RAJA KATIYAR
कन्नौज। इत्रनगरी कन्नौज में रक्षा बंधन पर्व पर जिलाधिकारी जगदीश प्रसाद ने मानवता की मिशाल पेश करते हुए दिव्यांग को शौचालय बनवाकर उसे GiFT किया। इतना ही नहीं डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट (DM) की पत्नी ने लाभार्थी को राखी बांध मिठाई खिलाई। इस दौरान कन्नौज के SP समेत कई अफसर प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

शौचालय का निर्माण 12 घंटे में रातों-रात कराया गया। जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर तालग्राम ब्लॉक क्षेत्र के वरगावां निवासी रामसिंह कुशवाहा (43) के शरीर का 60 प्रतिशत हिस्सा विकलांग हैं। बकौल राम सिंह शनिवार को थाना दिवस पर शौचालय और पेंशन के लिए थाने पहुंचा और शिकायती पत्र दिया। तहसीलदार ने कागज वापस कर दिए और ब्लॉक जाने की बात कही।

बकौल राम सिंह घर में शौचालय न होने की वजह से उसके परिवार को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता था। शिकायती पत्र को जिलाधिकारी जगदीश प्रसाद ने संज्ञान में लेते हुए रातों-रात शौचालय का निर्माण करवाया। रामसिंह के बड़े लड़के श्याम सुंदर ने बताया कि वह शादीशुदा है। वह आंध्रप्रदेश में बर्फ की बिक्री करता है। तिर्वा स्थित घर पर बीवी ज्योति, भाई श्यामवीर (17) दूसरा भाई अंकुश (14) और बहन राधा (12) मां रामकली के साथ घर पर रहते हैं।

विकलांग राम सिंह की देखभाल रामकील खुद करती हैं। परिवार के पास कुछ डिसमिल ही जमीन है। शिकायती पत्र को संज्ञान में लेकर डीएम ने जब रातों-रात शौचालय बनवाने का आदेश जारी किया तो मातहतों के माथे से पसीना छूट गया।
DPRO इंद्रपाल सोनकर और DPC अनिल कुमार और अशोक चौहान लाभार्थी का शौचालय बनवाने के लिए गांव वरगावां में पूरी रात जागते रहे, तब कहीं जाकर सुबह शौचालय तैयार हो सका। बात यहीं नहीं खत्म होती। जिलाधिकारी खुद इसकी मॉनीटरिंग करते हुए पल-पल की जानकारी लेते रहे कि शौचालय बना या फिर नहीं।



DM की पत्नी ने राखी बांध लगाए “चार चांद”

राखी के दिन जिला प्रशासन की तरफ से शौचालय बन जाने के बाद परिवार की खुशियां कई गुना बढ़ गईं। इन खुशियों पर चार चांद लगाया डीएम जगदीश प्रसाद की पत्नी कुशला चौरसिया ने। कुशला चौरसिया ने वरगांवा पहुंच विकलांग राम सिंह को न सिर्फ राखी बांधी बल्कि अपने हाथों से मिठाई भी खिलाई।

50 लाभार्थियों को बांटे गए स्वीकृति पत्र

इस दौरान 50 लाभार्थियों को शौचालय निर्माण के स्वीकृति पत्र भी बांटे गए। DPRO ने सभी से 15 दिन में गांव को ODF करने की बात भी कही है। नैनापुर गांव से आए धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि जब उसे पता चला कि जिलाधिकारी ने विकलांग को रातों-रात शौचालाय का निर्माण कराने के बाद उसे सौंपा है तो वह खुद को रोक नहीं सका और यहां चला आया।

मोबाइल पर पूरी रात पल-पल की लोकेशन लेते रहे DM

महज 12 घंटे में शौचालय बनाने के लिए राजमिस्त्री, श्रमिक को जिलाधिकारी ने सम्मानित किया। तरंग के कलाकारों ने भी नाटक और गायन के जरिये शौचालय बनवाने और सफाई रखने को प्रेरित किया। बताया जा रहा है कि मंडे की नाइट जिलाधिकारी शौचालय निर्माण को लेकर सोए नहीं। वह मातहतों और विकलांग राम सिंह से पल-पल की लोकेशन रहे कि कितना वर्क अब तक हुआ।
Axact

Axact

Vestibulum bibendum felis sit amet dolor auctor molestie. In dignissim eget nibh id dapibus. Fusce et suscipit orci. Aliquam sit amet urna lorem. Duis eu imperdiet nunc, non imperdiet libero.

Post A Comment:

0 comments: