन पार्क बत्ती गुल कर दी।

हमेशा जगमगाने वाले विश्व के ऐतिहासिक क्रिकेट स्टेडियम में शुक्रवार की Night अँधेरा कायम रहा।

आसमान के नीचे सोए हॉस्टल के खिलाड़ी

ग्रीन पार्क स्टेडियम की बिजली काट दिए जाने से पूरे स्टेडियम में अंधेरा छाया रहा। सबसे अधिक मुसीबतों का सामना हॉस्टल के खिलाड़ियों को करना पड़ा। सभी खिलाड़ी पूरी रात रातखुले आसमान के नीचे सोने को विवश हुए।

UPCA ने नही लगवाया मीटर

राज्य सरकार की तरफ से MOU में अंकित होने के बाद भी आज तक उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA)
मीटर नही लगवा सका। जानकारी के मुताबिक सपा सरकार के कार्यकाल में दो साल पहले ग्रीनपार्क स्टेडियम पर उत्तर
प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) से हुए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टेडिंग (MOU) के तहत यह शर्त रखी गयी थी कि क्रिकेट संघ स्टेडियम के अपने हिस्से में बिजली का मीटर लगवाकर उसका वहन खुद करेगा लेकिन उसने अभी तक यहां बिजली का मीटर नहीं लग सका। दो साल के दौरान स्टेडियम में बिजली का बिल लगातार बढ़ता रहा।



खेल विभाग की बात को UPCA ने किया नजरअंदाज

सूत्रों की माने खेल विभाग ने इस बाबत समय-समय पर UPCA को आगाह भी किया लेकिन मुफ्तखोरी की आदत डाल चुके एसोसिएशन के पदाधिकारियों के कान में जूं तक नही रेंगी। इस दौरान बकाया बिजली की रकम 24 लाख ₹ से अखधिक पहुंच गई। बिल भुगतान न होने पर Kesco ने कई बार Notice भी जारी की लेकिन UPCA ने हमेशा Kesco की Notice को भी इग्नोर किया।

मनमानी कर UPCA ने किया शर्तों का उल्लंघन

UPCA को जब से ग्रीनपार्क स्टेडियम MOU के तहत मिला है उसने मनमानी करते हुए कई बार शर्तों का उल्लघंन भी किया। फिर चाहे Ground की बुकिंग हो या बिजली का बिल। इन दो साल में ग्रीनपार्क में कई अंतरराष्ट्रीय मैच भी हुए। दो साल IPL मैच भी आयोजित किए गए। दूधिया रोशनी में खेले IPL मैतों में बिजली की खूब खूब खपत हुई। मैच के दौरान चाटुकारों और सरकारी महकमें के अफसरों को उनके घर तक पास भेजवाने वाले UPCA मैच से मोटी कमाई तो की लेकिन बिजली का बिल नही भर सका।

खेल मंत्री भी UPCA की कार्यशैली से नाखुश

यूपी सरकार के खेल मंत्री चेतन चौहान ने कुछ दिनो पहले पत्रकारों के सवाल पर UPCA के खिलाफ नाराजगी जताते हुए कहा था। UPCA ने अभी तक अपना मीटर नही लगवाया है और न ही उसने बकाया बिल का आधा हिस्सा दिया। श्रीचौहान ने दो टूक शब्दों में UPCA को ताकीद दी थी कि जब वह बराबर बिजली जला रहा है तो पूरा बिल बिलखेल विभाग क्यों भरे ?
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