नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी की तरफ से सदन में लगातार अब जनता से जुड़े मुद्दों को उठाया जा रहा है। वह चाहे प्रदूषण से जुड़ा मामला हो या फिर देश के “अन्नदाता” कहे जाने वाले किसानों से। सपा सांसद चौधरी सुखराम सिंह यादव ने दो दिन पहले राज्यसभा के अंदर दिल्ली समेत पूरे देश में फैल रहे सभी तरह के प्रदूषणों पर चिंता व्यक्त करते हुए इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। एक बार फिर सांसद सुखराम सिंह यादव ने जनता से जुड़े मुद्दे को सदन में उठाते हुए देश के फाइनेंस मिनिस्टर से कई अहम सवाल पूछे।
https://twitter.com/redeyestimes1/status/893123589775523843
मंगलवार को सदन के अंदर सांसद चौधरी सुखराम सिंह यादव ने प्रश्न उठाते हुए देश के फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली से सवाल किया कि सामान्य आदमी जब कार, मोटरसाइकिल और अन्य लग्जरी वाहन खरीदता है तो उस पर बैंक की तरफ से लिया जाने वाला ब्याज कम होता है। वहीं इसके विपरीत जब देश का “अन्नदाता” कृषि के लिए ट्रैक्टर खरीदता है तो बैंक उससे अधिक ब्याज लेती है, आखिर ऐसा क्यों ?
सांसद ने फाइनेंस मिनिस्टर से यह भी पूछा कि कृषि कार्यों के लिए किसानों की तरफ से लिए गए ऋण पर ब्याज की नीति क्या है ?
सांसद चौधरी सुखराम सिंह की तरफ से उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ब्याज का विवरण वाहन के लोन के मुताबिक निर्धारित किया जाता है। श्रीजेटली ने किसानों की तरफ से लिए जाने वाले कृषि ऋण पर कहा कि “कर निर्धारण की पालिसी कृषक की तरफ से खेती संबधित चीजों पर लिए गए लोन पर ब्याज का निर्धारण किया जाता है”।
https://twitter.com/redeyestimes1/status/893123589775523843
मंगलवार को सदन के अंदर सांसद चौधरी सुखराम सिंह यादव ने प्रश्न उठाते हुए देश के फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली से सवाल किया कि सामान्य आदमी जब कार, मोटरसाइकिल और अन्य लग्जरी वाहन खरीदता है तो उस पर बैंक की तरफ से लिया जाने वाला ब्याज कम होता है। वहीं इसके विपरीत जब देश का “अन्नदाता” कृषि के लिए ट्रैक्टर खरीदता है तो बैंक उससे अधिक ब्याज लेती है, आखिर ऐसा क्यों ?
सांसद ने फाइनेंस मिनिस्टर से यह भी पूछा कि कृषि कार्यों के लिए किसानों की तरफ से लिए गए ऋण पर ब्याज की नीति क्या है ?
सांसद चौधरी सुखराम सिंह की तरफ से उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ब्याज का विवरण वाहन के लोन के मुताबिक निर्धारित किया जाता है। श्रीजेटली ने किसानों की तरफ से लिए जाने वाले कृषि ऋण पर कहा कि “कर निर्धारण की पालिसी कृषक की तरफ से खेती संबधित चीजों पर लिए गए लोन पर ब्याज का निर्धारण किया जाता है”।
Post A Comment:
0 comments: