जून 2019

Uttar Pradesh के अतिसंवेदनशील Kanpur City में फ्राइ-डे की Mid-Night कुछ युवकों ने माहौल को खराब करने की कोशिश करते हुए एक मुस्लिम छात्र की पिटाई कर दी। South City के बर्रा थाना एरिया में मुस्लिम छात्र से हमलावर युवकों ने "जयश्रीराम" का नारा लगाने के लिए दबाव बनाया। छात्र के इनकार करने पर हमलावरों ने उसे जमकर मारा-पीटा। पीड़ित छात्र ने अज्ञात युवकों पर इल्जाम लगाते हुए बर्रा थाने में शिकायती पत्र दिया। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ FIR रजिस्टर्ड की है। बाबूपुरवा के सर्किल अफसर मनोज कुमार गुप्ता का कहना है कि मौका-ए-वारदात के आसपास लगे CCTV की फुटेज को खंगाला जा रहा है। दोषी लोगों की पहचान होने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


[caption id="attachment_19738" align="alignnone" width="840"] बर्रा थाने में पुलिस को दी गई तहरीर की प्रतिलिपि।[/caption]

 

Yogesh Tripathi


https://twitter.com/adgzonekanpur/status/1144927130741952512

बर्रा में यादव मार्केट के पास वारदात


घटना शुक्रवार रात की है। बर्रा भाग-6 निवासी ताज मोहम्मद उस्मानपुर स्थित मदरसा से पढ़ाई कर वापस अपने घर को जा रहा था। यादव मार्केट पार करते वर्मा इलेक्ट्रानिक्स के पास कुछ युवकों ने ताज मोहम्मद को रोक लिया। ताज मोहम्मद का आरोप है कि युवकों ने उससे कहाकि “मुस्लिम हो तुम, जयश्रीराम का नारा लगाओ”। इनकार करने पर सभी ने उसकी पिटाई की। मारपीट के बाद हमलावर युवक भाग निकले।

https://twitter.com/igrangekanpur/status/1144927454894546944

खौफ़जदा ताज मोहम्मद ने दी बर्रा थाने में तहरीर


युवकों के चंगुल से छूटने के बाद घर पहुंचे ताज मोहम्मद ने घटना की जानकारी परिजनों को दी। परिवार के सदस्य ताज मोहम्मद को लेकर बर्रा थाने पहुंचे और शिकायती पत्र बर्रा SHO सतीश कुमार सिंह को दिया। मामले की जानकारी देर रात्रि ही जब बड़े अफसरों को मिली तो सभी ने तुरंत रिपोर्ट दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए। तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात युवकों के खिलाफ संबधित धाराओं में FIR रजिस्टर्ड कर ली।

https://twitter.com/kanpurnagarpol/status/1144932835779682304

क्या कहते हैं बाबुपुरवा क्षेत्राधिकारी ?


प्रकरण के संबध में क्षेत्राधिकारी बाबूपुरवा मनोज कुमार गुप्ता ने कहा कि शुक्रवार रात को जब ताज मोहम्मद उस्मानपुर मदरसा से वापस घर जा रहा था तो साइकिल सवार कुछ युवकों ने उसके साथ अभद्रता कर मारपीट की। सभी ने “जयश्रीराम” का नारा लगाने का दबाव बनाया लेकिन ताज मोहम्मद के इनकार पर उसके साथ मारपीट की गई। अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है। घटनास्थल के आसपास लगे CCTV फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। जो लोग इस मामले में दोषी मिलेगें उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

https://twitter.com/kanpurnagarpol/status/1144933750905528320

Update News---- SSP (KNR) अनंतदेव त्रिपाठी शनिवार शाम को पीड़ित युवक से मिलने पहुंचे। उन्होंने मौका-ए-वारदात का भी मुआयना कर वहां स्थानीय लोगों से बातचीत कर जानकारी जुटाई। मीडिया से बात करते हुए श्रीत्रिपाठी ने कहा कि युवक अज्ञात थे। पीड़ित उनको नहीं जानता। रोडरेज जैसी बात प्रतीत हो रही है। CCTV के फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। जिस तरह से मीडिया में खबरें हैं वैसी बात बिल्कुल भी नहीं है।

 

 

Kanpur Dehat की अकबरपुर पुलिस के हत्थे चढ़े Fake IPS प्रशांत शुक्ला के तमाम राज से अब पर्दा उठना शुरु हो चुका है। UP Police के कुछ चर्चित भू-माफिया दरोगाओं के इस “BOSS” ने Unnao Police के जरिए सगे ममिया ससुर को कुछ महीना पहले जेल भेजवाया था। ECO Sports Car उसने शहर के तमाम व्यापारियों को सेल टैक्स की जांच का खौफ दिखाकर लाखों की वसूली कर खरीदी थी। Kanpur के दर्शनपुरवा स्थित अपने मौसिया सास के मोहल्ले में इस “नटवरलाल” का आतंक कम नहीं था। गाड़ी का सायरन बजते ही मोहल्ले में सन्नाटा पसर जाता था। जेल की सलाखों के पीछे कैद हो चुके Fake IPS की रिहाई के लिए अधिवक्ता पिता एड़ी-चोटी का जोर लगाए हैं। भू-माफिया बन चुके चर्चित दरोगाओं का रैकेट चलाने वाले इस फर्जी आइपीएस के खिलाफ अभी तक पुलिस विभाग के किसी भी जिम्मेदार अफसर ने जांच के आदेश नहीं दिए हैं। अपने ही विभाग के विभाग के कुछ भ्रष्ट पुलिस वालों की गर्दन फंसती देख अफसर पूरी तरह से “मौन व्रत” धारण किए हैं। वो भी तब जब UPCM योगी आदित्यनाथ भ्रष्ट पुलिस कर्मचारियों को चिन्हित कर उनके नौकरी से जबरन रिटायर और बर्खास्त करने का संदेश अपने Twitter अकाउंट से ट्वीट कर चार दिन पहले दे चुके हैं।


[caption id="attachment_19729" align="alignnone" width="720"] Fake IPS की पत्नी के Facebook अकाउंट से ली गई ये फोटो कुछ बरस पहले हुई दोनों के शादी की है।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


ममिया ससुर बीघापुर पुलिस से भेजवाया था जेल


कल्याणपुर के केशवपुरम निवासी Fake IPS प्रशांत शुक्ला की शादी कुछ साल पहले उन्नाव जनपद के बीघापुर थाना एरिया स्थित उसियां गांव में दीपा से हुई थी। दीपा की मां अपने मायके में ही रहती हैं। दीपा की मां का अपने सगे भाई से पैतृक संपति को लेकर विवाद चलता है। www.redeyestimes.com (News Portal) की छानबीन के दौरान पता चला कि कुछ महीना पहले प्रशांत की सास का उसके सगे भाई शिवा शुक्ला से झगड़ा हुआ तो प्रशांत ने उन्नाव की बीघापुर पुलिस पर IPS होने का रौब गांठकर दबाव बनाया। इतना ही नहीं फर्जी मुकदमा दर्ज करा उसने अपने ही ममिया ससुर शिवा शुक्ला को जेल भेजवा दिया था।

[caption id="attachment_19730" align="alignnone" width="720"] ये फोटो प्रशांत शुक्ला के पत्नी दीपा की है, पीछे आराम फरमाता "नटवरलाल" प्रशांत शुक्ला। [/caption]

दर्शनपुरवा स्थित मौसिया सास के मोहल्ले में था रुतबा गालिब


कस्टम, एटीएस, सीबीआइ अफसर बनकर रौब गांठने वाला प्रशांत शुक्ला पिछले कुछ महीने से NIA में पोस्टिंग होने की बात अपने करीबी लोगों से करता था। करीबियों की मानें तो दर्शनपुरवा में उसके मौसिया ससुर श्याम किशोर बाजपेयी की “एन.के स्टील एंड फर्नीचर” हीरागंज (जरीब चौकी) दुकान है। थोड़ी ही दूरी पर घर है। यहां प्रशांत का अक्सर आना-जाना रहता था। मोहल्ले के लोगों की मानें तो वो हूटर बजाते हुए उसकी गाड़ी रुकती थी। रात्रि में आने पर नीली बत्ती भी जलती रहती थी। यदि किसी की कार या फिर कोई अन्य वाहन आसपास दिख गया तो प्रशांत बेहद ही आपत्तिजनक ढंग से बर्ताव करता था। हकीकत ये है कि Fake IPS के तेवर देख मोहल्ले के लोग काफी भायभीत रहते थे।


facebook, WhatsApp बंद


Fake IPS प्रशांत शुक्ला, उसकी पत्नी दीपा शुक्ला, पिता अमरनाथ शुक्ला सोशल मीडिया में काफी सक्रिय रहते थे। सभी के दो से तीन Facebook Account थे। गुरुवार की दोपहर बाद ये सभी अकाउंट बंद हो गए। सिर्फ प्रशांत की पत्नी का एक एकाउंट अभी एक्टिव है। परिवार के लोगों ने अपने सभी WhatsApp नंबर भी हटा दिए हैं। www.redeyestimes.com के रिपोर्टर ने प्रशांत के मोहल्ले में काफी देर तक छानबीन की। स्थानीय लोगों ने बताया कि फिलहाल दो दिन से गतिविधियां अधिक देखने को नहीं मिल रही हैं। पहले अक्सर प्रशांत अलसुबह मार्निंग वाक के लिए कथित शैडो लेकर निकलता था। परिवार के लोग भी कई बार घर से बाहर निकलते थे लेकिन दो दिन से कोई गतिविधि नहीं देखने को मिल रही है। जो लोग प्रशांत के घर अक्सर आते थे वो भी नहीं दिख रहे हैं।

[caption id="attachment_19734" align="alignnone" width="960"] केशवपुरम स्थित "नटवरलाल" प्रशांत शुक्ला का घर।[/caption]

व्यापारियों से वसूली कर खरीदी थी ECO Sports Car !


छानबीन में पता चला है कि प्रशांत के पिता का पी रोड पर अपना चेंबर है। वे सेल टैक्स के वकील हैं। उनके पास व्यापारियों की काफी संख्या है। प्रशांत तीन साल पहले तक पिता के साथ ही चेंबर में बैठता था। फिर अचानक वो कस्टम और सेल टैक्स का अफसर बन गया। लोग कुछ समझ पाते वो खुद को सीबीआइ का अफसर बताने लगा। करीबी लोगों की मानें तो गाड़ी खऱीदने से पहले कई व्यापारियों को सेल टैक्स की नोटिस भेजी गई। बाद में केस को सुलझा लेने और अपने बेटे के सेल टैक्स विभाग में तैनात होने का दावा कर कई दर्जन व्यापारियों से मोटी रकम की वसूली की गई। उसी के बाद लग्जरी कार प्रशांत ने खरीद ली। जिस पर वो नीली बत्ती लगाकर भौकाल झाड़ने लगा था।

[caption id="attachment_19721" align="alignnone" width="1124"] Fake IPS के पकड़े जाने की जानकारी मीडिया को देते एसपी कानपुर देहात और इंस्पेक्टर ऋषिकांत शुक्ला के बगल (लाल घेरे में खड़ा फर्जी आइपीएस प्रशांत शुक्ला)[/caption]

10 जुलाई 2019 को होनी है बहन की गोदभराई


प्रशांत की दो बहने हैं। एक बहन बेंगलुरु में रहती है। वो आइटी सेक्टर में कार्यरत है। प्रशांत के बारे में गहराई से जानकारी रखने वालों की मानें तो उसके बड़ी बहन की शादी फिक्स हो चुकी है। 10 जुलाई को गोदभराई का कार्यक्रम है। यही वजह है कि परिवार के लोग जल्द से जल्द प्रशांत की जेल से रिहाई कराने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। निचली अदालत से बेल खारिज होने के बाद वकील के जरिए तुरंत सेशन में जमानत के लिए आनन-फानन में अर्जी डाल दी गई। इसके लिए एक राजनीतिक दल के नेता का भी सहारा लिया जा रहा है।

https://twitter.com/adgzonekanpur/status/1144067844168011778

विभाग के दरोगाओं की गर्दन फंसती देख अफसर खामोश


www.redeyestimes.com (News Portal) गुरुवार को “Fake IPS की कहानी” का पहला अंक पोस्ट किया था। जिसमें इस “नटवरलाल” के UP Police के भू-माफिया बन चुके कई दरोगाओं से तगड़े नेटवर्क का खुलासा करते हुए उनके गोरखधंधों का भी हवाला दिया। जिसमें करोड़ों रुपए की प्रापर्टी डीलिंग के काम और बेशकीमती प्लाटों व फ्लैट्स की खरीददारी का भी उल्लेख है। 48 घंटे बीत चुके हैं लेकिन किसी भी बड़े अफसर ने अभी तक इस Fake IPS के करीबी दरोगाओं की की संपत्तियों की जांच करान का लिखित या फिर मौखिक आदेश नहीं दिया। Twitter पर दो बड़े अफसरों के ट्वीट हैडल से कानपुर देहात पुलिस को निर्देश दिया तो गया लेकिन मातहतों ने अभी तक उसका पालन न करते हुए जवाब तक नहीं दिया।

https://twitter.com/igrangekanpur/status/1144092140579856384

 

 

 

 

 

