अगस्त 2019

BJP लीडर और देश के पूर्व गृहराज्य मंत्री चिन्मयानंद पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाने वाली विधि छात्रा को UP Police ने राजस्थान प्रांत से बरामद कर लिया है। सूबे के पुलिस महानिदेशक (DGP) Om Prakash Singh ने छात्रा के बरामद होने की पुष्टि करते हुए बताया कि उसे यूपी लाया जा रहा है।



Yogesh Tripathi


Delhi में मिली थी छात्रा की आखिरी लोकेशन 

उल्लेखनीय है कि 22 साल की ये छात्रा लॉ कॉलेज से LLM की पढ़ाई कर रही थी। 23 अगस्त को अपना हॉस्टल छोड़ने के बाद छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो सोशल मीडिया में जारी किया। उसके बाद से ये छात्रा लापता हो गई। वीडियो के सोशल मीडिया पर वॉयरल होने के बाद शाहजहांपुर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत किया गया। इसके बाद सूबे की पुलिस छात्रा की बरामदगी के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगे थी। गुरुवार को छात्रा की आखिरी लोकेशन देश की राजधानी दिल्ली में मिली। पुलिस के पहुंचने से पहले छात्रा वहां से निकल चुकी थी। पुलिस को छानबीन के दौरान जांच में पता चला कि उसके साथ एक युवक भी है। पुलिस को CCTV फुटेज भी मिली, जिसमें छात्रा दिख रही थी।
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने लिया था मामले का संज्ञान

शाहजहांपुर पुलिस ने छात्रा के लापता होने के बाद समूचे एरिया में पोस्टर लगा दिए थे। साथ ही पुलिस ने किसी तरह सबूतों के साथ छेड़छाड़ न हो सके, इस लिए हॉस्टल के कमरे में पुलिस ने ताला भी लगा दिया था। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया। शुक्रवार को जस्टिस भानुमति और जस्टिस बोपन्ना की बेंच को में इस मामले सुनवाई करना है।

तीन बार सांसद रह चुके हैं चिन्मयानंद

चिन्मयानंद तीन बार सांसद रह चुके हैं। वे अटल बिहारी बाजपेयी सरकार में देश के गृह राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। विवादों से चिन्मयानंद का पुराना नाता रहा है। 2012 में भी उनकी एक शिष्या ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे। हालांकि स्वामी चिन्मयानंद इन सभी आरोपों से बच गए थे।

चिन्मयानंद की करीबी है छात्रा

सोशल मीडिया पर जो जानकारियां और खबरें आ रही हैं, यदि इन सब में जरा सी भी सच्चाई है तो निश्चित तौर पर छात्रा का गहरा कनेक्शन है। सोशल मीडिया रिपोर्स के मुताबिक छात्रा चिन्मयानंद के बेहद करीबी लोगों में थी। अक्सर उनके साथ गाड़ी में भी वो देखी जाती है। फिलहाल अब छात्रा पुलिस की कस्टडी में है। लिहाजा उम्मींद जताई जा रही है कि कुछ चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।


सड़क, गलियों और बाजारों की छोड़िए अब महिलाएं नर्सिगहोम के ICU में भी सुरक्षित नहीं हैं। Kanpur के नौबस्ता स्थित मधुलोक नर्सिंगहोम में वार्डब्वाय ने ICU में भर्ती मरीज के साथ अश्लीलता करते हुए छेड़छाड़ की। पति ने नर्सिंगहोम के मालिक से शिकायत की तो वह मामले को दबाने की कोशिश में जुट गया। 100 नंबर पर सूचना के बाद पहुंची पुलिस आरोपी वार्डब्वाय को थाने ले गई। गौरतलब है कि ये कोई अस्पताल के ICU में इस तरह की पहली वारदात नहीं है। इससे पहले भी बर्रा के कर्रही में जागृति नर्सिंगहोम में युवती के साथ रेप की वारदात हुई थी। तब बवाल के बाद पुलिस और शहर के तमाम सफेदपोश नेता नर्सिंगहोम मालिक के साथ खड़े नजर आए थे। खास बात ये है कि दो साल पुरानी इस घटना की CD तक गायब हो चुकी है।

 


Yogesh Tripathi



नौबस्ता में 30 साल पुराना है मधुलोक नर्सिंगहोम

वारदात नौबस्ता थाना एरिया स्थित के ब्लाक मधुलोक नर्सिंगहोम की है। करीब तीन दशक से अधिक समय के पुराने इस नर्सिंगहोम में बीते कुछ दिनों से सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। पीड़ित महिला के मुताबिक वो आइसीयू में भर्ती है। रात में वार्डब्वाय आया और उसके शरीर को गलत तरीके से छूने लगा। महिला ने घटना की जानकारी सुबह पति को दी। पति ने तुरंत अस्पताल के मालिक लोकेंद्र सचान को मामले से अवगत कराया। 