Uttar Pradesh के Kanpur Dehat जनपद की अकबरपुर कोतवाली में कुछ घंटे पहले पुलिस के हत्थे चढ़ा Fake IPS प्रशांत शुक्ला UP POLICE के भू-माफिया बन चुके कई दरोगाओं का “BOSS” है। गिरफ्तारी के बाद www.redeyestimes.com (News Portal) ने जब इसके बाबत पड़ताल की तो कई चौंकाने वाली जानकारियों का खुलासा हुआ। UNNAO में तैनात एक HCP इसका अंगरक्षक बनकर अक्सर साए की तरह साथ-साथ चलता था। Kanpur Range के एक जनपद में LIU विंग में तैनात एक सब इंस्पेक्टर भी इस फर्जी अफसर का खास “हमदर्द” बताया जा रहा है। अब तक की पड़ताल में करीब आधा दर्जन दरोगाओं, कुछ लेखपालों और हिस्ट्रीशीटर से सफेदपोश बने एक क्षेत्रीय राजनीतिक दल के नेता के साथ इस Fake IPS के गठजोड़ की बात सामने आ रही है। गिरोह का नेटवर्क UP के कई जनपदों में हैं। खुद की पहुंच पंचमतल तक बताने वाले इस Fake IPS के बहन की शादी बेंगलुरु में तय हुई थी लेकिन इसकी हरकतों की वजह से बाद में टूट गई। 


[caption id="attachment_19722" align="alignnone" width="780"] Fake IPS का खुलासा होने से पहले अकबरपुर पुलिस ने इस नटवरलाल को ढोकना भी खिलाया था।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


 मॉर्निंग वॉक पर साथ चलता था Fake IPS के साथ रहता था HCP


www.redeyestimes.com (News Portal) की छानबीन में पता चला है कि फर्जी आइपीएस प्रशांत शुक्ला के साथ कल्याणपुर में रहने वाला UP Police का एक HCP (हेड कांस्टेबल प्रमोटेड) अक्सर बावर्दी इसके साथ मॉर्निंग वॉक पर चलता था। इस चर्चित HCP की पोस्टिंग भी प्रशांत शुक्ला करवाता था। कुछ महीना पहले ही लखनऊ से इस HCP की पोस्टिंग प्रशांत ने उन्नाव में करवा दी। जानकारों की मानें तो अफसर यदि HCP और प्रशांत के मोबाइल की कॉल डिटेल रिकार्ड (CDR) निकलवा लें तो कई बड़े राज का पर्दाफाश हो सकता है। कानपुर के सचेंडी, कल्याणपुर, काकादेव समेत कई थानों में तैनात रह चुका यह HCP वर्तमान में अरबपति बताया जा रहा है। बिठूर, टिकरा, कल्याणपुर के केशवपुरम समेत कई जगहों पर इसने बेशकीमती प्रापर्टी बना रखी है। फिलहाल टिकरा में कई बीघा खेती लेकर ये प्लाटिंग करवा रहा है। किसी भी बड़े विवाद में ये प्रशांत को कभी ATS तो कभी NIA का अफसर बनाकर विरोधी के सामने खड़ा कर देता है।

[caption id="attachment_19723" align="alignnone" width="988"] फर्जी आइपीएस बनकर रौब गांठने वाले प्रशांत शुक्ला के पास से कई परिचय पत्र भी पुलिस ने बरामद किए हैं।[/caption]

LIU विंग में तैनात दरोगा भी प्रशांत का बेहद करीबी


Fake IPS के गिरोह में Kanpur Range के एक जनपद में पुलिस की LIU विंग में तैनात एक दरोगा भी इस गिरोह में है। कल्याणपुर के केशवपुरम में उसकी ससुराल बताई जा रही है। सूत्रों की मानें तो लोकल खुफिया इनपुट बटोरने वाले इस दरोगा ने भी हाल के कुछ सालों में कई बेशकीमती प्लाट अपने परिजनों के नाम पर खरीद लिए हैं। ये दरोगा भी अक्सर इस फर्जी आइपीएस के साथ इलाके में देखा जाता रहा है। उन्नाव में ही तैनात एक कुर्मी बिरादरी का दरोगा भी गिरोह का सक्रिय सदस्य बताया जाता है। उसकी पोस्टिंग भी प्रशांत ने ही कुछ महीना पहले करवाई थी। जानकार और भरोसेमंद सूत्रों की मानें तो UP Police की नौकरी के आड़ में ये दरोगा विवादित प्रापर्टियों की खरीद-फरोख्त के साथ खेती लेकर प्लाटिंग का भी काम करते हैं। किसी भी विवाद में प्रशांत को NIA और CBI में तैनात अफसर बताकर विरोधी को सीधे Encounter करवाने की धमकी देकर भयभीत भी करवाते रहे हैं।

[caption id="attachment_19724" align="alignnone" width="1124"] गिरफ्तारी के तुरंत बाद अकबरपुर पुलिस ने Fake IPS के शरीर से वर्दी, बेल्ट और टोपी उतरवा ली।[/caption]

रात के अंधेरे में RTO और सेल टैक्स अफसर बनकर करता था वसूली


Fake IPS प्रशांत शुक्ला के बारे में जब मोहल्ले के लोगों से पड़ताल की गई तो कई चौंकाने वाली जानकारियां मिलीं। बताया जा रहा है कि ये कभी खुद को ATS तो कभी CBI में तैनात होने की बात बताकर एरिया के युवकों को अरदब में रखता था। पिछले तीन महीने से ये खुद को NIA में तैनात होने की बात बता रहा था। केशवपुरम और आसपास के लोग इसे हकीकत में IPS अफसर मानते थे। एक युवक ने बताया कि नीली बत्ती लगाकर प्रशांत और अपने करीबी दरोगाओं के साथ रात में RTO और सेल टैक्स का अफसर बनकर हाइवे पर लाखों की वसूली भी करता था। प्रशांत के पास दो VVIP मोबाइल नंबर भी मौजूद हैं। एक मोबाइल नंबर के WhatsApp की डीपी पर CBI का लोगो इसने लगा रखा है।

https://twitter.com/redeyestimes/status/1143890010002939905

हिस्ट्रीशीटर से सपा नेता बने एक "सफेदपोश" से भी कनेक्शन


हिस्ट्रीशीटर से सपा नेता बनकर पद हासिल करने वाले एक सफेदपोश से भी Fake IPS प्रशांत शुक्ला और भू-माफिया बन चुके दरोगाओं के करीबी संबध हैं। सूत्रों की मानें तो इस हिस्ट्रीशीटर की कुछ साल पहले एक IPS ने एनकाउंटर करने की ठान ली थी लेकिन बाद में बड़े राजनीतिक हस्तक्षेप की वजह से उसने खुद को बचा लिया। तब सपा की अखिलेश यादव सरकार थी। प्रापर्टी डीलिंग का काम करने वाले इस सफेदपोश की बर्रा के एक चौराहे पर स्थित हाइवे पर गेस्ट हाउस है।

Kanpur के एक अधिवक्ता को दी थी Encounter में ढेर करने की धमकी

कानपुर के केशव पुरम में रहने वाले इस फर्जी आइपीएस प्रशांत शुक्ला ने कुछ महीना पहले ही शहर के एक अधिवक्ता को Encounter की धमकी देकर उसे खौफ के साए में रहने को मजबूर कर दिया था। करीब महीना भर तक इसने अधिवक्ता को इस कदर प्रताड़ित किया कि उसने घर से बाहर निकलना ही छोड़ दिया। सिर्फ अधिवक्ता ही नहीं ये फर्जी आइपीएस जरा-जरा सी बात पर एरिया के युवकों को घर से उठवाकर एनकाउंटर की सीधी धमकी देता था। नाम न छापने की शर्त पर कुछ लोगों ने बताया कि “एक बार इसके रडार पर जो आ जाता था, उसके गले में ये दहशत का पट्टा छोड़कर ही दम लेता था”।

 

 

 

 

 

Kanpur Dehat के अकबरपुर कोतवाल ने थाने परिसर में नीली बत्ती लगी कार में आए Fake IPS को Arrest कर लिया। पुलिस के हत्थे चढ़ा Fake IPS Kanpur City के कल्याणपुर थाना एरिया स्थित केशव पुरम का रहने वाला है। पुलिस ने उसकी सगी बुआ के लड़के को भी धर दबोचा।


https://twitter.com/redeyestimes/status/1143890010002939905

Yogesh Tripathi


@ytripathiknp


सम्मान के बाद थाने में ही उतर गई Fake IPS की वर्दी


कोतवाली में मंगलवार को ECO Sports लग्जरी कार खड़ी थी। नीली बत्ती लगी कार का AC चल रहा था। अंदर एक वर्दीधारी IPS अफसर बैठे थे। हत्या की वारदात से वापस लौटे कोतवाल ऋषिकांत शुक्ला की नजर थाने के अंदर खड़ी नीली बत्ती कार पर पड़ी तो वो तुरंत पहुंचे। दरवाजा खोलते ही अफसर ने अपना परिचय दिया तो फिर उसके बाद क्या कहने थे ? इंस्पेक्टर ऋषिकांत शुक्ला ने तुरंत एक अफसर को जो सम्मान देना चाहिए वो दिया। चाय-नाश्ते के बाद भोजन करने का भी आग्रह किया।

[caption id="attachment_19713" align="alignnone" width="1280"] Fake IPS प्रशांत शुक्ला के पास से मिली नीली बत्ती लगी लग्जरी कार को भी पुलिस ने जब्त किया।[/caption]

एनकाउंटर स्पेशलिस्ट से ही पूछ बैठा, कितने एनकाउंटर किए हैं ?


इस दौरान इस फर्जी अफसर ने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट ऋषिकांत शुक्ला से एनकाउंटर पर ही कुछ सवाल पूछ लिए, बस यहीं से शक हो गया। शक यकीन में तब्दील होता इससे पहले ही ये फर्जी अफसर अपनी कार में जाकर बैठ गया। इंस्पेक्टर ऋषिकांत शुक्ला ने दरोगा अमित शुक्ला को कार के पास भेज Google पर प्रशांत शुक्ला IPS को सर्च करना शुरु कर दिया। उन्होंने एसपी कानपुर देहात अनुराग वत्स को भी सूचना दे दी। दरोगा अमित शुक्ला भोजन के लिए आग्रह करते रहे। इस बीच ऋषिकांत शुक्ला भी पहुंचे और भोजन करने का आग्रह किया। थोड़ी ही देर में एसपी अनुराग वत्स पहुंच गए। उन्होंने कुछ सवाल किए Fake IPS की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई। जिन पुलिस वालों ने थोड़ी देर पहले थाने में सेल्यूट मारा था उन्होंने ही तुरंत फर्जी अफसर की वर्दी को उतार दिया।

[caption id="attachment_19714" align="alignnone" width="750"] अकबरपुर कोतवाली में अपने ममेरे भाई Fake IPS का भौकाल देखने पहुंचे रूरा निवासी विवेक तिवारी उर्फ अनीस तिवारी को भी पुलिस ने धर दबोचा।[/caption]

गए थे हरिभजन को और ओटन लगे कपास


Fake IPS ने पुलिस अफसरों को बताया कि वह करीब छह महीने से नीली बत्ती लगाकर खुलेआम घूम रहा है। वर्ष 2018 से वो बगैर टोल दिए ही टोल प्लाजा से करीब 19 बार गुजर चुका है। उसने बताया कि रूरा के सरगांव बुजुर्ग में उसकी बुआ रहती हैं। बुआ के लड़के विवेक तिवारी उर्फ अनीस तिवारी को भौकाल दिखाने के लिए उसने अकबरपुर कोतवाली बुलाया था। उसने भौकाल दिखाया भी लेकिन थोड़ी ही देर में उसके भौकाल का भूत भी उतर गया।

[caption id="attachment_19715" align="alignnone" width="750"] जिस थाने में कुछ देर पहले सेल्यूट से सम्मान मिला था वहां बाद में पुलिस कर्मियों ने Fake IPS की वर्दी उतार दी फिर इस फर्जी अफसर ने खुद अपने जूते उतारे।[/caption]

 

 

 

 

Uttar Pradesh में बढ़ते अपराध की रोकथाम के लिए Police करीब 50 साल पुराने ट्रैक पर वापस लौटी है।रात में गश्त के समय अब UP Police की डॉयल 100 गाड़ी में एक नया सायरन बजेगा। इसमें से “जागते रहो-जागते रहो” की आवाज पब्लिक को सुनाई देगी। करीब पांच दशक पहले भी पुलिस इसी तरह सीटी बजाते हुए “जागते रहो, जागते रहो” की आवाज गश्त के दौरान लगाती थी।



YOGESH TRIPATHI


Lucknow के हजरतगंज थाने से ट्रायल


UP Police ने अपराध को रोकने के लिए नया तरीका अपनाया है। रात में गश्त के समय पुलिस की डायल 100 गाड़ी में एक नया सायरन बजेगा। जिससे “जागते रहो-जागते रहो” की आवाज आएगी। अफसरों के निर्देश पर पुलिस ने इसका ट्रायल भी शुरू कर दिया है। राजधानी लखनऊ की हजरतगंज सर्किल की पुलिस ने पॉयलट प्रोजेक्ट के तौर पर सभी थानों में संडे से इसे शुरु कर दिया है।

जल्द ही प्रदेश के सभी जिलों के थाने में भी बजेगा यही सायरन


सूत्रों की मानें तो हजरतगंज थाने में इस सायरन का प्रयोग शुरु हो चुका है। जल्द ही इसे सूबे के सभी जिलों के थानों में मौजूद डायल 100 की गाड़ियों में भी लगाया जाएगा। इस सायरन के पीछे का मकदसद पब्लिक को अलर्ट करने के साथ अपराधियों और अपराध पर नकेल कसना भी है।

सूबे के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह का कहना है कि प्रदेश में अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगा है। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस हर मुमकिन कोशिश करती है कि अपराधियों को उनके किए की सजा मिले और वे जेल की सलाखों के पीछे जाएं। नए सायरन की पहल यूपी पुलिस की अपराध नियंत्रण करने की एक योजना है।


 

 

 

Uttar Pradesh के UNNAO जनपद में खुफिया इनपुट के बाद @upgrp ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बरौनी-ग्वालियर मेल की अलग-अलग बोगियों में बैठाकर बुन्देलखंड के Banda ले जाए जा रहे 28 बच्चों को ट्रेन से नीचे उतार लिया। @upgrp  ने बच्चों के साथ मौलवी को भी हिरासत में ले लिया। छानबीन में पता चला है कि Bihar का रहने वाला ये मौलवी बच्चों के परिजनों को Kanpur के किसी मदरसा में तालीम दिलाने का झांसा देकर लाया था लेकिन वो बच्चों को बांदा लेकर जा रहा था। लंबी पूछताछ के बाद बच्चों को चाइल्ड हेल्प लाइन के सुपुर्द कर दिया गया है। मौलवी से देर रात्रि को खुफिया की एक विंग ने भी पूछताछ की।


https://twitter.com/redeyestimes/status/1143253026859360257

Yogesh Tripathi


[caption id="attachment_19700" align="alignnone" width="1152"] बरौनी-ग्वालियर मेल की बोगियों से उतारे गए 28 बच्चों को जीआरपी ने चाइल्ड हेल्प लाइन को सौंप दिया।[/caption]

Bihar प्रांत के रहने वाले हैं बच्चे और मौलवी


बताया जा रहा है कि सभी बच्चे बिहार प्रांत के रहने वाले हैं। हिरासत में लिया गया मौलवी बिहार प्रांत के अकरिया थाना स्थित बिसरवां मोहलगांव का निवासी हफीम मौलवी का लड़का मोहम्मद जाहिद है। सूत्रों की मानें तो जाहिद सभी बच्चों को बरौनी-ग्वालियर (मेल) की अलग-अलग बोगियों में बैठाकर ले जा रहा था। संदेह होने पर कुछ लोगों ने सूचना बड़े अफसरों और खुफिया के लोगों को दी। कंट्रोल रूम पर सूचना के बाद पुलिस और जीआरपी Alert हो गई।

UNNAO जंक्शन पर पहुंचते ही ट्रेन को जीआरपी ने घेर लिया


जैसे ही बरौनी-ग्वालियर मेल उन्नाव जंक्शन पहुंची जीआरपी ने चारो तरफ से ट्रेन को घेरकर सर्च अभियान चलाया। अलग-अलग बोगियों में सवार 28 बच्चों को ट्रेन से नीचे उतारने के बाद जीआरपी ने मौलवी मोहम्मद जाहिद को भी हिरासत में ले लिया। बच्चों ने बताया कि वे लोग मौलवी के साथ तालीम के लिए जा रहे हैं। इसके बाद सूचना अफसरों को देकर जीआरपी ने बच्चों के परिजनों से संपर्क किया। बच्चों के परिजनों ने बताया कि मौलवी मोहम्मद जाहिद सभी बच्चों को कानपुर के मदरसा में तालीम दिलाने की बात कहकर साथ लाया था।

संदेह होने पर बच्चों को चाइल्ड हेल्प लाइन के सुपुर्द किया गया


मौलवी और बच्चों के परिजनों की बातों में अंतर देक जीआरपी को संदेह हुआ। इसके बाद चाइल्ड हेल्प लाइन से संपर्क कर सभी बच्चों को लिखापढ़ी में सुपुर्द कर दिया गया। बच्चों की उम्र 6 से 12 साल के बीच बताई जा रही है। जीआरपी प्रभारी एसके राव के मुताबिक बच्चों चाइल्ड लाइन को सौंपा गया है। बच्चों के परिजनों से भी संपर्क किया गया है। यदि वे लोग तहरीर देंगे तो मौलवी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत क उसे जेल भेजा जाएगा। सूत्रों की मानें तो देर रात्रि खुफिया की एक विंग ने मौलवी से कड़ी पूछताछ की है। माना जा रहा है कि कई अहम सुराग जल्द मिल सकते हैं।


www.redeyestimes.com (News Portal) के पास जो जानकारियां हैं उसके मुताबिक बुन्देलखंड स्थित Banda जनपद का एक बड़ा मदरसा लंबे समय से खुफिया एजेंसियों के रडार पर है। यहां पर कई बार देश की बड़ी खुफिया एजेंसियां छापे की कार्रवाई कर चुकी हैं। कई बार यहां से संदिग्ध भी धरे जा चुके हैं।


 

 

 

 

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने Uttar Pradesh में होने वाले विधान सभा उपचुनाव को लेकर अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। Kanpur की गोविंदनगर विधान सभा सीट के लिए हाईकमान ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और BJP की प्रदेश उपाध्यक्ष रंजना उपाध्याय को प्रभारी बनाया है। लोकसभा चुनाव में मिली बड़ी सफलता के बाद से गोविंदनगर विधान सभा (उपचुनाव) की प्रत्याशिता के लिए “कसरत” कर रहे करीब डेढ़ दर्जन दावेदारों में हलचल तेज हो चुकी है। अपने-अपने सिस्टम के जरिए सभी दावेदार अब प्रभारियों की चौखट पर दस्तक देने को बेताब हैं।


Yogesh Tripathi


सत्यदेव पचौरी के सांसद बनने पर खाली हुई सीट


RSS & BJP का गढ़ कही जाने वाली गोविंदनगर विधान सभा सीट से वर्ष 2017 में सत्यदेव पचौरी को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया था। श्रीपचौरी यहां बंपर वोटों से चुनाव जीते तो योगी कैबिनेट में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सत्यदेव पचौरी पर विश्वास जताते हुए उनको प्रत्याशी बनाया। करीब सवा दो लाख वोटों से जीत हासिल कर सत्यदेव पचौरी सांसद बने। सांसद बनने के बाद उन्होंने विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

इस लिए केशव प्रसाद मौर्य बने हैं प्रभारी


केशव प्रसाद मौर्य यूपी की राजनीति में बड़ा नाम है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके केशव प्रसाद मौर्य वर्तमान समय में डिप्टी सीएम हैं। कुल मिलाकर हम ये कह सकते हैं कि “सत्ता और संगठन का 100 प्रतिशत कॉकटेल हैं डिप्टी सीएम केशव मौर्या”। प्रदेश अध्यक्ष रहने के साथ उनको संगठन का तो अनुभव है ही साथ ही साथ सरकार में ताकतवर डिप्टी सीएम के तौर पर वे अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। श्रीमौर्य लंबे समय तक बजरंगदल और विश्व हिन्दू परिषद के तमाम पदों पर रह चुके हैं। कानपुर में उनके कई करीबी कार्यकर्ता और विश्वासपात्र लोग हैं।

Ex.MLA सलिल विश्नोई, नीरज चतुर्वेदी, अनूप पचौरी समेत कई दावेदार

गोविंदनगर विधान सभा का हाल “एक अनार और सौ बीमार” वाला है। यहां से पूर्व जनप्रतिनिधियों के साथ संगठन के ताकतवर और दिग्गज नेताओं ने प्रत्याशिता के लिए ताल ठोंकने का मन बना लिया है। कुछ खुलकर सामने आ चुके हैं और कुछ अंदर ही अंदर अपनी गोटें बिछा रहे हैं। गोविंदनगर विधान सभा से दो बार विधायक रह चुके वर्तमान सांसद सत्यदेव पचौरी के पुत्र अनूप पचौरी अपनी तगड़ी दावेदारी पेश कर रहे हैं। युवाओं की एक बड़ी टीम वर्तमान समय में उनके साथ है।

नीरज चतुर्वेदी—पूर्व विधायक नीरज चतुर्वेदी भी तगड़े दावेदार हैं। सूत्रों की मानें नीरज चतुर्वेदी का संगठन के बड़े नेताओं में सिस्टम ठीक है। इसी लिए उनकी दावेदारी भी मजबूत मानी जा रही है।

सलिल विश्नोई---पूर्व विधायक सलिल विश्नोई की भी दावेदारी कम नहीं है। संगठन में प्रदेश स्तरीय पद होने के साथ-साथ हाल के लोकसभा चुनाव में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के प्रभारी रहे हैं। संगठन के शीर्ष और कद्दावर पदाधिकारियों तक उनकी गहरी पैंठ है। यही वजह है कि लोकसभा चुनाव में हाईकमान ने उनको हेलीकॉप्टर मुहैया करवाया था।

मानवेंद्र सिंह----कानपुर-बुन्देलखंड के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह के बारे में चर्चा है कि वे भी गोविंदनगर सीट से प्रत्याशी बनना चाह रहे हैं लेकिन अभी तक उन्होंने दावेदारी नहीं की है। मानवेंद्र सिंह के कनेक्शन भी संगठन के साथ-साथ सूबे के “सरकार” से सीधे हैं।

सुरेंद्र मैथानी---कानपुर बीजेपी के संगठन में तगड़ी पकड़ रखने वाले और कार्यकर्ताओं के बीच अतिलोकप्रिय सुरेंद्र मैथानी भी गोविंदनगर सीट से तगड़े दावेदार बने हैं। सुरेंद्र मैथानी ने वर्ष 2017 में किदवईनगर विधान सभा से भी टिकट मांगा था लेकिन ऐन वक्त पर टिकट कट गया। श्रीमैथानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी तगड़ी दावेदारी की थी लेकिन सफलता नहीं मिली।

निर्मल तिवारी----लोकसभा चुनाव के दौरान बसपा छोड़कर बीजेपी ज्वाइन करने वाले निर्मल तिवारी भी दावेदारी कर रहे हैं। वे 2017 के विधान सभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। साथ ही निर्मल तिवारी 2014 के लोकसभा चुनाव में कन्नौज से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की धर्मपत्नी डिंपल यादव के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुके हैं।

सुबोध चोपड़ा---लंबे समय से बीजेपी की सक्रिय राजनीति कर रहे सुबोध चोपड़ा भी गोविंदनगर सीट से दावेदारी कर रहे हैं। परमपुरवा में रहने वाले श्रीचोपड़ा नब्बे के दशक में शिवसेना के टिकट पर जनरलगंज से चुनाव विधायकी का चुनाव लड़ चुके हैं। फिलहाल वे व्यापार मंडल के अध्यक्ष हैं। गोविंदनगर में उनके समर्थकों की एक बड़ी टीम है।

ये भी हैं दावेदार


पूर्व महापौर रवींद्र पाटनी, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश राय, पार्षद नवीन पंडित, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष आनंद राजपाल, महिला मोर्चा की महामंत्री कमलावती सिंह समेत करीब दर्जन भर छोटे और बड़े नेता दावेदारी कर रहे हैं।


 

 
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Uttar Pradesh के आगरा में “हिन्दुस्तान” संस्करण में सब एडिटर (उप संपादक) के पद पर कार्यरत सुरेश सिंह ने मंडे की अलसुबह खुदकुशी कर ली। उनका शव घर के अंदर फांसी के फंदे से लटकता मिला। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुरेश सिंह लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। देर रात्रि वे घर लौटे और खुदकुशी कर ली।


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 रात 2.30 बजे तक अखबार के दफ्तर में लगाते रहे पेज

सुरेश सिंह के करीबी दोस्तों की मानें तो संडे की रात्रि करीब 2.30 बजे तक वे अखबार के दफ्तर में पेज लगाते रहे। अखबार का संस्करण छूटने के बाद सुरेश सिंह घर चले गए। घर पहुंचने के थोड़ी देर बाद उन्होंने फांसी लगा ली। सुबह उनका शव कमरे के अंदर फांसी के फंदे से लटकता मिला तो हड़कंप मच गया। उनके खुदकुशी करने की खबर जब साथी मीडिया कर्मियों को लगी तो सभी उनके निवास स्थान पर पहुंचे।

https://twitter.com/VnsAnuTi/status/1142829088748343297

 आर्थिक तंगी के साथ काम को लेकर भी थे डिप्रेशन में

सुरेश सिंह के बारे में बताया जा रहा है कि वे आर्थिक तंगी से तो जूझ ही रहे थे, साथ ही साथ अखबार में देर रात्रि तक काम करने की वजह से भी वे काफी थकान और तनाव महसूस करते थे। इसका जिक्र वे कई बार साथी मीडिया कर्मचारियों से कर चुके थे। सिटी एडीशन के साथ कभी-कभी वे पहले पेज को भी लगाते थे।

https://twitter.com/pankajjha_/status/1142969190556422144

प्रिंट मीडिया के पत्रकारों की हालत बेहद खराब

वर्तमान समय में प्रिंट मीडिया में कार्यरत पत्रकारों और पेज बनाने वाले ऑपरेटरों की हालत अधिक दयनीय हो चुकी है। अखबार में ऊंचे पदों पर बैठे संपादक, समाचार संपादक, उप समाचार संपादक और चीफ रिपोर्टर के वेतन को यदि छोड़ दें तो निचले स्तर पर कार्यरत पत्रकारों का वेतन कुछ खास नहीं होता है। पुरानी भर्ती वाले लोगों का वेतन ही ठीक लेकिन जो नई भर्तियां हो रही हैं वो तीन साल के कांट्रैक्ट पर की जाती हैं। यूपी में किसी भी अखबार के मालिक ने मजीठिया को लागू नहीं किया है। लिहाजा ट्रेनी रिपोर्टर 8 से 12 हजार, रिटेरनशिप में रखे गए रिपोर्टर 4500 से 6000 रुपए के बीच ही वेतन पाते हैं। सब एडिटर के पद पर कार्यरत पत्रकारों को 12 से 15 हजार के बीच ही वेतन मिलता हैं। कुछ अखबारों में ये 18 से 22 हजार रुपए तक ही है।