शिकायत पर डैमेज कंट्रोल में जुटा प्रबंधन

पीड़िता का आरोप है कि नर्सिंगहोम मालिक लोकेंद्र सचान साख पर बट्टा लगते देख मामले को मैनेज करने में जुट गए। इसके बाद गुस्साए पति ने सूचना 100 नंबर पर पुलिस को दी। थोड़ी देर में नौबस्ता थाने की फोर्स पहुंची और पीड़िता से बातचीत की। पीड़िता ने घटना की जानकारी महिला पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस आरोपी वार्डब्वाय को थाने ले गई।


दहशत में नर्सिंगहोम के मरीज 

इस घटना के बाद नर्सिंगहोम में भर्ती महिला मरीज खासे दहशत में हैं। हर किसी की जुबान पर एक ही शब्द है कि आखिर महिलाएं सुरक्षित कहा हैं ? अबू तो अस्पताल में ही ये सब होने लगा है। वहीं, पूरे मामले पर अस्पताल प्रबंधन मीडिया से पूरे समय दूरी बनाए रहा। 

दो साल पहले जागृति नर्सिंगहोम में हो चुकी बड़ी घटना

कानपुर के बर्रा में दो साल पहले कर्रही रोड पर स्थित जागृति नर्सिंगहोम में एक वार्डब्वाय ने युवती के साथ ICU में रेप किया था। राजनीतिक और कुछ मीडिया के लोगों की छतरीओढ़े इस नर्सिगहोम के मालिक के समर्थन में तमाम राजनीतिक दलों के माननीयऔर कुछ पत्रकार समर्थन में खड़े दिखाई दिए थे। पब्लिक ने तब अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की थी। 

कहते हैं कि पैसा बोलता है। ये उस समय भी दिखाई दिया था। लाठीचार्ज के बाद पुलिस के दबाव में धारा के साथ छेड़छाड़ कर रिपोर्ट दर्ज की गई थी। रेप की धारा हटाकर अन्य धाराओं में पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन उसके बाद भी पुलिस पैसों के आगे लाचार और असहाय दिखाई दी। मामले की विवेचना कर रहे तत्कालीन विवेचक ने मोटी मलाई खाई और केस से जुड़ी CD (केस डायरी) ही गायब कर दी। कोर्ट के आदेश पर अभी कुछ महीना पहले ही विवेचक के खिलाफ भी बर्रा में रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है।


Uttar Pradesh में होने वाले विधान सभा के उपचुनाव के मद्देनजर BSP सुप्रीमों मायावती ने बुधवार को 12 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया। Kanpur की गोविंद नगर विधान सभा सीट कांग्रेस के दिग्गज नेता देवी तिवारी BSP की हाथी के महावत होंगे। गोविंदनगर बसपा के महावत बने देवी तिवारी के बारे में खास बात ये है कि वे बीएसपी के दिग्गज नेता सतीश मिश्रा के बेहद करीबी रिश्तेदार (समधी) हैं। 2012 के विधान सभा चुनाव में देवी तिवारी कल्याणपुर विधान सभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। मायावती ने अपने बेहद खास नौशाद अली को हमीरपुर से टिकट दिया है। राष्ट्रीय मीटिंग में प्रत्याशियों की घोषणा के साथ बीएसपी ने बिल्कुल साफ संकेत दिए हैं कि पार्टी सभी 13 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने के बाद डटकर मुकाबला करेगी।

 



YOGESH TRIPATHI

लोकसभा चुनाव में मांग रहे थे BSP से टिकट

जानकार सूत्रों की मानें तो देवी तिवारी लोकसभा चुनाव 2019 में बीएसपी से टिकट मांग रहे थे लेकिन किन्ही वजहों से बसपा ने उनको प्रत्याशी नहीं बनाया था। बताया जा रहा है कि बसपा से प्रत्याशी घोषित हो चुके देवी तिवारी ने अभी तक कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है।

2012 में देवी तिवारी को मिले थे 20 हजार वोट

देवी तिवारी 2012 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर कल्याणपुर विधान सभा से चुनाव लड़ चुके हैं। तब वे चुनाव में चौथे नंबर पर थे और उन्हें महज 20 हजार वोटों से संतोष करना पड़ा था। गोविंदनगर सीट से ब्राम्हण प्रत्याशी के तौर पर कांग्रेस के दिग्गज नेता देवी तिवारी को मैदान में उतारकर बसपा ने आगामी चुनाव को बेहद रोचक बना दिया है।


सत्यदेव पचौरी के सांसद बनने पर खाली हुई सीट

उल्लेखनीय है कि गोविंदनगर विधान सभा की सीट ब्राम्हण बाहुल्य है। यूपी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में सांसद सत्यदेव पचौरी गोविंदनगर से विधायक थे। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया। जिसकी वजह से उपचुनाव हो रहे हैं।