मीडिया संस्थानों में भी चालू हो चुका है वसूली का धंधा

वसूली का धंधा अभी तक सरकारी महकमों में ही देखने और सुनने को मिलता था लेकिन हाल के कुछ वर्षों में ये गोरखधंधा मीडिया संस्थानों में भी शुरु हो चुका है। ऊंचे पदों पर बैठे लोग जिलों के रिपोर्टरों से हर महीने की मोटी वसूली कर रहे हैं। डेस्क और फील्ड पर कार्यरत निचले स्तर के कर्मचारियों को बेवजह तंग कर उन्हें नौकरी से निकालने की धमकियां दी जाती हैं। हाल के दिनों में कुछ की तो “बलि” (नौकरी से निकाला) जा चुका है। लंबे समय से कार्यरत तमाम सीनियर जर्नलिस्ट के डिप्रेशन में काम करने की एक बड़ी वजह ये भी है कि वर्तमान हालात में उन्हें अपने से काफी जूनियर के नीचे काम करना पड़ रहा है।

तमाम संस्थानों में जो संपादक हैं वे किसी न किसी तिकड़म, दलाली और सप्लाई के जरिए यहां तक पहुंचे हैं। सच्चाई ये है कि कोई ढंग की खबर भी वे नहीं लिख सकते हैं लेकिन दिल्ली और नोएडा तक सप्लाई करने के बदौलत वे उच्चपदों पर आसीन हैं। इन संपादकों के नीचे वो लोग काम कर रहे हैं जो कभी उनको सिखाते थे या फिर उन्हें नौकरी में लाए थे। कुल मिलाकर अखबार में प्रमोशन का कोई पैमाना नहीं बचा है। काम के आधार पर आपको न प्रमोशन मिलेगा और न ही आपका वेतन बढ़ेगा। तमाम ऐसे सीनियर पत्रकार हैं जो सिर्फ परिवार की वजह से मजबूरी में नौकरी कर रहे हैं।


 

 

 

Uttar Pradesh के Fatehpur जनपद में बुधवार को भीषण Accident में 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब तीन दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को पास के अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने करीब दर्जन भर से अधिक घायलों को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया है। बड़े हादसे की खबर मिलते ही एडीशनल एसपी पूजा यादव मौके पर पहुंची। हादसे की वजह सवारियों से भरी डग्गामार बस की तेज रफ्तार बताई जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सामने से आ रहे ट्रक से बस जा भिड़ी। UPCM योगी आदित्यनाथ ने Accident में मरने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए दुःख जताया है।



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अमौली-फतेहपुर मार्ग पर लहराने लगी तेज रफ्तार डग्गामार बस

डग्गामार प्राइवेट बस करीब 55 सवारियों को लेकर फतेहपुर से अमौली की तरफ जा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बस की स्पीड काफी तेज थी और चालक बस को लहराकर चला रहा था। चांदपुर थाने के अमौली-फतेहपुर मार्ग पर सामने से आ रहे ट्रक से उसकी जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर होते ही जोरदार धमाका हुआ और बस के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद घायलों की चीख-पुकार सुनकर स्थानीय लोग और राहगीर दौड़े। कुछ लोगों ने सूचना चांदपुर पुलिस और 100 नंबर पर दी। सूचना के थोड़ी देर बाद पुलिस पहुंची।

[caption id="attachment_19682" align="alignnone" width="720"] अमौली-फतेहपुर मार्ग पर भीषण Accident के बाद डग्गामार बस के परखच्चे उड़ गए।[/caption]

Accident में 7 की मौत और 35 घायल

ट्रक और डग्गामार बस की टक्कर के बाद कोहराम मच गया। घायलों की चीख-पुकार के बाद स्थानीय लोग मदद के लिए पहुंचे। सूचना पर चांदपुर थानेदार फोर्स के साथ पहुंचे। थोड़ी ही देर में एडीशनल एसपी पूजा यादव भी पहुंच गई। पुलिस की मदद से स्थानीय लोगों ने किसी तरह बस के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाल पास के अस्पताल पहुंचाया। 7 लोगों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। दुर्घटना में करीब 35 लोगों के घायल होने की खबर है। जिसमें करीब दर्जन भर से अधिक लोगों की हालत चिकित्सकों ने नाजुक बताई है।दोनों वाहनों के सड़क के बीचोबीच होने की वजह से अभी जाम लगा हुआ है।

Fatehpur पुलिस की साठगांठ से फर्राटा भरती हैं डग्गामार बसें

जनपद पुलिस की साठगांठ से करीब-करीब हर मार्ग पर डग्गामार प्राइवेट बसें फर्राटा भरती हैं। जानकारों की मानें तो बसों के मालिक पुलिस को इसके बदले मोटी रकम हर महीने देते हैं। अमौली-फतेहपुर मार्ग के साथ-साथ बकेवर से जहानाबाद, कानपुर और घाटमपुर मार्ग तक सैकड़ों डग्गामार बसें चलती हैं। इनसे न सिर्फ राजस्व की हानि होती है बल्कि नौसिखिया चालकों की वजह से अक्सर बड़े हादसे भी होते हैं। बकेवर से कानपुर नौबस्ता बाईपास पर करीब तीन दर्जन बसें संचालित होती हैं। साढ़ से मझावन तक मार्ग संकरा होने के बाद भी बसों के चालक काफी तेज गति से वाहन भगाते हैं, जिसकी वजह से अक्सर हादसे होते हैं।

 
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PM नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट “नमामि गंगे” में सबकुछ "उल्टा-पुल्टा" ही चल रहा है। अरबों रुपए के इस प्रोजेक्ट में अफसर और ठेकेदार सफाई कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण मुहैया कराए बगैर ही “मौत के मुंह” ढकेल रहे हैं। ताजा उदाहरण Uttar Pradesh के Kanpur का है। South City एरिया स्थित बाबूपुरवा में बुधवार की अलसुबह नाला साफ करने बिना किसी सुरक्षा उपकरण के उतरे दो सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि नाले में जहरीली गैस के रिसाव से दोनों कर्मचारी बेहोश हुए और उसी बीच पानी का बहाव तेज हो गया। जिसकी वजह से दोनों की मौत हो गई। दोनों कर्मचारियों के परिवार में मातम का माहौल है। फिलहाल इस मामले में विभाग के दोषी अफसरों के खिलाफ अभी तक रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई है।


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बाकरगंज से पुरानी रोड तक हो रही थी नाले की सफाई

घटना बाबुपुरवा थाना क्षेत्र की है। यहां कल्लू (28) निवासी बर्रा 8, रॉबिन (22) निवासी गुजैनी की दर्दनाक हो गई। दोनों सफाई कर्मचारी करीब दर्जन भर साथियों के साथ बाबूपुरवा में ठेकेदार सतीश सचान के अंतर्गत देर रात्रि तक बाकरगंज चौराहे से पुरानी रोड तक नाला सफाई का काम कर रहे थे। सुबह 4 बजे के करीब ये हादसा हो गया।

जहरीली गैस से घुटने लगा दम

बताया जा रहा है कि सबसे पहले कल्लू नाले में उतरा। अचानक जहरीली गैस का रिसाव हुआ तो कल्लू का दम घुटने लगा। कल्लू की जान जोखिम में देख रॉबिन ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन वो भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया। साथी कर्मचारियों की मानें तो दोनों बेहोश हो गए। जब तक सभी लोग दोनों को बाहर निकालने की कोशिश करते पानी का बहाव अचानक तेज हो गया। जिसके चलते दोनों पानी में डूब गए। किसी तरह जद्दोजहद कर दोनों को बाहर निकाला गया। सूचना पर पहुंची बाबूपुरवा पुलिस की मदद से दोनों को साथी कर्मचारी हैलट अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

 

 
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Kanpur के पुलिस अफसर Law & Order कंट्रोल करने को तमाम कवायद कर रहे हैं लेकिन अपराध का ग्राफ नीचे जाने के बजाय ऊपर ही जा रहा है। शनिवार की Mid-Night एक और Murder हो गया। नवाबगंज थाना एरिया स्थित विकास नगर में अंग्रेजी शराब ठेके के अंदर सेल्समैन की बेरहमी से हत्या कर दी गई।संडे की सुबह हत्या की खबर फैली तो एरिया में दहशत फैल गई। मौका-ए-वारदात पर पुलिस के अफसर, डॉग स्कॉवयड, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम पहुंची। कातिल की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।


https://twitter.com/redeyestimes/status/1140147565914030080

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साथ बैठकर शराब पीने वाले करीबी ने बहाया सेल्समैन का खून

मौका-ए-वारदात पर पहुंची पुलिस टीम को शराब ठेके के अंदर दो गिलास, शराब की खाली बोतल, व अन्य वस्तुएं मिली हैं। माना जा रहा है कि कातिल ने पहले सेल्समैन अनिल सोनी (35) के साथ शराब पी और अधिक नशे में हो जाने पर उसने अनिल को बेरहमी से मार डाला। गर्दन रेतने के साथ सिर पर भारी वस्तु से भी प्रहार किया गया। पुलिस के मुताबिक अनिल सोनी उन्नाव जनपद का रहने वाला था। पुलिस सूत्रों की मानें तो कातिल करीबी है। क्यों कि वारदात से पहले दोनों ने साथ बैठकर शराब पी। कत्ल के पीछे पैसे का लेनदेन और आशनाई समेत कई बिन्दु पर पड़ताल की जा रही है।

शराब ठेके पर दो सेल्समैन की ड्यूटी

नवाबगंज थाना एरिया के विकास नगर में खुले इस अंग्रेजी शराब ठेके की मालकिन शूटरगंज निवासी मनोज पांडेय की पत्नी गुंजन पांडेय हैं। शराब ठेके पर दो सेल्समैन की ड्यूटी रहती है। सुबह जब दूसरा सेल्समैन पहुंचा तो ठेके के अंदर अनिल सोनी की खून से लथपथ लाश देख उसके मुंह से चीख निकल गई। उसने तुरंत सूचना नवाबगंज पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे नवाबगंज थाने के प्रभारी दिलीप बिंद ने छानबीन के बाद सूचना बड़े अफसरों को दी। थोड़ी देर में सीओ और एसपी भी पहुंच गए। इंस्पेक्टर का कहना है कि पुलिस कई बिन्दुओं पर छानबीन कर रही है। कुछ सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। जल्द ही कातिलों को Arrest कर लिया जाएगा।

 

 

 

Uttar Pradesh के Varanasi स्थित BHU परिसर में तेज रफ्तार लग्जरी कार ने दो बाइक सवारों को टक्कर मार दी। बाइक सवार छात्र-छात्राओं को गंभीर हालत में ट्रामा अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी है। Accident की सूचना मिलते ही सैकड़ों छात्र मौके पर पहुंचे और तोड़फोड़, पथराव कर आगजनी कर दी। छात्रों ने कार में आग लगा दी। देखते ही देखते कार धू-धू कर पूरी तरह जल गई। सूत्रों की मानें तो कार पर BJP का झंडा लगा था। चर्चा है कि ये कार एक भाजपा विधायक की है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रही है।


[caption id="attachment_19671" align="alignnone" width="858"] आगजनी के बाद महज थोड़ी ही देर में कार धू-धू कर पूरी तरह से जलकर राख हो गई।[/caption]

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तनाव के मद्देनजर BHU में फोर्स तैनात

Accident के बाद आक्रोशित छात्रों की तरफ से तोड़फोड़, पथराव और कार में आगजनी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को भी विरोध का सामना करना पड़ा। मौकी की नजाकत को भांप अफसरों ने BHU परिसर में भारी पुलिस बल की तैनाती की है। सूत्रों की मानें तो सैकड़ों की संख्या में छात्र हॉस्टल के बाहर हैं। छात्रों ने दोषी कार चालक और गाड़ी मालिक को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है।

BHU की सुरक्षा में सेंध

छात्र-छात्राओं का आरोप है कि यह कोई पहला हादसा नहीं है। बीते हफ्ते ही कैंपस में मॉर्निंग वॉक पर निकले बुजुर्ग डॉक्टर डॉ बनवारी लाल रस्तोगी को बाइक सवार युवकों ने टक्कर मार दी थी। बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं हाल ही में कैम्पस में गौरव सिंह की ह्त्या के बाद आज एक बार फिर BHU के अंदर  सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक लग्जरी कार का चालक काफी तेज गति से कार को ड्राइव कर रहा था।

 

 

 

उत्तर प्रदेश स्पेशल टॉस्क फोर्स (UPSTF) की Kanpur (Unit) ने “जहरीली शराब” का काला कारोबार करने वाले 4 “सौदागरों” को Arrest किया है। छापे के दौरान बड़ी मात्रा में "जहरीली शराब" बनाने के सामान के साथ बड़ी मात्रा में नामी-ब्रांडेड कंपनियों की बोतल, ढक्कन और उपकरण भी STF ने जब्त किए। गिरोह का नेटवर्क कई प्रांतों में हैं। STF सूत्रों की मानें तो गिरोह के सरगना का भाई एक बड़े हिन्दू वादी संगठन का पदाधिकारी है। उसकी गतिविधियों के बारे में अब STF ने छानबीन शुरु कर दी है।


https://twitter.com/redeyestimes/status/1139839220804194305

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UPSTF (Kanpur Unit) के इंस्पेक्टर घनश्याम सिंह के मुताबिक लंबे समय से टीम सर्विलांस के जरिए “जहरीली शराब” का कारोबार करने वालों पर निगाह रखे थी। मुखबिर की सटीक सूचना पर STF ने बाबूपुरवा एरिया में छापे की कार्रवाई की। यहां से करीब 2000 लीटर अवैध रेक्टीफायर स्प्रिट, एक्स्ट्रा न्यूक्लियर अल्कोहल (NEA), ढक्कन, कैप, QR Code, जब्त किया। बरामद कच्चे मैटेरियल से करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए से अधिक के कीमत की “जहरीली शराब” बनाने की कवायद की जा रही थी।

[caption id="attachment_19665" align="alignnone" width="695"] STF (Kanpur Unit) की गिरफ्त में आए जहरीली शराब गिरोह के सरगना और उसके साथी।[/caption]

गिरोह के सरगना चंदन जोशी समेत 4 Arrest

STF ने मौके पर गिरोह के सरगना कानपुर के रेलबाजार बंगला नंबर 115 निवासी चन्दन जोशी पुत्र संग्राम जोशी, तहसीन उर्फ सबलू S/O मुसीम निवासी कैसरगंज, गल्लामंडी, किला चौकी जनपद उन्नाव, मोहम्मद नफीस S/O नसीम निवासी मुंशीपुरवा, रेलवे कालोनी P/S बाबूपुरवा जनपद- कानपुर नगर और अब्दुल रहमान S/Oसाबिर अली निवासी महोली थाना गुलावठी जनपद बुलन्दशहर को गिरफ्तार कर लिया।

[caption id="attachment_19666" align="aligncenter" width="640"] STF की टीम ने गिरोह के पास से एक ट्रक भी बरामद किया है, इस ट्रक में केमिकल के ड्रमों को भरकर फतेहपुर से लाया जाता था।[/caption]

हिन्दूवादी संगठन का बड़ा नेता है गिरोह के सरगना का भाई

पूछताछ में सरगना चंदन जोशी ने STF को बताया कि उसका बड़ा भाई अभिषेक जोशी हिन्दूवादी संगठन का बड़ा पदाधिकारी है। STF को चंदन जोशी ने जो जानकारियां दी हैं उसके मुताबिक उसका भाई गौरक्षा के नाम पर वसूली का काम करता है। कुछ महीना पहले महाराजपुर में वो गिरोह के साथ खड़ा होकर तिवारीपुर और सिकठियापुरवा के पास मवेशी लेकर निकलने वाले वाहनों से वसूली करता था। पैसा न देने पर वो पुलिस के जरिए वाहन मालिक और चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराता था। एक मामले में उसने जमकर बवाल भी मचाया था। जिसके बाद उसकी वसूली और भी बढ़ गई। STF इस कथित भगवाधारी के खिलाफ बेहद गहराई से छानबीन कर रही है। आशंका है कि कहीं न कहीं उसकी भी “जहरीली शराब” के कारोबार में बड़ी भूमिका हो सकती है या फिर उसके जरिए सफेदपोश लोगों को संरक्षण भी मिल सकता है।

[caption id="attachment_19667" align="aligncenter" width="640"] ट्रक से बरामद केमिकल भरे घातक रासायनिक केमिकल, जिनसे जहरीली शराब बनाई जाती थी।[/caption]

रोडवेज की बसों, ट्रांसपोर्ट और प्राइवेट वाहन से होती है सप्लाई

गिरोह के सदस्य यूपी के कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, लखनऊ, सीतापुर, बाराबंकी रायबरेली, चित्रकूट, बाँदा, हमीरपुर आदि जनपदों में लोकल स्तर पर रोडवेज की बसों, ट्रांसपोर्ट और प्राइवेट वाहन से “जहरीली शराब” की सप्लाई कर पहुंचाते हैं।

गिरोह के पास से STF ने की ये बरामदगी

एसटीएफ ने गिरोह के पास से 6 मोबाइल, 2 आधार कार्ड, 58580 रुपए नकद, दो एटीएम कार्ड, पांच ड्राइवरिंग लाइसेंस, एक ट्रक, एक लोडर, एक स्कूटी समेत कई अन्य वस्तुएं बरामद की हैं। बाबूपुरवा थाने में गिरोह के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 185/19 पर IPC की धारा420,467,468,471,257,258,120 (B)) IPC, व 60/72 आबकारी अधिनियम और 63 कॉपीराइट अधिनियम, 104 ट्रेड मार्क अधिनियम, 207 V/V एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है।

जहरीली शराब के इन सौदागरों की है STF को तलाश

एसटीएफ की टीम को मोहम्मद रफीक उर्फ छोटू S/O मो0शफीक निवासी 14/180 मिश्री बाज़ार P/S मूलगंज जनपद कानपुर नगर, ज्ञानेंद्र सिंह उर्फ मतोले सिंह S/O गोपाल सिंह निवासी सेमरहटा P/S हुसैनगंज जनपद-फतेहपुर, संजय लोधी R/O बाकरगंज, नाववा बाग जनपद फतेहपुर की तलाश है।

जहरीली शराब के ये हैं बड़े खरीददार

जितेंद्र उर्फ जीतू जयसवाल (उन्नाव), बृजेश जयसवाल राजेश जयसवाल (लखनऊ), कमलेश जयसवाल (बाराबंकी), राजन सिंह (फतेहपुर), अंकित जयसवाल (कानपुर नगर)। ये सभी जहरीली शराब के बड़े खरीददार हैं। एसटीएफ जल्द ही इन लोगों पर भी शिकंज कसने की तैयारी कर रही है।

गिरोह के सदस्यों का काम है निर्धारित

कार्यप्रणाली गैंग का मुख्य सरगना चन्दन जोशी अवैध शराब से सम्बंधित रेक्टिफायर स्प्रिट/एक्सट्रा न्यूक्लियर अल्कोहल आदि को जनपद- फतेहपुर के ज्ञानेन्द्र सिंह उर्फ मतोले व सजंय लोधी के माध्यम से दिल्ली और हरियाणा से विभिन्न ट्रांसपोर्टर के माध्यम से ड्रमों में मंगवाता था। यहाँ मोहम्मद रफीक उर्फ छोटू के साथ ढक्कन-कैप, QR Code मंगवाता था, छोटू उक्त समान जयपुर व दिल्ली से ट्रांसपोर्ट के माध्यम से मंगवाता था।  इन दोनों ट्रांसपोर्ट नगर में दो-तीन गोदाम किराये पर लेकर वहां माल डंप करते थे। डिमांड के हिसाब से माल को विभिन्न जनपदों में लोकल नकली/जहरीली शराब बनाने वाले जीतू उर्फ जितेंद्र जयसवाल जैसे लोगो को सप्लाई करते थे।

 

 

पांच दशक पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस आनंद नारायण मुल्ला (ए.एन मुल्ला) ने सच ही लिखा था कि “यूपी पुलिस संगठित अपराधियों का एक बड़ा गिरोह है”। 50 साल पहले उनकी तरफ से लिखी गई ये बात अब करीब-करीब सच साबित होती दिखाई दे रही है। जनपद कोई भी थाने और चौकियों में दलाल, अपराधी, भू-माफिया सक्रिय रहते हैं। सुबह से शाम तक इनकी ही धमाचौकड़ी रहती है। जिसको चाहते हैं उठवाकर पिटवाते हैं। अफसरों को झूठी जानकारी देकर गुमराह करना अब थानेदारों की आदत में शुमार है। कुल मिलाकर यूं कहें कि मोटी रकम देकर थाने और चौकी का चार्ज पाने वाले सब इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर अब बेलगाम हो चुके हैं। सच्चाई ये है कि सूबे की Yogi Adityanath सरकार के लिए ये पुलिस कर्मी सबसे बड़े सिरदर्द बने हैं। बेगुनाहों के साथ इनकी तरफ से किया जाने वाला "जुल्म-ओ-सितम" सरकार की साख पर बट्टा लगा रहा है।


[caption id="attachment_19661" align="aligncenter" width="600"] चांदपुर थाने में बीजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ काफी देर तक मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति थानेदार के कक्ष में बैठकर रेप पीड़िता के केस की जानकारी मांगती रहीं और थाना पुलिस के पास कोई जवाब नहीं था।
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ताजा मामला Fatehpur जनपद के चांदपुर थाने का है। यहां इंस्पेक्टर कैलाश नाथ हत्या के एक मामले में नाबालिग लड़की को 4 दिन से बिना किसी लिखापढ़ी के थाने में रखकर बेल्ट से निर्मम पिटाई कर रहे थे। Modi सरकार में Minister साध्वी निरंजन ज्योति एक रेप पीड़िता के मामले में जब थाने पहुंची तो इस लड़की के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार का मामला भी खुल गया। देर रात्रि जनपद के नए कप्तान ने थानेदार को सस्पेंड कर दिया। किरकिरी से बचने के लिए “जल्लाद” इंस्पेक्टर के खिलाफ FIR रजिस्टर्ड कर जांच बिंदकी क्षेत्राधिकारी अभिषेक तिवारी को सौंप दी गई है।


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[caption id="attachment_19662" align="alignnone" width="695"] चांदपुर थानेदार की गलत कार्यशैली के खिलाफ थाना परिसर में ही बीजेपी के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने जमकर की नारेबाजी।[/caption]

चांदपुर के पहाड़पुर बड़िगवां में हुआ था युवक का मर्डर

कुछ दिन पहले चांदपुर के पहाड़पुर बड़िगवां में व्यापारी मनोज वर्मा की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में जयचंद्र के नाम पर रिपोर्ट पुलिस ने दर्ज की। आरोप है कि जयचंद्र नहीं मिला तो इंस्पेक्टर कैलाश नाथ उसकी नाबालिग बेटी (16 वर्ष) को जबरन जीप में उठा लाए। पीड़ित नाबालिग का आरोप है कि उसे थाने के एक कमरे में चार दिन से इंस्पेक्टर बंद किए थे। सुबह और शाम उसकी बेल्ट से पिटाई करते रहे। थाने पर यदि कोई मिलने आया भी तो इंस्पेक्टर ने मिलने नहीं दिया।

Modi की Minister पहुंची थाने तो खुल गई थानेदार की पोल

चांदपुर थाने के इंस्पेक्टर कैलाश नाथ के करतूतों की पोल उस समय खुली जब Modi सरकार में Minister साध्वी निरंजन ज्योति शुक्रवार शाम को चांदपुर थाने पहुंचीं। साध्वी निरंजन ज्योति एक रेप पीड़िता की रिपोर्ट के बाबत जानकारी लेने पहुंची थीं। बताया जा रहा है कि क्षेत्र की एक युवती ने एक फौजी पर अक्तूबर महीने में अपने साथ हुए रेप की शिकायत की थी। लंबे समय से थानेदार युवती को टरका रहा था। एसपी ने फोन कर रिपोर्ट दर्ज करने के लिए इंस्पेक्टर को कहा तो उसने झूठ ही बोल दिया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली है। रेप पीड़ित महिला जब थाने पहुंची तो उसने FIR की प्रतिलिपि मांगी। इस पर पुलिस वाले टालमटोली करने लगे। पीड़ित महिला के एक रिश्तेदार लखनऊ में अधिवक्ता हैं। उन्होंने घटनाक्रम की जानकारी साध्वी निरंजन ज्योति को दी। चूंकि मंत्री महोदया जनपद में ही मौजूद थीं, इस लिए लाव-लश्कर के साथ वे चांदपुर थाने पहुंच गईं। वहां पता चला कि थानेदार ने पीड़िता की रिपोर्ट ही नहीं लिखी है और एसपी को गलत जानकारी दे दी।

मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने मोबाइल पर एसपी को दी जानकारी

इसी बीच थाने के एक कमरे में नाबालिग को बंद कर बेल्ट से पीटने की जानकारी मंत्री को लगी तो उनका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने तुरंत मोबाइल निकाल एसपी से बात कर पूरी जानकारी दी। इस पर एसपी ने तुरंत इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश क्षेत्राधिकारी को दिया। बताया जा रहा है कि सस्पेंशन के बाद इंस्पेक्टर के खिलाफ उसी के थाने में देर रात्रि लड़की को जबरन रखने और मारपीट करने की रिपोर्ट दर्ज की गई। जांच सीओ बिंदकी को सौंपी गई है। वहीं रेप पीड़िता के मामले की जांच एडीशनल एसपी को एसपी ने सौंपी है।

सुबह से शाम तक सक्रिय रहते हैं थाने में दलाल और अपराधी

सूत्रों की मानें तो चांदपुर थाने में सुबह से शाम तक सिर्फ दलालों और अपराधियों की सक्रियता रहती है। क्षेत्र के पुराने अपराधियों से पुलिस वालों की सेटिंग हर किसी को मालुम है। कच्ची शराब से लेकर तमाम अन्य अपराधिक ठिकानों पर पुलिस की पत्ती लगी है। पीड़ित को पुलिस यहां न्याय न देकर और भी प्रताड़ित करती है। मारपीट के मामलों का हाल तो ये है कि पैसा लेकर पुलिस उल्टा पीड़ित के खिलाफ क्रास रिपोर्ट दर्ज करने से नहीं चूकती।

 

 
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Uttar Pradesh के Kanpur Dehat जनपद में पुरानी रंजिश के चलते एक व्यक्ति ने भाई की बुजुर्ग सास पर साबड़ से ताबड़तोड़ प्रहार कर बेरहमी से मार डाला। राजपुर थाना क्षेत्र में फ्राइ-डे सुबह हुई वारदात के बाद सनसनी फैल गई। मौका-ए-वारदात पर पुलिस के सभी बड़े अफसर पहुंचे। पुलिस ने हत्यारोपित को Arrest कर खून से सना साबड़ (आला कत्ल) बरामद कर लिया।


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साइकिल पर लात मारने पर कहासुनी और फिर मर्डर

राजपुर थाना एरिया के सदर कस्बा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के ठीक पीछे कमला देवी (70) पिछले करीब दो दशक से रह रही थीं। बगल में कमला देवी का दामाद विनोद और बेटी भी रहते हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शुक्रवार सुबह कमला देवी के घर के बाहर साइकिल खड़ी थी। उसी समय उनके दामाद विनोद का भाई सुनील विश्नोई आया और गालियां बकते हुए साइकिल पर लात मार दी। कमला देवी ने विरोध किया तो सुनील कुमार ने साबड़ से उस पर हमला बोल ताबड़तोड़ कई प्रहार कर दिए। जिससे कमला देवी की मौके पर ही मौत हो गई। कमला के बेटी और दामाद का आरोप है कि हत्याकांड में सुनील की पत्नी भी शामिल रही।

21 सितंबर 2018 को हत्यारोपित के बेटे का हुआ था कत्ल

ग्रामीणों के मुताबिक प्रापर्टी को लेकर हत्यारोपित सुनील कुमार विश्नोई का अपने सगे भाई विनोद विश्नोई से काफी पुराना विवाद चल रहा है। 21 सितंबर 2018 को विनोद विश्नोई के लड़के (कमला देवी के नाती शिवम) ने सुनील विश्नोई के मासूम बेटे आकाश का अपहरण कर हत्या कर दी थी। इस कांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने शिवम को Arrest कर जेल भेजा था। तभी से शिवम जेल में बंद है।

बदले की आग में झुलस रहा था सुनील विश्नोई

ग्रामीणों की मानें तो सुनील अपने मासूम बेटे आकाश के अपहरण और हत्या के बाद बदले की आग में झुलस रहा था। कई बार दोनों परिवारों के बीच तनातनी भी हुई लेकिन ग्रामीण बीच में पड़ गए। शुक्रवार दोपहर कमला देवी की टोकाटाकी के बाद सुनील ने अपना धैर्य खो दिया और साबड़ से प्रहार कर हत्या कर दी। फिलहाल सुनील कुमार विश्नोई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। परिवार में बुजुर्ग महिला की हत्या के बाद कोहराम का माहौल है।

 

 
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Uttar Pradesh के Kanpur City स्थित बिठूर थाना एरिया के मंधना चौकी क्षेत्र में प्रेमी युगल ने गले में "मौत का फंदा" डाल लिया। दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शवों को नीचे उतारा। फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम भी मौका-ए-वारदात पर पहुंची। खुदकुशी की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं है लेकिन दोनों की मौत पर तरह-तरह की चर्चाएं गांव में हो रही हैं।


https://twitter.com/adgzonekanpur/status/1139144094817505281

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घर पर अकेले मौजूद प्रेमी से मिलने पहुंची थी प्रेमिका

मामला बिठूर के मंधना चौकी स्थित कछियाना गांव का है। यहां पर रहने वाले गोलू (21) का प्रेम-प्रसंग लंबे समय से शैफाली वर्मा के साथ था। समय के साथ दोनों का प्रेम भी परवान चढ़ने लगा। दोनों की मोहब्बत पड़ोसियों को रास नहीं आई। गुरुवार दोपहर गोलू के परिजन किसी काम से बाहर गए थे। इस बीच मौका पाकर प्रेमिका शैफाली वर्मा प्रेमी के घर पहुंच गई।

https://twitter.com/igrangekanpur/status/1139145319332007936

पड़ोसियों के शोर मचाने पर दोनों ने लगा ली फांसी

चर्चा है कि गोलू के घर पर शैफाली को जाता देख मोहल्ले के कुछ लोगों ने शोर मचाया। जिसके बाद दोनों कमरे के अंदर चले गए और फांसी लगा ली। गोलू के परिवारीजन जब वापस लौटे तो कमरा बंद मिला। आवाज देने के बाद भी जब कमरा नहीं खुला तो अंदर झांककर देखा गया। कमरे के अंदर प्रेमी-प्रेमिका की लाश लटकती मिली। परिजनों की सूचना पर मंधना चौकी के दरोगा और सिपाही पहुंचे। थोड़ी देर बाद थानेदार भी फोर्स के साथ पहुंच गए। वहीं, प्रेमी युगल की खुदकुशी के बाद एरिया में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।

https://twitter.com/kanpurnagarpol/status/1139145151291355137

क्या कहते हैं सीओ कल्याणपुर ?

कल्याणपुर सर्किल के CO का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला खुदकुशी का प्रतीत होता है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने साक्ष्यों का संकलन किया है। दोनों ही परिवार के किसी सदस्य ने कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगाया है। शवों के पोस्टमार्टम का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस खुदकुशी की वजह पता लगाने की कोशिश कर रही है।

 

 
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Uttar Pradesh के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर हादसों का सिलसिला बदस्तूर जारी है। गुरुवार को तेज रफ्तार कार डंपर से भिड़ गई। Accident में UP Police के सब इंस्पेक्टर (SI) अर्जुन सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। हादसे की खबर पर कन्नौज के अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) विनोद कुमार सिंह समेत कई अफसर पहुंचे।


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मेरठ के रहने वाले थे दरोगा अर्जुन सिंह

यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह मेरठ जनपद के अजय पार्क कॉलोनी पल्लवपुर निवासी थे। वे प्रतापगढ़ के कोड़हौर थाने में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। गुरुवार को वह कार से प्रतापगढ़ जा रहे थे। कन्नौज जनपद के तालग्राम थाना एरिया में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर उनकी कार अनियंत्रित होकर डंपर से टकरा गई। Accident में अर्जुन गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें आनन-फानन अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

https://twitter.com/kannaujpolice/status/1139075012927733760

दो दिन की छुट्टी पर गए थे घर

बताया जा रहा है कि दो दिन की छुट्टी लेकर अर्जुन सिंह परिवार से मिलने के लिए मेरठ गए थे। गुरुवार को उन्हें ड्यूटी ज्वाइन करनी थी। उनके मौत की खबर परिजनों को लगी तो वहां कोहराम मच गया। हादसे की खबर पर प्रतापगढ़ के कोड़हौर थाने का पुलिस स्टाफ भी शोक में डूब गया।

 

 

Uttar Pradesh के CM योगी आदित्यनाथ राजधानी Lucknow में जिस समय प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे थे, उसी दौरान "मोहब्बत की नगरी" कहे जाने वाले (Agra) से प्रदेश की जनता और वकीलों को स्तब्ध कर देने वाली खबर आई। 48 घंटे पहले उत्तर प्रदेश बॉर काउंसिल की नवनिर्वाचित प्रेसीडेंट दरवेश यादव की उनके ही साथी वकील ने लाइसेंसी रिवाल्वर से ताबड़तोड़ गोलियां मारकर शरीर छलनी कर दिया। 3 गोलियां लगने के बाद दरवेश की मौके पर ही मौत हो गई। दरवेश की हत्या के बाद हत्यारोपित वकील ने खुद को भी दो गोलियां मार लीं। उसे इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना न्यू आगरा एरिया स्थित दीवानी कचहरी की है। ADG समेत पुलिस के कई बड़े अफसर मौका-ए-वारदात पर पहुंच गए। हत्या की वजहों का फिलहाल पता नहीं चल सका है।


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सम्मान समारोह में पहुंची थी दरवेश यादव

यूपी बॉर काउंसिल की नवनिर्वाचित प्रेसीडेंट दरवेश यादव के सम्मान में वकीलों ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। बुधवार को दरवेश कार्यक्रम में पहुंचीं। कार्यक्रम में भाग लेने के बाद वे दीवानी कचहरी स्थित अधिवक्ता अरविंद कुमार मिश्रा के चेंबर में बैठ गईं। बताया जा रहा है कि इसी दौरान दरवेश के पूर्व साथी अधिवक्ता मनीष शर्मा वहां पर पहुंचा। मनीष ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर निकाल कर दरवेश को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ तीन गोलियां उनके शरीर में दाग दीं।

[caption id="attachment_19646" align="alignnone" width="720"] यूपी बार काउंसिल की प्रसीडेंट दरवेश यादव की हत्या के बाद ये फोटो सोसल मीडिया पर वॉयरल है। जिसमें लाल घेरे वाले व्यक्ति को हमलावर मनीष शर्मा बताया जा रहा है। हालांकि इसकी अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है और न ही पोर्टल इसकी पुष्टि करता है।[/caption]

गोलियों की तड़तड़ाहट से कचहरी परिसर में सनसनी फैल गई। शरीर में गोलियां लगते ही दरवेश यादव जमीन पर गिर गईं। इस बीच बताया जा रहा है कि मनीष शर्मा ने खुद को भी दो गोलियां मार लीं। दरवेश और मनीष को पुष्पांजलि नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। दरवेश को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं हमलावर अधिवक्ता मनीष शर्मा की हालत नाजुक बनी हुई है।

रिटायर्ड पुलिस अफसर की बेटी थीं दरवेश

यूपी बॉर काउंसिल की प्रेसीडेंट दरवेश यादव मूलरूप से यूपी के एटा जनपद की रहने वाली थीं। उनके पिता पुलिस विभाग में क्षेत्राधिकारी के पद पर रहते हुए रिटायर हो चुके हैं। अपने पिता की दो बेटियों में दरवेश सबसे बड़ीं थीं। वहीं, हमलावर अधिवक्ता मनीष शर्मा के बारे में बताया जा रहा है कि उसका अपनी पत्नी से विवाद चल रहा है।

Kanpur के अधिवक्ताओं में शोक की लहर

यूपी बॉर काउंसिल की नवनिर्वाचित प्रेसीडेंट दरवेश यादव की हत्या के बाद शोक की लहर दौड़ गई। कानपुर में वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव यादव, संतोष शुक्ला, संतोष तिवारी, नरेंद्र मिश्रा, चंद्रप्रकाश दुबे, ब्रजेंद्र दुबे, रविकांत पांडेय, विनीत कुमार सिंह समेत दर्जनों अधिवक्ताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अधिवक्ता समाज को बड़ी क्षति हुई है। सभी ने दो मिनट के लिए मौन रख शोक संवेदनाएं प्रकट कीं।

 

 

 

Uttar Pradesh के बुन्देलखंड स्थित जालौन जनपद के ऐट थाना एरिया में रिश्ते के चाचा ने रिश्ते को शर्मशार करते हुए 5 महीने की दुधमुंही बच्ची के साथ Rape की घिनौनी वारदात को अंजाम दे दिया। ग्रामीणों ने वहशी चाचा को दबोच उसकी तबियत से धुनाई कर दी। Police ने किसी तरह आरोपित की जान बचाकर उसे अपनी जीप में बैठाया लेकिन तब तक सैकड़ों की भीड़ ने पुलिस की गाड़ी को रोक लिया। भीड़ बार-बार आरोपित को खींचने के प्रयास में लगी रही लेकिन पुलिस वाले किसी तरह आरोपित को बचाकर थाने ले गए। बच्ची की हालत बिगड़ने पर जालौन जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। तनाव और बवाल के मद्देनजर गांव में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है।


[caption id="attachment_19639" align="alignnone" width="1040"] जालौन के ऐट पुलिस की जीप को ग्रामीणों ने उस समय घेर लिया जब सिपाही दरोगा आरोपी को लेकर थाने जाने लगे।[/caption]

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ऐट थाना के हरदोई गांव में वारदात

घटना जालौन के ऐट थाना एरिया स्थित हरदोई गांव का है। आरोपी दिनेश पाल (23) रिश्ते में पीड़ित बच्ची का चाचा है। परिवार में शादी समारोह का कार्यक्रम था। परिजनों के मुताबिक बच्ची को आरोपी खिला रहा था। दिनेश बच्ची को लेकर झाड़ियों के बीच पहुंचा और वहां रेप कर दिया। परिजन जब लौटे तो बच्ची खून से लथपथ हालत में आरोपी की गोद में मिली। शक होन पर महिलाओं और युवकों ने आरोपी दिनेश को दबोच उसकी तबियत से पिटाई कर दी।

https://twitter.com/adgzonekanpur/status/1138734353377136640

Police ने आरोपी को किसी तरह बचाया

सूचना पर पहुंची ऐट पुलिस ने किसी तरह भीड़ के चंगुल से आरोपी दिनेश पाल को छुड़ाकर जीप में बैठा लिया। बस ये देख ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और सभी पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर आरोपी को गांव वालों के हवाले करने की मांग करने लगे। ग्रामीण पुलिस की सुनने को तैयार नहीं थे। थानेदार ने जानकारी बड़े अफसरों को दी। तुरंत सर्किल की फोर्स के साथ अतिरिक्त पुलिस बल को भी रवाना किया किया। भारी पुलिस बल के पहुंचने पर थाना पुलिस आरोपी को लेकर थाने पहुंची। उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट, दुराचार समेत कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है।

https://twitter.com/jalaunpolice/status/1138750886405058560

बच्ची झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर

आरोपी को पीटने के बाद परिवार के लोग पुलिस के साथ बच्ची को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल के चिकित्सकों ने बच्ची को झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। चिकित्सकों का कहना है कि बच्ची की हालत काफी नाजुक है। गांव में तनाव को देख भारी पुलिस बल तैनात है। उल्लेखनीय है कि जनपद में चार दिन पहले कुठौंद थाना एरिया में वहशी ने 10 साल की बच्ची से रेप कर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस अभी तक मामले का खुलासा नहीं कर सकी है।

 

 

 
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मासूम बच्चियों के साथ रेप और हैवानियत की वारदातों को रोकने में पूरी तरह से साबित साबित हो चुकी Yogi Adityanath सरकार की UP Police के निशाने पर अब “कलम के सिपाही” (Journlist) हैं। शामली में देर रात्रि हादसे की सूचना पर कवरेज को पहुंचे एक टीवी चैनल के पत्रकार की नशे में धुत GRP (SHO) ने अपने “कारखास” सिपाहियों के साथ मिलकर पिटाई कर दी। हमलावर पुलिस वालों ने पत्रकार का कैमरा छीन उसे भद्दी-भद्दी गालियां बकीं। सोशल मीडिया पर Video Viral होने के बाद UP Police के साथ सरकार की भी जमकर भद्द पिटी। सरकार और विभाग की किरकिरी होते देख सूबे के पुलिस महानिदेशक (DGP) O.P Singh ने इंस्पेक्टर और सिपाहियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने 24 घंटे के अंदर एसपी (रेलवे) को रिपोर्ट देने का आदेश दिया है।


गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी के बाद पुलिस ने स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत कनौजिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी नाराजगी जताते हुए सूबे की सरकार को न सिर्फ फटकार लगाई बल्कि प्रशांत को तुरंत रिहा करने का आदेश भी दिया।


पत्रकार के पिटाई का Viral Video


https://twitter.com/ANINewsUP/status/1138540666487599104

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ट्रेन डिरेल होने की सूचना पर कवरेज को पहुंचा था पत्रकार


टीवी चैनल के पत्रकार अमित शर्मा का कहना है कि कुछ दिन पहले उसने स्टेशन पर अवैध वेंडरों से मोटी रकम लेकर उनके ठेला लगवाने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसके बाद से वो GRP इंस्पेक्टर राकेश कुमार पांडेय और उनके “कारखास” कांस्टेबल सुनील कुमार के रडार पर आ गया था। देर रात्रि ट्रेन के डिरेल होने की खबर मिली तो वह मौके पर पहुंच गया। मौके पर काफी अंधेरा था। कैमरा निकालते ही पुलिस वाले ने उससे कैमरा छीनने की कोशिश की। इस दौरान कैमरा नीचे गिर गया। वह कैमरा उठाने के लिए झुका तो इंस्पेक्टर राकेश पांडेय ने उस पर लात-घूंसों की बौंछार कर दी। सिपाही सुनील कुमार और दो अन्य सिपाहियों ने भी उसे जमकर पीटा।

https://twitter.com/Piyush_mi/status/1138659345388806144

हवालात में बंद कर मुंह पर पेशाब करने का इल्जाम


बताया जा रहा है कि शराब के नशे में पूरी तरह से गुंडा बन चुके GRP इंस्पेक्टर राकेश कुमार पांडेय और उनके कारखास सिपाहियों का मन इससे भी नहीं भरा और सभी पत्रकार को पीटते हुए थाने ले गए। पत्रकार अमित शर्मा ने मौके पर पहुंचे साथी पत्रकारों को कैमरे के सामने बताया कि हवालात में बंद कर GRP इंस्पेक्टर ने उसके मुंह पर पेशाब तक की। उसका कीमती मोबाइल व अन्य सामान छीन लिया। इस दौरान पत्रकारों के सवाल पर नशे में धुत इंस्पेक्टर पूरे समय मुंह इधऱ-उधर करता रहा।

https://twitter.com/Uppolice/status/1138659312643891201

सोशल मीडिया पर थू-थू के बाद DGP ने लिया एक्शन


सोशल मीडिया Twitter पर देर रात्रि से Viral Video को देख सूबे की पुलिस और सरकार दोनों की जमकर फजीहत हुई। इसके बाद DGP ओपी सिंह ने जीआरपी  थाना प्रभारी राकेश कुमार और कांस्टेबल सुनील कुमार को सस्पेंड कर दिया। साथ ही SP जीआरपी मुरादाबाद को मौके पर पहुंच कर जांच करने और रिपोर्ट 24 घंटे में देने का निर्देश जारी किया।

https://twitter.com/manakgupta/status/1138657797279629313

पत्रकारों ने SP को घटना से कराया अवगत


शामली के पत्रकारों ने पूरे घटनाक्रम को एसपी शामली अजय कुमार से अवगत कराया है। एसपी शामली कल लखनऊ मीटिंग में मौजूद थे। एसपी शामली का कहना है कि प्रकरण में GRP (SHO) & CP सस्पेंड कर दिया गया है। पूरे मामले की जांच एसपी रेलवे को सौंपी गई है। पत्रकार के साथ मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज कराने के लिए शामली के पत्रकार धरना दे रहे हैं।

https://twitter.com/manakgupta/status/1138654608409022464

उल्लेखनीय है कि शामली के धीमानपुरा फाटक के पास ट्रैक बदलने के दौरान मालगाड़ी के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए थे।  शामली-सहारनपुर रेल मार्ग पर इस हादसे की वजह से ट्रैफिक प्रभावित हो गया था। इस घटना को कवरेज करने के लिए टीवी चैनल के पत्रकार अमित शर्मा पहुंचे थे।


 

 

 
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Uttar Pradesh के Meerut जनपद से शर्मशार करने वाली खबर है। मदरसा में पढ़ाने वाले हाफ़िज ने 11 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी की। बच्ची की चीख सुन लोग जब हैवान को पकड़ने दौड़े तो वो असलहा लहराते हुए भाग निकला। FIR रजिस्टर्ड कर पुलिस ने बच्ची को मेडिकल परीक्षाण के ले अस्पताल में भर्ती कराया है। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी हाफ़िज को Arrest कर लिया।


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लंबे समय से बच्ची का यौन शोषण कर रहा था हाफ़िज


Meerut के देहात एरिया स्थित सरुरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में मदरसा हैं। यहां हर्रा कस्बा निवासी शाहिद हाफ़िज (अध्यापक) है। पुलिस को दी गई तहरीर में परिजनों ने बताया कि शाहिद मदरसा में पढ़ाने के दौरान बच्ची पर गलत नजर रखता था। उसने कई बार बच्ची से अश्लीलता कर यौन शोषण किया। बच्ची के मुंह खोलने पर वह उसे बार-बार जान से मारने की धमकियां देता रहा।

पुलिस के मुताबिक संडे की शाम को आरोपी हाफ़िज बच्ची के घर पहुंचा और उसे डरा-धमका कर बगल के प्लाट में ले गया। प्लाट में ही उसने बच्ची के साथ रेप की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। बच्ची की चीख सुनकर मोहल्ले के लोग दौड़े तो हैवानियत करने वाला हाफ़िज असलहा लहराता हुआ भाग निकला।


सफेदपोश लोगों ने मामले को दबाने की कोशिश की


फरार होने के बाद हाफ़िज ने कुछ सफेदपोश लोगों के जरिए मामले को मैनेज करवाने की कोशिस की लेकिन उसकी दाल नहीं गली। सुबह परिवार के लोग थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ तहरीर दी। मेडिकल परीक्षण के बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट के समक्ष पीड़ित बच्ची का बयान दर्ज कराया। देर शाम थाना प्रभारी सतीश कुमार ने फोर्स के साथ घेराबंदी कर मेरठ-करनाल मार्ग स्थित गोटका गांव के पास से आरोपी हाफ़िज को दबोच लिया।

 

 

 

 

Uttar Pradesh के CM योगी आदित्यनाथ को लेकर Tweet करने के बाद Arrest किए गए (स्वतंत्र पत्रकार) प्रशांत कनौजिया को देश की सर्वोच्च अदालत ने बड़ी राहत दी है। सुप्रीम कोर्ट (SC) ने आदेश दिया है कि “प्रशांत कनौजिया को तुरंत रिहा किया जाए”। "सुप्रीम कोर्ट ने यूपी की सरकार को कड़ी फटकार लगाई है"। उल्लेखनीय है कि यूपी सरकार के निर्देश पर Lucknow Police ने तीन दिन पहले दिल्ली से प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी की थी।



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प्रशांत कनौजिया की Wife ने दायर की थी याचिका

स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई करते हुए सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि किसी की राय शायद अलग-अलग हो सकती है। उन्हें (प्रशांत) को ट्वीट नहीं करना चाहिए था, लेकिन सिर्फ इतनी सी बात को आधार बनाकर गिरफ्तारी करना बिल्कुल भी उचित नहीं है देश की सर्वोच्च अदालत ने दो टूक शब्दों में कहा कि किसी को एक Tweet के चलते 11 दिनों तक जेल में नहीं रखा जा सकता है। अदालत ने कहा कि ये कोई हत्या का मामला नहीं है, तत्काल रिहाई सुनिश्चित कराई जाए। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख को देखते हुए सूबे के पुलिस महानिदेशक (DGP) को लोकभवन तलब कर लिया गया।

https://twitter.com/ATiwari69657435/status/1138350834821918720

निजी आजादी का हनन हो रहा है तो हम हस्तक्षेप करेंगे: SC

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि “किसी की स्वतंत्रता (निजी आजादी) का हनन हो रहा है तो हम हस्तक्षेप करेंगे। राज्य सरकार अपनी जांच जारी रख सकती है लेकिन स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत कनौजिया को जेल में नहीं रख सकती।“ सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया में जमकर स्वागत किया जा रहा है। पत्रकारों का एक वर्ग जो पिछले तीन दिन से लगातार प्रशांत के केस को लेकर ट्वीट कर रहा था उसने इस फैसले का स्वागत किया है।

https://twitter.com/meevkt/status/1138351836644171776

यूपी सरकार के सभी पक्ष को सुप्रीम कोर्ट ने किया खारिज

सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार का पक्ष रख रहे एएसजी विक्रमजीत बनर्जी ने प्रशांत कनौजिया को लेकर न सिर्फ तमाम दलीलें दीं बल्कि ट्वीट्स की कॉपी सौंपी। यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि 'कनौजिया की गिरफ्तारी सिर्फ एक ट्वीट पर नहीं हुई, बल्कि वह आदतन अपराधी है। उसने भगवान और धर्म के खिलाफ ट्वीट किया है' । इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि प्रशांत कनौजिया को जमानत देने का यह मतलब नहीं है कि सोशल मीडिया पर डाले गए उसके पोस्ट को सही ठहराया जा रहा है।

गौरतलब है कि स्वतंत्र पत्रकारिता करने वाले प्रशांत कनौजिया ने बीते दिनों यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर Facebook पर एक वीडियो शेयर किया था। पुलिस के मुताबिक, उन्होंने अपने पोस्ट में योगी को लेकर आपत्तिजनक बातें भी लिखी थीं। जिसके बाद कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रशांत कनौजिया पूर्व में thewirehindi जैसे संस्थान के लिए काम कर चुके हैं। वर्तमान समय में वे (स्वतंत्र पत्रकारिता) कर रहे हैं।


 

 

Uttar Pradesh के Kanpur स्थित चर्चित कल्याणपुर थाने की “कुंडली” में मानों शनि की “साढ़े साती चल” रही है। एक के बाद एक घटनाओं से अफसरों के रातों की नींद गायब है। मंडे की देर रात्रि अमन-चैन के दुश्मनों ने माहौल को खराब करने की भरपूर कोशिश की। नाबालिग लड़की भगाने के विवाद में वर्ग विशेष के लोगों ने जमकर तांडव मचाया। लड़के के घर धावा बोल मारपीट कर घर की गृहस्थी तहस-नहस करने के बाद बकरमंडी तिराहे पर जाम लगा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। दुकान में आगजनी का प्रयास वहां के मकान मालिक ने विफल कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमलावरों ने बमबाजी भी की है, हालांकि पुलिस इस बात से इनकार कर रही है। पुलिस ने लाठी पटक कर किसी तरह माहौल को शांत किया। फिलहाल तनाव के माहौल में फोर्स तैनात है।


[caption id="attachment_19624" align="alignnone" width="720"] लड़के के पिता की पंक्चर वाली दुकान में जब भीड़ ने आगजनी की कोशिश की तो मकान मालिक ने मोहल्ले के लोगों के साथ जमकर विरोध किया (लाल शर्ट में)।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


नाबालिग प्रेमी युगल के भागने के बाद सुलगी चिंगारी

www.redeyestimes.com (NewsPortal) को मिली जानकारी के अनुसार रहमत नगर एरिया में पंक्चर बनाने का काम करने वाले एक सविता समाज के एक व्यक्ति का नाबालिग लड़का मोहल्ले में रहने वाली नाबालिग लड़की को भगा ले गया। खबर है कि दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा था। लड़की मुस्लिम समाज से बताई जा रही है। दोनों के घर से लापता होने के बाद लड़की के परिजनों ने कल्याणपुर थाने में तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने IPC की धारा 363, 366 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया। थोड़ी देर बाद पुलिस ने लड़के के पिता को उठा लिया। लड़के के पिता ने आश्वासन दिया कि उसका बेटा जहां भी होगा वो उसे पकड़वा दिया। सहयोग के आश्वासन पर पुलिस ने उसे छोड़ दिया।

[caption id="attachment_19625" align="alignnone" width="720"] लड़के के घर पर तांडव मचाने के बाद वर्ग विशेष के लोगों ने जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ काफी देर तक नारेबाजी की।[/caption]

आक्रोशित भीड़ ने मंडे की रात्रि लड़के के घर पर बोला धावा

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक करीब आधा दर्जन ई-रिक्शा पर सवार कई दर्जन लोगों ने रात्रि में लड़के के घर पर धावा बोल जमकर मारपीट की। परिवार में मौजूद लड़के की बुजुर्ग दादी तक को हमलावरों ने नहीं बख्शा। पूरी गृहस्थी तहस-नहस कर जमकर पत्थरबाजी की। आरोप है कि हमलावरों ने जाते समय कई धमाके भी किए। जिससे मोहल्ले में दहशत फैल गई। इसके बाद हमलावर बकरमंडी तिराहे पर पहुंचे और वहां जाम लगाकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी।

https://twitter.com/redeyestimes/status/1138167418247897088

हमलावरों ने किया दुकान में आगजनी का असफल प्रयास

बकरमंडी तिराहे के पास जाम लगाकर नारेबाजी कर रहे हमलावरों ने थोड़ी देर बाद लड़के के पिता की दुकान पर पहुंचे और वहां पर आगजनी की कोशिश करने लगे। इस बीच मकान मालिक घर से बाहर आ गए और उन्होंने विरोध किया। पोर्टल के पास मौजूद Video में मकान मालिक और उनकी पत्नी साफ-साफ विरोध करते नजर आ रहे हैं। मकान मालिक कह रहे हैं कि मेरे घर पर बेटी मौजूद है यदि कुछ हुआ तो.....। इस बीच किसी ने सूचना पुलिस को दे दी। थोड़ी देर में पुलिस पहुंची और लाठी पटक कर वहां बवाल कर रहे हमलावरों को खदेड़ दिया। पूरी रात पुलिस अलर्ट रही।

https://twitter.com/adgzonekanpur/status/1138242613314633734

रावतपुर गांव, रहमत नगर, सैय्यद नगर को लेकर कब गंभीर होगी पुलिस ?

स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही के चलते बवाल इतना बढ़ गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि आखिर रावतपुर गांव, रहमत नगर, सैय्यद नगर जैसे अतिसंवेदनशील जगहों पर होने वाले छोटे-मोटे विवाद को पुलिस इतना हल्के में क्यों ले लेती है ? पुलिस को पता था कि ये सिर्फ लड़की भगाने का मामला नहीं है बल्कि दो संप्रदायों के बीच का मामला है लेकिन फिर भी लापरवाही की गई। जिसकी वजह से एक वर्ग ने उपद्रव करने में तनिक भी देरी नहीं लगाई। यदि दूसरे वर्ग की तरफ से लोग विरोध करते तो बवाल बढ़ सकता था। उल्लेखनीय है कि कल्याणपुर के ये एरिया बेहद अतिसंवेदनशील की श्रेणी में आते हैं। यहां पर कई बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। इन सब के बाद भी पुलिस सतर्क नहीं रहती है।

https://twitter.com/kanpurnagarpol/status/1138248172466102272

 

 

 

 

 

 

 

खाकी की संवेदनाएं शायद मर चुकी हैं। शायद यही वजह है कि जहां हर आंख नम थी, होंठ कंपकपा रहे थे, वहां UP Police के 3 दरोगा (सब इंस्पेक्टर) दांत चियार (खिलखिला कर हंस) रहे थे। ये तस्वीर है बुन्देलखंड के जालौन जनपद की। Photo ही अपने आप सबकुछ बयां कर रही है। शायद कोई सामान्य व्यक्ति मौके पर होता तो वह भी अपने आंसुओं को रोक नहीं पाता। लेकिन जनता की रक्षक कही जाने वाली पुलिस के 3 दरोगाओं की तस्वीर जिसने भी देखी, उसके मुंह से यही निकला “क्या गम के माहौल में भी हंसी ढूंढती है पुलिस ?” शायद संवेदनाएं मर चुकी हैं या फिर इनके आंखों का पानी सूख चुका है।


जिसकी वजह से ये इतने बड़े जघन्यकांड पर भी हंस रहे हैं। इन दरोगाओं के हंसने की वजह चाहे हो भी लेकिन कम से कम जगह और हालात को देख इनको नहीं हंसना चाहिए था। सूबे के पुलिस अफसरों को निश्चित तौर पर इसे संज्ञान में लेकर मातहतों को ताकीद देनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के कृत्य की पुनरावृत्ति न हो।


[caption id="attachment_19619" align="alignnone" width="1152"] जालौन के कुठौंद में वारदात के बाद मौके पर पहुंची राज्य महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल और डीआइजी (झांसी)।[/caption]

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राज्य महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल और DIG भी पहुंचे

उल्लेखनीय है कि जालौन जनपद के कुठौंद थाना एरिया स्थित एक गांव में लापता बच्ची का शव संडे की सुबह खेत में पड़ा मिला। बच्ची के साथ हत्या से पहले रेप की आशंका ग्रामीणों और परिजनों ने जताई। पुलिस के आला अफसर तत्काल मौके पर पहुंचे। पुलिस की टीमें बनाईं गईं। फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने साक्ष्यों का संकलन किया।

इस बड़े कांड की खबर मिलने पर दोपहर बाद राज्य महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल से लेकर DIG Range(Jhansi) तक मौका-ए-वारदात पर पहुंचे। डीआइजी ने मातहतों को कई टीम बनाकर कातिल को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर घटना का अनावरण करने की ताकीद दी। देर रात पुलिस ने FIR में दुराचार और पॉक्सो एक्ट की धारा बढ़ाई।

 

 

 

 

 
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उत्तर प्रदेश स्पेशल टॉस्क फोर्स (UPSTF) ने Kanpur Central Station से "ड्रग किंग" गजेंद्र सिंह को Arrest कर उसके कब्जे से 2 करोड़ रुपए के कीमत की करीब 2 किलोग्राम हेरोइन जब्त की। पकड़ा गया गजेंद्र सिंह मध्य प्रदेश के राजगढ़ जनपद का रहने वाला है। वर्तमान समय में वो कन्नौज के सौरिख थाना एरिया के एक गांव में रह रहा था। STF की मानें तो बरामद हेरोइन Lucknow में किसी JD नाम के व्यक्ति को दी जानी थी। इसके लिए 17 लाख रुपए की एडवांस रकम गजेंद्र के पास पहले ही पहुंच चुकी है।


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https://twitter.com/redeyestimes/status/1137827146162954240

लंबे समय से मिल रही थी विदेशी हेरोइन की खेप लाने की सूचनाएं

UPSTF को पिछले दिनों भारतीय बार्डर से विदेशी हेरोइन को लाकर देश के अलग-अलग प्रांतों में उसकी खेप पहुंचाए जाने की बेहद गोपनीय सूचनाएं मिलीं। जिसके बाद STF ने अभिसूचनाओं को संकलित करने का कार्य स्टार्ट किया। सर्विलांस सेल की भी इस कार्य में मदद ली गई। इस बीच जरिए मुखबिर सटीक खबर मिली कि ड्रग तस्कर गजेंद्र सिंह राजधानी एक्सप्रेस से करीब दो करोड़ रुए के कीमत की विदेशी हेरोइन लेकर कानपुर पहुंचेगा।

सेंट्रल स्टेशन को चारो तरफ से UPSTF ने घेर लिया

UPSTF की टीमों ने मुखबिर की सूचना पर विश्वास कर रात में ही सेंट्रल स्टेशन पर डेरा डाल दिया। सेंट्रल के गेट नंबर-6 पर संदिग्ध को दबोचकर उससे पूछताछ की गई। सख्ती से पेश आने पर संदिग्ध टूट गया। उसने अपना नाम गजेंद्र सिंह निवासी हालपता जनपद कन्नौज सौरिख बताया है। उसके कब्जे से करीब दो किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई। गजेंद्र सिंह के मुताबिक ये हेरोइन मुख्यत: थाइलैंड, म्यांम्यार, लाओस में उत्पादित की जाती है। मणिपुर, इंफाल के रास्ते इसकी तस्करी होती है। वहां से लाने के बाद वो गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ इसे देश के कई प्रांतों में सप्लाई करता है। बरामद हेरोइन वो दीमापुर से लेकर कानपुर पहुंचा था।

व्यापार में घाटा होने पर बन गया ड्रग किंग

पूछताछ में ड्रग किंग गजेंद्र सिंह ने UPSTF को बताया कि मध्य प्रदेश में उसका टायर का कारोबार था। व्यापार में लंबा घाटा और परिवार पर कर्ज हो जाने पर उसे साल 2015 में अपनी एजेंसी बंद करनी पड़ी। इसी दौरान मणिपुर के रहने वाले एक फकीर से उसकी भोपाल में मुलाकात हो गई। फकीर ने गजेंद्र की मुलाकात अपने गांव के फिरोज से करवा दी। फिरोज हेरोइन का बड़ा तस्कर था। धन का लालच देकर उसने गजेंद्र को अपना कैरियर बना लिया।

2017 में गुहाटी पुलिस ने पहली बार गजेंद्र को पकड़ा

गजेंद्र सिंह मणिपुर निवासी फिरोज के संपर्क में आने के बाद से लगातार विदेशी हेरोइन को लाकर यूपी, एमपी, राजस्थान समेत कई जगहों पर डिलीवरी देने लगा। इसके बाद उसने खुद के भी कई ग्राहक तैयार कर लिए। जुलाई 2017 में उसे गुहाटी पुलिस ने 2 किलोग्राम हेरोइन के साथ धर दबोचा। करीब नौ महीने तक वो जेल में बंद रहा। जेल से छूटने के बाद वो फिर से इस कारोबार में सक्रिय हो गया। पुलिस की निगाह से बचने के लिए इस बार उसने अपना ठिकाना कन्नौज के सौरिख थाना एरिया के एक गांव को बनाया ताकि किसी को शक न हो। बकौल गजेंद्र वो महीने में 8 से 10 किलोग्राम तक हेरोइन की खपत कर रहा था।

 

 
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Kanpur के कल्याणपुर थाना एरिया में शराब ठेके पर नशेबाजी के दौरान युवक को उसके ही साथियों ने गोली मार दी। युवक को गंभीर हालत में हैलट अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सनसनीखेज वारदात की खबर मिलते ही SSP (Kanpur) अनंतदेव त्रिपाठी फोर्स के साथ पहुंचे। एसएसपी ने कहा कि कातिल आसपास के रहने वाले हैं। पुलिस की 4 टीमें बनाई गई हैं, जल्द ही सभी को Arrest कर लिया जाएगा।


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काकादेव के शास्त्री नगर का रहने वाला था सूरज शुक्ला

कानपुर के काकादेव थाना एरिया का रहने वाला सूरज शुक्ला अपने दोस्तों के साथ कल्याणपुर क्षेत्र के एक शराब ठेके पर दारू पी रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक किसी बात को लेकर सूरज का उसके ही दोस्तों से झगड़ा होने लगा। इस पर हाथापाई हुई और बाद में उसके ही करीबी लोगों ने सूरज के सीने में गोली मार दी। ठेके पर गोली चलते ही भगदड़ मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सूरज को गंभीर हालत में हैलट अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस की 4 टीमें बनाई गई हैं : SSP

भीड़भाड़ वाले एरिया में मर्डर की खबर मिलते ही SSP (Kanpur) अनंतदेव त्रिपाठी फोर्स के साथ पहुंचे। एसएसपी ने कहा कि आपसी विवाद में सूरज के दोस्तों ने गोली मारकर हत्या की है। हमलावर आसपास के ही रहने वाले हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 4 टीमें बनाई गई हैं। जल्द ही कातिल गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। वहीं, कल्याणपुर एरिया में एक के बाद एक कई घटनाओं से दहशत का माहौल है। वहीं, पुलिस का कहना है कि हत्याकांड के पीछे कई बिन्दुओं को जोड़कर देखा जा रहा है। लेनदेन के साथ-साथ प्रेम-प्रसंग जैसे बिन्दुओं पर भी पुलिस की नजर है। मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है।